Firozabad News: फ़िरोज़ाबाद जनपद में एक ऐसा आश्रम है, जहां अपाहिज, बीमार और घायल पशु-पक्षियों की फ्री में सेवा की जाती है। इस आश्रम को ग्रेजुएट अलीशा नाम की लड़की चलाती हैं। फ़िरोज़ाबाद की अलीशा घायल पशु- पक्षियों के लिए भगवान की तरह है, जहाँ लोग जानवरों पर दिन प्रतिदिन हत्याचार कर क्रूरता की हदे पार करते हैं। वहीं, इस समाज सेविका द्वारा कई वर्षों से उनकी सेवा की जा रही हैंजानकारी के मुताबिक समाज सेविका उद्धारम फाउंडेशन के माध्यम से बेजुबान जानवरों की सहायता के लिए हर समय तैयार रहती है। कही, पर विकलांग जानवर दिख जाने पर या सूचना मिल जाने पर वहाँ पहुंचकर उसे अपने यहाँ लाकर उनका उपचार करती हैं।शिकोहाबाद के रेलवे स्टेशन से 3 किलोमीटर की दूरी पर डांडियामई गाँव के पास सड़क किनारे बने हाल में समाज सेविका अलीशा द्वारा सौकड़ो की संख्या में आवारा जानवरों का उपचार किया जाता हैं साथ ही उनको खाना खिलाने की व्यवस्था भी की जाती है। अलीशा का कहना हैं कि मुझे अपने पिता स्वर्गीय राजेन्द्र प्रसाद से ये प्रेरणा मिली थी और मेरा बचपन से ही असहाय जानवरों की सेवा करने का शौक था।अलीशा ने कहा मैनें अकेले ही विकलांग जानवरों की सेवा करना शुरू किया, मुझे देखते-देखते अन्य लोग भी सेवा करने में जुटना शुरू हो गये। आज हमारे पास बहुत महिला व पुरुषों की संख्या हो गई हैं। इस समय उद्धारम फाउंडेशन के पास 90 डॉग 15 गाय, मोर व अन्य जानवर हैं। जिनका खर्चा उद्धारम फाउंडेशन स्वंय उठाता है ओर कुछ धन समाजसेवियों के द्वारा भी भेज दिया जाता हैं। अलीशा के इस कार्य को देखकर लोगों द्वारा उनकी सराहना भी की जा रही हैं। कई बार प्रशासन द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया है। आज वो समाज के लिए नजीर बनी हुई हैं।