Varanasi News: जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद के खिलाफ काशी के संतों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। मौलाना मदनी ने बयान दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्री राम मंदिर के लोकार्पण में न जाएं। मौलाना मदनी के इस बयान के बाद काशी के संतों में नाराजगी देखने को मिल रही है। भारतीय संत समिति के महासचिव जितेंद्र आनंद में मौलाना महमूद के बयान पर पलटवार करते हुए निशाना साथा है।मौलानाओं का हिंदुओं की खुशी रास नहीं आ रहीमौलाना मदनी के इस बयान के बाद भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जितेंद्र आनंद एक वीडियो जारी कर कहा है कि मौलाना मदनी का यह बयान काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होने कहा मदनी का यह बयान संवैधानिक रूप से भी सही नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री राम जन्मभूमि के लोकार्पण समारोह में ना जाएं इस बयान से उनकी मंशा झलकती है। इस्लाम की तरह हिंदू धर्म में दरिंदगी नहीं है। सनातन हिन्दू धर्म मानवता का धर्म है और जहां तक सुप्रीम कोर्ट के संविधान बेंच के सर्वसम्मत सभा पर प्रश्न खड़ा किया। श्री राम जन्मभूमि के लिए 492 वर्षों का संघर्ष किया गया तब यह हमें प्राप्त हुआ है। हिंदुओं की खुशी इन मौलानाओं को रास नहीं आ रहा है।