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POK नेता का दावा- Loc पार करने वाले हर आतंकी को पाक देता है 1 करोड़ रुपए
मुज़फ्फराबाद: पाकिस्तान भले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह दलील देता रहा है कि वह आतंकवाद की बढ़ावा नहीं देता है। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। पाक की ओर से भारत समेत अन्य देशों में आतंकवाद फैलाने का एक आैर सबूत दुनिया के सामने आया है। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में एक बार फिर लोगों ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पीओके स्थित जम्मू-कश्मीर अमन फोरम के नेता सरदार रईस इंकलाबी ने पाकिस्तान को दुनिया में आतंकवाद फैलाने से बाज आने की हिदायत दी है। इसके अलावा उन्होंने पीओके में चल रहे आतंकवादी शिविरों को खत्म करने को भी कहा। सरदार रईस ने कहा, 'पाकिस्तान यहां भाड़े के हत्यारों को भेज रहा है।'
प्रतिबंधित संगठन भी खुलेआम घूमते हैं
सरदार रईस इंकलाबी ने कहा, 'पाकिस्तान सरकार और सेना भारत में सीमा पार करने वाले आतंकियों को एक करोड़ रुपए देती है। इसके अलावा उन्हें भारत में दहशत फैलाने के लिए सभी तरह के हथियार मुहैया करवाती है।' उन्होंने ये बातें पीओके में एक जनसभा में संबोधित करते हुए कही। इंकलाबी बोले, 'पाकिस्तान में प्रतिबंधित आतंकी संगठन भी खुलेआम घूमकर अपने काम को अंजाम देते हैं। उन्हें यहांं पर कुछ भी करने की खुली छूट है। वह एलओसी पर जाकर खूनी खेल को अंजाम देते हैं।' उन्होंने पाकिस्तान सरकार से इन सभी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की है।
पाक दे रहा आतंकियों को पनपने की सुविधा'
आतंकवादी संगठनों को पाकिस्तानी समर्थन पर सवाल उठाते हुए इंकलाबी ने पूछा, 'नेशनल एक्शन प्लान के मुताबिक जो आतंकवादी समूह पाकिस्तान में प्रतिबंधित हैं उन्हें पीओके में रहने और पनपने की सुविधा क्यों दी जा रही है? हम इस्लामाबाद से इन्हें पूरी तरह खत्म करने की अपील करते हैं।' गौरतलब है कि आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान इस साल एलओसी और अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर 440 से भी ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है।
पहले भी उठे हैं विरोध में सुर
उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका नहीं है कि जब पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठी हो। इससे पहले भी कई बार स्थानीय लोगों ने यहां पर चल रहे आतंकी शिविरों को खत्म करने के लिए आवाज उठाई है। लेकिन पाकिस्तान इन्हें बढ़ावा देने में लगा है। इससे पहले भी स्थानीय नेताओं ने इसके खिलाफ और पाकिस्तान सेना की ज्यादतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की है।