TRENDING TAGS :
Corona in Animals: इंसानों से पशुओं में फैल रहा कोरोना संक्रमण, भारत के लिए खतरनाक संकेत
इंसानों से पशुओं में कोरोना संक्रमण के अंदेशे को देखते हुए सभी एहतियात बरतने की जरूरत है और ऐसे में देश के सभी टाइगर रिज़र्व पर्यटकों के लिए बन्द कर दिए गए हैं।
नई दिल्ली: इंसानों से पशुओं में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के अंदेशे को देखते हुए सभी एहतियात बरतने की जरूरत है और ऐसे में देश के सभी टाइगर रिज़र्व पर्यटकों के लिए बन्द कर दिए गए हैं। हाल के दिनों में कई प्राणिउद्यानों में शेर, बाघ और हाथी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। चेन्नई के ज़ू में एक शेरनी की मौत भी कोरोना (lioness die due to corona) से हो चुकी है।
भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय के तहत काम करने वाली नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने एक आदेश जारी कर सभी टाइगर रिज़र्व बन्द करने को कहा है। आदेश में कहा गया है कि इंसानों से पशुओं में कोरोना संक्रमण के अंदेशे को देखते हुए सभी एहतियात बरतने की जरूरत है और ऐसे में सभी टाइगर रिज़र्व पर्यटकों के लिए बन्द कर दिए जाएं।
पशुओं को खतरा
कई स्टडी बताती हैं कि कोरोना वायरस पशुओं से इंसानों में और इंसानों से पशुओं में जा सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि बहुत बड़ी संख्या में घरेलू कुत्ते-बिल्लियों में उनके मालिकों से कोरोना संक्रमण हो गया होगा।
कनाडा की गुएल्फ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने
कोरोना संक्रमितों के पालतू कुत्ते-बिल्लियों के सैंपल का अध्ययन किया। इसमें पता चला कि ऐसे ढेरों कुत्ते बिल्लियों के खून में कोरोना वायरस की एंटीबॉडी मौजूद थीं। इन पशुओं में कोरोना संक्रमण के लक्षण भी दो हफ्तों तक देखे गए। शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति या परिवार कोई पशु पाले हुए है तो किसी सदस्य में कोरोना संक्रमण होने की स्थिति में पशुओं को भी अलग थलग रखने की जरूरत है।
हांगकांग में हुई एक अन्य रिसर्च में भी पालतू बिल्लियों में कोरोना संक्रमण पाया गया। वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग में देखा गया कि कुछ बिललुयों और उनके मालिकों में मौजूद वायरस का जीनोम एक जैसा था। संक्रमित बिल्लियों के फेफड़ों में वैसी ही गड़बड़ी थी जैसी संक्रमित इंसानों के फेफड़ों में देखी गई।
शोधकर्ताओं के अनुसार, बिल्लियों से इंसानों में संक्रमण पहुंचने से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन इसका कोई साक्ष्य नहीं मिला है। तीसरी स्टडी नीदरलैंड में हुई थी। इस स्टडी में 16 मिंक फार्मों के 7 लाख से ज्यादा पशुओं की निगरानी की गई। रिसर्च से पता चला कि मिंक और इंसानों के बीच कोरोना वायरस इधर से उधर जाता रहा था।
अगर इंसानों से पशुओं में संक्रमण जा रहा है तो भारत के संदर्भ में ये एक खतरनाक संकेत है क्यों कि इससे गाय, भैंस आदि के संक्रमित होने खतरा है। अगर ऐसा हुआ तो बहुत बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।