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योगी सरकार के खिलाफ PCS ! 15 दिनों में IAS अफसरों को हटाएं... वर्ना

Rishi
Published on: 21 May 2017 9:10 PM IST
योगी सरकार के खिलाफ PCS ! 15 दिनों में IAS अफसरों को हटाएं... वर्ना
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लखनऊ: UPPCS एसोसिएशन ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि पीसीएस कैडर के पदों पर नियुक्त आईएएस अफसरों को 15 दिन के अंदर हटाया जाए। राजधानी के डालीबाग कालोनी स्थित एसोसिएशन के दफ्तर में बैठक के दौरान मुख्य सचिव राहुल भटनागर द्वारा एसोसिएशन को मुलाकात का समय नहीं दिए जाने पर भी नाराजगी जताई गई। फिलहाल एसोसिएशन सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पीसीएस अफसरों के आक्रोश से अवगत कराएगा।

एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि पीसीएस संवर्ग के विभिन्न वेतनमानों में चिन्हित पदों पर पीसीएस अधिकारी तैनात किए जाएं और जिन पदों पर अन्य संवर्ग के अधिकरी तैनात किए गए हैं। 15 दिन के अंदर उन्हें हटाकर पीसीएस अधिकारी तैनात किए जाएं। जैसे—राज्य सम्पत्ति अधिकारी और विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्षों के पद पर आईएएस अफसरों की तैनाती की गई है, जबकि यह पद पीसीएस संवर्ग के अफसरों के लिए नियत है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि उनकी मांग पर शासन ने कार्यवाही नहीं की जो तो ​15 दिन बाद फिर संघ की आपात बैठक बुलाई जाएगी। इसमें आगे की रणनीति तय होगी।

बैठक में यह निर्णय भी लिए गएं

—शासन में तैनात पीसीएस अधिकारियों को वेतनमान के अनुसार पदनाम देते हुए तैनाती की जाए। सचिव पद पर पीसीएस अधिकारी तैनात किए जाएं।

—खादय विभाग के जीओ केे मुताबिक जिला पूर्ति अधिकारी (डीएसओ) के माध्यम से एसडीएम को पत्रावली डीएम को प्रस्तुत करने के निर्देश हैं। इसे तुरंत समाप्त किया जाए क्योंकि डीएसओ को एसडीएम का वरिष्ठ अधिकारी नहीं माना जा सकता है।

—संवेदनशील पदों पर तैनात पीसीएस अफसरों की सुरक्षा के लिए जीओ जारी किया जाए।

—डयूटी पर तैनात पीसीएस अफसरों के विरूद्ध बिना शासन की अनुमति के एफआईआर दर्ज नहीं की जाए।

—पीसीएस संवर्ग के विभिन्न वेतनमानों में रिक्त पदों के सापेक्ष डीपीसी कर प्रमोशन किया जाए।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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