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स्वास्थ्य मंत्री का एलानः यूपी में अब मिशन मोड में चलेगा परिवार नियोजन कार्यक्रम
जो कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान इस राज्य में वापस लौटकर आए हैं। फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ता ग्रामीणों के लिए अल्पकालीन गर्भनिरोधक विधियों के संबंध में परिवार नियोजन सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने के लिए कठिन परिश्रम कर रहे हैं।
लखनऊ। यूपी सरकार राज्य में परिवार नियोजन कार्यक्रम को मिशन मोड में चलाने की तैयारी कर रही है।यह जानकारी साझा करते हुए यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि इससे जहां शिशु व मातृ मृत्यु दर में कमी आएगी वहीं घर-घर बेहतर स्वास्थ्य के आयाम मिल सकेंगे।
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लाभार्थियों के लिए गर्भनिरोधक सेवाएं सुनिश्चित
विश्व गर्भ निरोधक दिवस के एक दिन पूर्व शुक्रवार को बिल एंड मिलेंडा गेट्स फाउंडेशन की सहयोगी संस्था ममता एचएमआईएस द्वारा आयोजित वेबीनार में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी लाभार्थियों के लिए गर्भनिरोधक सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए एक सरकारी आदेश जारी किया है। राज्य ने उन सभी प्रवासियों के लिए आजीविका और सामाजिक सुरक्षा का अधिकार भी सुनिश्चित किया है जो कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान इस राज्य में वापस लौटकर आए हैं। फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ता ग्रामीणों के लिए अल्पकालीन गर्भनिरोधक विधियों के संबंध में परिवार नियोजन सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने के लिए कठिन परिश्रम कर रहे हैं।
सोशल मीडिया से
परिवार नियोजन को मिशन मोड
एनएचएम की एमडी अपर्णा उपाध्याय ने वर्चुअल संवाद करते हुए परिवार नियोजन को मिशन मोड पर लाने के बारे में समझाया। उन्होने बताया कि परिवार नियोजन को मिशन मोड पर लाने के बाद ऊपर से नीचे तक सब मिलकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। उन्होने बताया कि हमारी एमसीपीआर दर आदर्श रूप से 52 प्रतिशत होनी चाहिए लेकिन यह लंबे समय से 31 प्रतिशत ही है। कुछ जिलों में यह दर ज्यादा है और कुछ जिलों में यह कम है। अब इसे मिशन मोड में बढ़ाना जरूरी है।
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कम उम्र के और कम बच्चों वाले दंपतियों तक पहुंचने का प्रयास
वेबीनार में महानिदेशक परिवार कल्याण डा. राकेश दुबे ने कहा कि कम उम्र में शादी करने वाले दंपतियों को परिवार नियोजन के बारे में ज्यादा नहीं मालूम होता है। सरकार इन कम उम्र के लोगों को समुदाय के अनुकूल विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा लक्षित कर रही है। ममता एचआईएमसी के डा. सुनील मेहरा ने कहा कि फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को कम उम्र के और कम बच्चों वाले दंपतियों तक पहुंचने का अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत है।
रिपोर्टर मनीष श्रीवास्तव