सावधान! कोविड के बाद अब अंडों में नया संक्रमण, कोरोना वायरस से ज्यादा है जानलेवा...

Salmonella bacteria in Eggs: क्या अंडों से फैल रहा ये संक्रमण कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक है?

Priya Singh Bisen
Published on: 10 Jun 2025 2:24 PM IST (Updated on: 10 Jun 2025 2:26 PM IST)
Salmonella Bacteria in Eggs
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Salmonella Bacteria in Eggs 

Danger of salmonella bacteria in Eggs: क्या आप अंडा खाते हैं ? सवाल अटपटा नहीं है लेकिन इसका जवाब अटपटा हो सकता है क्योंकि जो लोग आजकल फिट और एनर्जेटिक रहने के लिए रोजाना अंडे का सेवन करते हैं, उन्हें ये जान लेना चाहिए कि अंडा खाना अब जान का खतरा बन सकता है। जी हां, अभी हाल के दिनों में अमेरिका में एक खतरनाक बैक्टीरिया के प्रकोप ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है, जिसकी वजह बने हैं आमतौर पर खाये जाने वाले 'अंडे'

अमेरिका में 'साल्मोनेला बैक्टीरिया' कहर?


रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका में साल्मोनेला (Salmonella) नामक बैक्टीरिया के कारण कई लोग गंभीर रूप से बीमार हो रहे हैं। यह बैक्टीरिया विशेषकर संक्रमित अंडों के माध्यम से इंसानों तक पहुंच रहा है। 'साल्मोनेला' फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकता है और इससे दस्त, बुखार, उल्टी और पेट में दर्द जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, कच्चे या अधपके अंडों का सेवन, या फिर संक्रमित अंडों को छूने के बाद अच्छे से हाथ की सफाई ना करना इस बीमारी का बड़ा कारण हो सकता है। अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और अंडों को पूरी तरह पकाकर खाने की सलाह दी है। इस खतरनाक स्थिति ने अंडों की खपत और उनकी गुणवत्ता पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है 'साल्मोनेला बैक्टीरिया' ?


साल्मोनेला एक बैक्टीरिया है जो इंसानों में दस्त जैसा रोग पैदा करता है, जिसे हम आम तौर पर तब कहते हैं जब आप साल्मोनेला बैक्टीरिया (gastroenteritis) के कारण दस्त और पेट में दर्द से बीमार हो जाते हैं। बता दें, यह अमेरिका में बैक्टीरियल फूड पॉइज़निंग का सबसे सामान्य रूप है। इसके अलावा 'साल्मोनेला' टाइफाइड बुखार का भी बड़ा कारण बन सकता है। यह बॉडी के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।

केवल अंडों से जुड़ा है मामला?


इस वक़्त अमेरिका खाद्य सुरक्षा बड़े खतरे से जूझ रहा है। इस बार ये खतरा अंडों से जुड़ा हुआ है। अमेरिका के कई राज्यों में अंडों में साल्मोनेला नामक जानलेवा बैक्टीरिया सामने आ रहा है, जिससे तकरीबन 80 से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हो चुके हैं और सभी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है – क्या अंडों से फैल रहा ये संक्रमण कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक है?

देशभर में मचा हड़कंप

अमेरिका में कैलिफोर्निया के साथ-साथ करीब 7 राज्यों में अंडों को खाने के बाद लोगों के बीमार पड़ने की जानकारी सामने आयी है। US Food Safety and Inspection Service (FSIS) ने तत्काल इस पर कार्रवाई करते हुए संक्रमित बैच से जुड़े तकरीबन 17 लाख अंडों को बाजार से वापस मंगाने का आदेश दिया है। खाद्य अधिकारियों ने उपभोक्ताओं को सख्त चेतावनी दी है कि वे इन अंडों का सेवन न करें, फेंक दें या फिर वापस स्टोर में लौटा दें। क्योंकि ये बैक्टीरिया ऐसा है जो कि दूषित अंडों, मांस, सब्जियों या गंदे पानी के सेवन से शरीर में प्रवेश कर लेता है। बता दे, यह किडनी और लीवर तक को घातक रूप से प्रभावित कर सकता है।

कोरोना या साल्मोनेला - ज्यादा खतरनाक कौन ?


