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सीएम योगी के हाथों हुड़का वादक मोहन सिंह बिष्ट को मिला युवा गौरव सम्मान
लखनऊ : लखनऊ में चल रहे उत्तरायणी कौथिग-2018 समारोह में रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हुड़का वादक मोहन सिंह बिष्ट 'मोना' को पर्वतीय महापरिषद द्वारा युवा गौरव सम्मान से सम्मानित किया। उत्तरायणी कौथिग गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में 14 से 22 जनवरी तक चलेगा।
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इससे पहले मंगलवार को कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने बिष्ट को मोहन सिंह डोलिया कला सम्मान से नवाजा था।
हेल्थ टूरिज्म पर ध्यान दे, दुनिया में सबसे आगे होगा उत्तराखंड: सीएम योगी
पर्वतीय जीवन चुनौतीपूर्ण है, पर उसमें आध्यात्मिकता का आनन्द भी है। उत्तरायणी कौथिग मेले में खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह स्वीकारते हुए कहा कि वहां हेल्थ टूरिज्म की अपार सम्भावनाएं हैं। जगह-जगह वेलनेस सेण्टर चलाए जा सकते हैं। हेल्थ टूरिज्म पर यदि ध्यान दिया जाए, तो उत्तराखण्ड पूरी दुनिया में सबसे आगे होगा।
उन्होंने पहाड़ के गांवों से पलायन और खालीपन पर चिंता जताते हुए कहा कि लोगों को अपनी जन्मभूमि, परम्पराओं और संस्कृति से जुड़ना होगा। पहाड़ के लोगों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए हर सम्भव प्रयास करने चाहिए। वह देवभूमि है, इस प्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में आगे लाएंगे। यह क्षेत्र जड़ी—बूटी के क्षेत्र में अच्छा काम करेगा। राष्ट्रीय सुरक्षा में भी गढ़वाल और कुमाऊँ रेजिमेण्ट ने हमेशा योगदान दिया है। उत्तराखण्ड के नवयुवक बड़ी संख्या में देश की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए तैयार रहते हैं। यहां ईको और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देकर समृद्धि लाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ, ऋषिकेश, हरिद्वार जैसे स्थानों को पूरे देश और दुनिया में ऐतिहासिक, धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व है। इन स्थलों को और विकसित करके हम सब अपनी विरासत और परम्परा को अक्षुण्ण रख सकते हैं। बद्रीनाथ सहित अन्य अहम जगहों पर यूपी का भवन बनाए जाने की कार्यवाही की जा रही है।
क्या है उत्तरायणी कौथिग मेला?
उत्तरायणी कौथिग मेला उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। यह सूर्य के मकर संक्रान्ति में प्रवेश और दक्षिणायन से उत्तरायण होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जाता है। इस मेले का धार्मिक, पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व भी है। राजधानी में पर्वतीय महापरिषद की तरफ से यह मेला आयोजित किया गया है।
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