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जब पीएम- सीएम का कार्यक्रम होता है, छात्र-छात्राओं की आ जाती है शामत: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा है कि आगरा से लेकर इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी तक जब-जब भी प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होता है वहां-वहां छात्र-छात्राओं और नौजवानों की शामत आ जाती है। इनके कार्यक्रमों के पूर्व ही छात्राओं तक की गिरफ्तारी, उत्पीड़न और काला झण्डा दिखाने भर से ही यातना का दौर शुरू हो जाता है।

Aditya Mishra
Published on: 10 Jan 2019 8:49 PM IST
जब पीएम- सीएम का कार्यक्रम होता है, छात्र-छात्राओं की आ जाती है शामत: अखिलेश यादव
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अखिलेश यादव की फ़ाइल फोटो

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आगरा से लेकर इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी तक जब-जब भी प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होता है वहां-वहां छात्र-छात्राओं और नौजवानों की शामत आ जाती है। इनके कार्यक्रमों के पूर्व ही छात्राओं तक की गिरफ्तारी, उत्पीड़न और काला झण्डा दिखाने भर से ही यातना का दौर शुरू हो जाता है। जेलों में फर्जी केसों में फंसाया जाता है। यातनायें दी जाती हैं। इससे भाजपा सरकार का अलोकतांत्रिक चरित्र उजागर हो जाता है।

आगरा में तो कल हद हो गयी। प्रधानमंत्री की सभा के पूर्व ही न सिर्फ समाजवादी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया बल्कि गायों को लेकर जो किसान आ रहे थे, उन पर भी लाठीचार्ज किया गया। किसानों की इस समस्या से सारा देश अवगत है। सरकार द्वारा बार-बार घोषणा के बाद भी गौमाता के लिए कहीं सम्मानजनक स्थान की व्यवस्था अब तक नहीं की गई है।

किसानों की समस्या दिन प्रतिदिन विकराल रूप धारण करती जा रही है। किसान पूरी-पूरी रात खेतों की रखवाली करते हैं और दिन भर छुट्टा पशुओं से फसल बचाने की मशक्कत करनी पड़ती है। किसानों की इस दयनीय स्थिति के प्रति सरकार का असंवेदनशील बने रहना घोर दुखद है। भाजपा का रवैया शुरू से जन सरोकारों के विरूद्ध रहा है। लोकतंत्र में जनविरोधी सरकारों के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता। भाजपा सरकार को न किसान की और न नौजवानों की कोई चिंता है।

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कानून व्यवस्था पूरी तरह अराजकता की भेंट चढ़ चुकी है। छात्रायें डरी-सहमी रहती हैं। भाजपा सरकार में दरिंदों का हौसला इतना बढ़ चला है कि आये दिन बच्चियों को भी दुष्कर्म का शिकार बना लिया जाता है। बलात्कार-हत्या की घटनाएं आये दिन घटती हैं। व्यापारियों का अपहरण और हत्या सामान्य घटनाओं में शामिल माना जाता है।

नौजवान जब नौकरी-रोजगार की बात करते हैं तो उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। एक तो भाजपा सरकार ने नौजवानों के सपनों को तोड़ दिया है और वहीं उनके साथ अवांछनीय और उपेक्षितों की तरह व्यवहार किया जाता है। भाजपा की कुनीतियों के चलते रोटी-रोजगार मिलना लगभग असंभव हो गया है।

नोटबंदी और जीएसटी के बाद न केवल व्यापार चैपट हो गया है अपितु कई कम्पनियों ने कर्मचारियों की छंटनी भी कर दी है। इस सबसे जनता में भारी आक्रोश है। जनविरोध ने भाजपा का सिर ओखली में पहुंचा दिया है। सन् 2019 में भाजपा का ओखली से बच पाना अब असंभव है।

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उधर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि 11जनवरी 2019 को कन्नौज जनपद के फकीरपुर गांव में ‘समाजवादी संवाद‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत चैपाल का आयोजन किया गया है। इस आयोजन से ग्रामीणों को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा ट्विटर इण्डिया के अधिकारियों के साथ बातचीत का अवसर मिलेगा। अखिलेश यादव के साथ ट्विटर के ग्लोबल वाइस प्रेसीटेंट कालिन क्रोवेल भी रहेंगे।

श्री चौधरी ने बताया कि इस चैपाल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं को समझना है। इसके लिए ट्विटर इण्डिया ने इलेक्शन आन ट्विटर की नई पहल शुरू की है। सवाल पूछने के लिए ‘‘हैशटैग रु अखिलेश की चैपाल‘‘ लिखना होगा। उक्त कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव प्रमुख मीडिया संस्थाओं से भी वार्ता करेंगे।

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Aditya Mishra

Aditya Mishra

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