संक्रमण का तरीका: 'कोरोना वायरस' अमूमन वायुमार्ग से शरीर में प्रवेश करता है (हवा, छींक, संपर्क) और 'साल्मोनेला बैक्टीरिया' खाद्य पदार्थ (अंडे, मांस आदि) के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है।

लक्षण: 'कोरोना वायरस' में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ आदि लक्षण दिखाई देते हैं, जबकि 'साल्मोनेला बैक्टीरिया' में उल्टी, डायरिया, पेट दर्द, बुखार जैसे लक्षण सामने आते हैं।

गंभीरता: आमतौर पर 'कोरोना वायरस' का प्रभाव फेफड़ों पर होता है, जबकि 'साल्मोनेला बैक्टीरिया' में मध्यम से गंभीर रूप से आंत व पेट पर असर पड़ता है।

इलाज: 'कोरोना वायरस' में वैक्सीन और मेडिकल सपोर्ट कामंकरते हैं, जबकि 'साल्मोनेला बैक्टीरिया' में एंटीबायोटिक और फूड सेफ्टी प्रोटोकॉल आवश्यक होते हैं।

विश्व भर पर अंडे का उत्पादन

पूरे विश्व में प्रति व्यक्ति औसतन हर साल तकरीबन 161 अंडे खाए जाते हैं। साल 2018 में, कुल विश्व अंडा उत्पादन 7.6 बिलियन लोगों की जनसंख्या पर आधारित था।

भारत में अंडा खाने वालों की संख्या?

भारत में अंडा खाने वैलोजन की संख्या हर साल बढ़ जाती है। 1950-51 में एक व्यक्ति 5 अंडे खाता था, जो 2020-21 में बढ़कर 90 के करीब हो गए। साल 2022 में, यह आंकड़ा 95 अंडे प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष तक पहुंच गया। भारत में पहले से अब अंडे का उत्पादन भी बढ़ा है, 2020-21 में 122.05 बिलियन अंडे उत्पादित किए गए। कुछ क्षेत्रों में, जैसे कि तेलंगाना, प्रति व्यक्ति अंडे की खपत राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा है। कुल मिलाकर, भारत में अंडे खाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। CEIC Data और कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2022 में भारत में अंडा उत्पादन में प्रति व्यक्ति उपलब्धता 95 अंडे प्रति वर्ष थी, जो 2021 में 90 अंडे प्रति वर्ष थी।

विशेषज्ञों की राय

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना वायरस का खतरा विश्व स्तर पर बहुत ज्यादा था, लेकिन साल्मोनेला का प्रकोप अगर समय रहते ना रोका जाए तो यह स्थानीय स्तर पर बड़ी त्रासदी के रूप में उजागर हो सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।

अंडों को गर्म करके खाएं या बिल्कुल न खाएं


अमेरिकी सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि संक्रमित अंडों को किसी भी हाल में खाने से बचें। अगर खाने की ज़रूरत हो तो उन्हें कम से कम 70°C पर अच्छे से उबालें या पकाएं। वहीं, भारत में भी विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने और इंपोर्टेड प्रोडक्ट्स को अच्छी तरह जांचकर ही उपयोग करने की सलाह दी है।

सतर्कता ही स्वास्थ्य की सुरक्षा है

विश्वभर में अंडा खाना लोगों का सबसे प्रिय खाद्य पदार्थ है। अंडा खाने वालों की सख्या भारत में बजी अंडों में फैला 'साल्मोनेला संक्रमण' इस बात का संकेत है कि खाद्य सुरक्षा को लेकर लापरवाही आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। यदि समय रहते सतर्कता न बरती गयी तो ये भी कोरोना वायरस की तरह ही विश्व स्तर पर महम्मारी का रूप ले सकता है। तो अगली बार जब अंडा खरीदें उस वक़्त उसकी गुणवत्ता ज़रूर जांचें, वरना ये छोटी सी चीज़ बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है।

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Content Writer

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