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उत्तर प्रदेश दिवस का भव्य आयोजन, राज्यपाल ने बांधे तारीफों के पुल
अवध शिल्प ग्राम में आज प्रदेश सरकार द्वारा ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई मंत्री उपस्थित थे। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजनान्तर्गत टूलकिट वितरित किये तथा प्रादेशिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमी पुरस्कार, विशिष्ट हस्तशिल्प प्रादेशिक पुरस्कार, राज्य निर्यात पुरस्कार, खिलाड़ियों को लक्ष्मण एवं रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से प्रदेश की हस्तियों को पदक, प्रशस्ति पत्र व नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
लखनऊ : अवध शिल्प ग्राम में आज प्रदेश सरकार द्वारा ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई मंत्री उपस्थित थे। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजनान्तर्गत टूलकिट वितरित किये तथा प्रादेशिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमी पुरस्कार, विशिष्ट हस्तशिल्प प्रादेशिक पुरस्कार, राज्य निर्यात पुरस्कार, खिलाड़ियों को लक्ष्मण एवं रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से प्रदेश की हस्तियों को पदक, प्रशस्ति पत्र व नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा को रूपये 11 लाख का प्रोत्साहन पुरस्कार देने की घोषणा भी की। उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर कई योजनाओं एवं परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया।
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राज्यपाल राम नाईक ने उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिनन्दन करते हुए कहा कि जब वे उत्तर प्रदेश में राज्यपाल बनकर आये थे तो कहा था कि राजभवन का दरवाजा सबके लिए खुला रहेगा तथा उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने में सहयोग करेंगे। ‘साढ़े चार साल के बाद यह कह सकता हूँ कि उत्तर प्रदेश ‘सर्वाेत्तम प्रदेश’ बनने की राह पर चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिपरिषद के सहयोगी एवं अधिकारी बधाई के पात्र हैं।’ मुख्यमंत्री ने हर वर्ग के लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़कर आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ सरकार की अच्छी पहल है, इसे आगे बढ़ाने के लिए सभी को अपना सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर पूर्व में संचालित योजनाओं का सिंहावलोकन का समय है जो अब तक की सफलता को ध्यान में रखकर भावी नीति निर्धारण का अवसर है।
नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन उनके लिए समाधान का विषय है। मुंबई में उत्तर भारतीय नागरिकों द्वारा उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया जाता रहा है जबकि उत्तर प्रदेश में 68 वर्षों तक सरकारी स्तर पर आयोजन नहीं होता था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके सुझाव को माना और स्थापना दिवस की शुरूआत की।
राज्यपाल ने बताया कि गत वर्ष उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन के बाद विभिन्न प्रदेशों में निवास कर रहे उत्तर प्रदेश के निवासियों नेे पत्र एवं संदेश भेजकर उन्हें बधाई भेजी थी। गत दिनों वाराणसी में सम्पन्न हुए ‘भारतीय प्रवासी दिवस’ में उत्तर प्रदेश के प्रवासी भारतीयों ने भी खुशी जाहिर की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं। इस वर्ष के कुम्भ की विशेषता है कि कुम्भ इलाहाबाद में नहीं प्रयागराज में हो रहा है। फैजाबाद का भी नाम अयोध्या किया गया है। 2018 में सम्पन्न हुये इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों ने उत्तर प्रदेश के प्रति विश्वास जताते हुये रूपये 4.28 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव देकर रूचि दिखाई। कानून एवं व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है जिसके कारण उत्तर प्रदेश की नई पहचान बनी है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का मंच दिया है। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स कोटा के अंतर्गत रिक्त सरकारी पदों को जल्दी भरा जाये जिससे प्रतिभा का लाभ देश को मिले तथा प्रतिभावान खिलाड़ियों को आजीविका के लिये किसी के आगे हाथ फैलाने की स्थिति न हो। गाँव-गाँव में खेल के मैदान होने चाहिए तथा हर गाँव कस्बे में ‘खेलो इण्डिया खेलो’ को लागू करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा को रूपये 11 लाख का पुरस्कार देने की घोषणा करते हुये कहा कि अरूणिमा सिन्हा ने दिव्यांग होते हुये भी प्रेरणादायी कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 69 वर्ष में उत्तर प्रदेश में दूसरी बार उत्तर प्रदेश दिवस का शासकीय स्तर पर आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन राज्यपाल जो वास्तव में जनता के राज्यपाल हैं कि प्रेरणा से संभव हुआ है। 193 पुरस्कार यहाँ वितरित किये गये हैं। प्रदेश का निर्यात बढ़ा है। हस्तशिल्प के क्षेत्र में गत वर्ष ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना की शुरूआत हुई थी जिसके अंतर्गत परम्परागत उद्योगों को जोड़ा गया है। पांच वर्ष में इस योजना के तहत 20 लाख लोगों को रोजी-रोटी से जोड़ा जा सकता है। पर्यटन और स्वच्छता के क्षेत्र में प्रदेश का अग्रणी स्थान है। टीम भावना, सामूहिकता और उचित वातावरण से प्रदेश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को प्रगति के पथ पर और तीव्रता से आगे ले जाने के लिये उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता को आगे आना होगा।
उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है जो ‘मिनी भारत’ के नाम से जाना जाता है। प्रदेश के आबादी 23 करोड़ से अधिक है तथा साक्षरता 79.72 प्रतिशत है। रोजगार सृजन का केन्द्र बनाने के लिये सरकार ने छोटे उद्योगों को बढ़ावा दिया है। स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने स्थापना दिवस समारोह के आयोजन के लिये राज्यपाल का धन्यवाद करते हुये कहा कि डेढ़ वर्ष में उत्तर प्रदेश रोजगार के अवसर वाले प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।
इस अवसर पर दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा खादी एवं ग्रोमोद्योग मंत्री सत्यदेव पचैरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में लोक संस्कृति से जुड़े कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति भी दी।