Kamiya Jani Curly Tales Trending Video: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर इन दिनों अपनी खास ख़ास नज़र गड़ा ली है। इसीलिए सोशल मीडिया पर जो लोग एक्टिविस्ट है, उनके लिए अचानक एक अलग क़िस्म के पुरस्कार की घोषणा की है। यही नही, पुरस्कार के समय प्रधानमंत्री खुद मौजूद रहे हैं। प्रधानमंत्री ने हर एक सोशल मीडिया पर काम करने वाले शीर्ष लोगों से बातचीत भी की है। उन्हें अपने सरकार का एजेंडा बताया है। वैसे तो इन हस्तियों को प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार से नवाज़ा है। पर इसमें विभिन्न विभिन्न तरह के लोग हैं। आज हम बात करते हैं एक ऐसे ट्रैवलर की एक ऐसे, एक ऐसे घुम्मकड की जिसकी उपलब्धियाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत रास आईं। जिनका नाम है - कामिया जानी।25 मई, 1988 को मुंबई में जन्मी कामिया को हमेशा दुनिया के बारे में जानने की जिज्ञासा रहती थी। उनके माता-पिता मोहन जानी और पूनम जानी ने उनको एडवेंचर के लिए प्रोत्साहित किया। कामिया पिता के पास दो ऑटो थे । जिसे वह ड्राइवरों को किराये पर देते थे। इन ऑटो को किराये पर देने के बाद उन्हें सिर्फ़ गुज़ारा चलाने भर के पैसे मिलते थे। लेकिन उन्होंने अपने बिज़नेस में इतनी मेहनत मशक़्क़त की ,उसे इतना आगे बढ़ाया कि आज कामिया जानी के पिता ऑडी से चलते हैं। मास मीडिया का अध्ययन करने के लिए आर.डी. नेशनल कॉलेज में दाखिला लेने से पहले कामिया ने एक निजी स्कूल में पढ़ाई की। उन्होंने जी.जे. आडवाणी कॉलेज से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। बाद में कामिया ने पत्रकारिता का क्षेत्र चुना और 2006 में मीडिया उद्योग में अपनी यात्रा शुरू करते हुए एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में अपना करियर चालू किया। जैसे-जैसे समय बीतता गया, कामिया ने कॉर्पोरेट जीवनशैली, व्यक्तिगत वित्त, कॉर्पोरेट यात्रा, स्वास्थ्य, फिटनेस, शैली और सौंदर्य जैसे विभिन्न विषयों पर शोध और लेख लिखकर अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्र का विस्तार किया। कमिया ने 2006 में टाइम्स ऑफ़ इंडिया के साथ अपना करियर शुरू किया, कुछ ही महीने बाद वह सीएनबीसी टीवी 18 में चली गयी। 2008 में कामिया ने ब्लूमबर्ग यूटीवी ज्वाइन कर लिया । जहाँ वह दो साल तक एंकर और एसोसिएट प्रोड्यूसर रही। 2010 में कामिया ने ईटी नाउ ज्वाइन कर लिया। 2016 में कामिया ने अपना यूट्यूब चैनल कर्ली टेल्स के नाम से शुरू किया।कामिया के करियर में एक महत्वपूर्ण क्षण तब आया जब उन्होंने नवंबर 2016 में अपना यूट्यूब चैनल, ‘कर्ली टेल्स’ की शुरुआत की उन्होंने इस मंच के माध्यम से फ़ूड, यात्रा और लाइफ स्टाइल के अपने जुनून को शामिल किया, अपने अनुभवों को अपने दर्शकों को साझा किया। कमिया का चैनल जल्दी ही हिट हो गया ।कामिया जानी को 2019 में "सबसे प्रभावशाली कंटेंट मार्केटिंग प्रोफेशनल" नामित किया गया था, यह उनके उल्लेखनीय योगदान कंटेंट मार्केटिंग के क्षेत्र में उनके प्रभावशाली काम को दर्शाता है। इस मान्यता ने उन्हें डिजिटल कंटेंट निर्माण के क्षेत्र में एक प्रमुख हस्ती के रूप में स्थापित किया। वह ट्रेवल और लाइफ स्टाइल उद्योग में एक लोकप्रिय प्रभावशाली व्यक्ति हैं। वह अपने आकर्षक यूट्यूब चैनल और यात्रा ब्लॉग के माध्यम से, न केवल अपने कारनामों को साझा करती हैं, बल्कि दूसरों को भी घूमने की भावना को अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं।कामिया की शादी समर वर्मा से हुई। दोनों के एक बेटी है जिसका नाम है जियाना वर्मा। कामिया के पास शानदार गाड़ियाँ हैं जिनमें मुस्तांग, बीएमडब्लू, और टाटा सफारी शामिल हैं। समर वर्मा फोर्क मीडिया ग्रुप के संस्थापक एवं सीईओ हैं। कामिया जानी के संग एक बड़ा विवाद हो चुका है। यह विवाद 2023 में तब हुआ जब कामिया जानी पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करना चाहती थी। भारतीय जनता पार्टी ने कामिया के पुरी के मंदिर में प्रवेश करने पर सवाल उठाया । और कहा कि गो मांस के उपयोग को प्रमोट करने वाले किसी को भी मंदिर में जाने की इजाज़त नहीं होनी चाहिए ।भाजपा की तरफ़ से यह सवाल भी उठाया गया कि गो मांस उपभोग के एक कथित प्रमोटर को पुरी के 12वीं सदी के मंदिर में प्रवेश की अनुमति कैसे दे दी गई? इस मंदिर में गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है। यह मामला तब सामने आया जब कमियाँ ने जगन्नाथ मंदिर में अपने प्रवेश और दर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। इस वीडियो में उन्हें उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खास नौकरशाह और आज बीजेडी के नेता बने वी के पांडियन के साथ देखा जा सकता है। भाजपा ने उस वक्त कामिया और पांडियन के गिरफ्तारी की मांग की थी। बाद में यह विवाद तब जाकर शांत हुआ जब कामिया ने यह सफाई दी कि वह न तो बीफ़ खाती हैं। न ही उसे प्रमोट करती है। कामिया जानी एक तरफ़ भारत जनता पार्टी के लिए विवाद का सबब बन सकती हैं, तो दूसरी तरफ़ भारतीय जनता पार्टी के बहुत बड़े नेता नरेंद्र मोदी ,देश के प्रधानमंत्री उन्हें उनके कामों के लिए पुरस्कृत कर सकते हैं। यानी समझना और जानना चाहिए कि कामिया जानी को लेकर के जो विवाद का सबब बनाया गया था।वह सही नहीं था। वह सही होता तो प्रधानमंत्री उन्हें इस तरह कैसे नवाजते। ऐसे और भी शख़्सियतें हम आप को रुबरू कराते रहेंगे।