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G-7 में Modi Magic! प्रधानमंत्री मोदी को G-7 न्योता मिलते ही कनाडा में मची खलबली

Canada G-7 conference: कनाडा द्वारा 15 से 17 जून 2025 के बीच अल्बर्टा के कनानास्किस में आयोजित होने वाले G-7 शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ख़ासतौर से आमंत्रित किया गया है।

Priya Singh Bisen
Published on: 7 Jun 2025 5:05 PM IST
Canada G-7 conference
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Canada G-7 conference (photo credit: social media)

Canada G-7 conference: कनाडा द्वारा 15 से 17 जून 2025 के बीच अल्बर्टा के कनानास्किस में आयोजित होने वाले G-7 शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ख़ासतौर से आमंत्रित किया गया है। इस वक़्त कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के नेताओं और समुदायों में ख़ुशी का माहौल है। भारतवंशी पूर्व कनाडाई सांसद चंद्र आर्य और ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के विधायक डलास ब्रोडी ने इस निर्णय का तहे दिल से स्वागत करते हुए इसे भारत-कनाडा संबंधों के लिए बेहद खास और सकारात्मक संकेत बताया है।

चंद्र आर्य का पोस्ट ?

पूर्व सांसद चंद्र आर्य ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "15 से 17 जून के दौरान जी-7 बैठक में कनाडा आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करना मेरे लिए बेहद खुशी की बात होगी।"


उन्होंने याद दिलाया कि पिछले साल जुलाई महीने में वे प्रधानमत्री मोदी से मिले थे, जिसमें उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया था कि भारत और कनाडा साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, बहुलवाद और नियम-आधारित विश्व स्तर की व्यवस्था को मानते हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज एक प्रभावपूर्ण विश्व स्तर पर अपनी शक्ति परिचय दे चुका है जिसका रणनीतिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय महत्व तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में भारत के साथ एक गंभीर और संरचित संबंध जोड़ना कनाडा के लिए बहुत ज़रूरी है।

दोनों देशों को सहयोग की जरूरत- चंद्र आर्य

चंद्र आर्य ने यह भी कहा कि भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कनाडा का एक बड़ा हिस्सेदार है और दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, नीति और नागरिक समाज में शक्तिशाली सहयोग की जरूरत है। इस बीच, कनाडा के वकील और विधायक डलास ब्रोडी ने भी पीएम मोदी को आमंत्रित किए जाने की ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, "भारत को G-7 सम्मेलन में आमंत्रित करना बहुत शानदार है। दोनों देशों के बीच कई समानताएं हैं और इस पहल से संबंधों में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।"

उन्होंने कहा कि कनाडा में काफी ज्यादा संख्या में भारतीय मूल के लोग रह रहे हैं और दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव होना आवश्यक है। डलास ब्रोडी ने आगे ये भी बताया कि बीते कुछ सालों में भारत और कनाडा के संबंधों में कुछ दिक्कतें आई थी, लेकिन अब दोनों देशों को फिर से साथ लाने का यह अच्छा मौक़ा है।

भारत-कनाडा रिश्तों में एक नई शुरुआत की उम्मीद...

गौरतलब है कि कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने खुद पीएम नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर उन्हें G-7 सम्मेलन में आने का निमंत्रण दिया। पीएम मोदी ने इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए आभार जताया है। बता दे, इस साल के शिखर सम्मेलन में G-7 के सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, इटली और कनाडा के प्रमुख नेता भाग लेंगे। इसके अलावा भारत, ब्राजील, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन और ऑस्ट्रेलिया को भी खास निमंत्रण भेजा गया है। बता दे, यह सम्मेलन भारत-कनाडा रिश्तों में एक नई शुरुआत हो सकती है, जहां कूटनीति, सहयोग और वैश्विक मुद्दों पर समन्वय को प्राथमिकता दी जाएगी।

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