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उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप और उद्यमिता के विकास को मिलेगा बढ़ावा, जानिए कहां के लिए क्या प्लान

उत्तर प्रदेश, अब बैंगलोर, दिल्ली और मुंबई और अन्य महानगरों के साथ-साथ स्टार्टअप हब के रूप में कहा जाने वाला एक शक्तिशाली प्रदेश है।

Shreedhar Agnihotri
Reporter Shreedhar AgnihotriPublished By Vidushi Mishra
Published on: 13 May 2021 4:04 AM GMT (Updated on: 13 May 2021 12:36 PM GMT)
Startup e conclave virtual dialogue session organized for the development of Uttar Pradesh
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फोटो-सोशल मीडिया

लखनऊ: पी एच डी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उत्तर प्रदेश चैप्टर ने नाबार्ड, सिडबी एवं ए एंड ए ग्रुप ऑफ कम्पनीज के सहयोग से उत्तर प्रदेश स्टार्टअप ई कॉन्क्लेव एक वर्चुअल संवाद सत्र आयोजित किया। सत्र का मुख्य उद्देश्य राज्य में स्टार्टअप और उद्यमिता के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करना था।

वेबिनार का उद्देश्य स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं और सुविधाओं का प्रसार और चर्चा करना तथा।

इस मौके पर अजीत सिंह पाल, राज्य मंत्री, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आईटी सेक्टर के उन्नति के लिए निरंतर प्रयासरत हैं । हम आईटी सेक्टर और स्टार्टअप क्षेत्र को निरंतर नए आयाम देने के लिए कोशिश कर रहे हैं। और जैसे आप सभी भली भाती जानते है मेडिकल क्षेत्र में आईटी सेक्टर की उल्लेखनीय भूमिका है। उन्होंने कहाकि उद्यमिता के लिए जबरदस्त संभावनाओं वाला उत्तर प्रदेश राज्य पिछले कुछ वर्षों में एक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में कम से कम एक इनक्यूबेटर की स्थापना की जा रही है, अभ तक प्रदेश में लगभग सौ इन्क्यूबेटर स्थापित किए जा चुके है। इन्क्यूबेटर्स को सब्सिडी के साथ संचालन के लिए आर्थिक सहायता भी मुहैया कराई जा रही है। खासतौर पर पूर्वांचल और बुंदेलखंड क्षेत्र में स्टार्ट-अप को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

आशाजनक वृद्धि का संकेत

प्रेसिडेंट पी एच चैम्बर संजय अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश, अब बैंगलोर, दिल्ली और मुंबई और अन्य महानगरों के साथ-साथ स्टार्टअप हब के रूप में कहा जाने वाला एक शक्तिशाली प्रदेश है। पिछले कुछ वर्षों में, इसने निवेशकों, इनक्यूबेटरों और सरकार के साथ सहयोग के कारण स्टार्टअप के लिए एक स्थिर वातावरण होने के संदर्भ में एक आशाजनक वृद्धि का संकेत दिया है।

चीफ जनरल मैनेजर नाबार्ड डॉ डी अस चैहान ने कहा देश एवं प्रदेश में नाबार्ड ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक एवं सामाजिक आत्मनिर्भरता लाने हेतु कृत संकल्प है । नाबार्ड भारत सरकार, प्रदेश सरकार,वित्तीय संस्थाओं, गैर सरकारी संस्थाओं एवं करोड़ो महिलाओं तथा युवाओं के साथ मिल कर एक उज्ज्वल ग्रामीण भारत के निर्माण में पिछले 39 वर्षों से कार्यरत है

सी ई ओ इन्क्यूबेशन आई आई टी कानपुर डॉ निखिल अग्रवाल ने स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए आई आई टी कानपुर की भूमिका को विस्तार में बताया कि कोविड 19 के इस संकट के समय भी आई आई टी कानपुर कैसे नई नई प्रौद्योगिकियों की मदद से लोगो की एवं सरकार का सहयोग कर रहा है।

जनरल मैनेजर सिडबी राजीव कुमार ने कहा स्टार्टअप की सहायता करने के लिए सिडबी तत्पर है और स्टार्टअप एवं डैडम् को पुनर्वित्त, अप्रत्यक्ष एवं प्रत्यक्ष वित्त के माध्यम से सहयोग करने कि कोशिश करता है।

Vidushi Mishra

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