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पाकिस्तान सुन ले! अब भारत नहीं रहेगा चुप, जवाब उसी की भाषा में मिलेगा - शशि थरूर का डबल अटैक!
Shashi Tharoor's message to Pakistan: अमेरिका दौरे पर गए भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख और वरिष्ठ कांग्रेस सांसद शशि थरूर के पाकिस्तान और अमेरिका को लेकर एक बड़ा और लेकिन सख्त सन्देश दिया है।
Shashi Tharoor's message to Pakistan (photo credit: social media)
Shashi Tharoor's message to Pakistan: अमेरिका दौरे पर गए भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख और वरिष्ठ कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) के पाकिस्तान और अमेरिका को लेकर एक बड़ा और लेकिन सख्त सन्देश दिया है। वॉशिंगटन डीसी स्थित नेशनल प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब देने में ज़रा भी हिचकिचाहट नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ तौर बताया कि भारत ने कभी किसी तीसरे पक्ष से मध्यस्थता (arbitration) की मांग नहीं की है।
शशि थरूर का पकिस्तान पर सख्त बयान...
शशि थरूर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद की भाषा में बात करेगा, तो भारत भी शक्ति और कड़े शब्दों में ही जवाब देगा। उन्होंने कहा, "यदि पाकिस्तान आतंक की भाषा का प्रयोग करेगा, तो भारत को भी ताकत की भाषा में जवाब देने में कोई समस्या नहीं है।"
शशि थरूर का यह बयान उस समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा कर चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने के लिए उन्होंने मध्यस्थता की पेशकश की थी। हालांकि, भारत सरकार और अब कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इन दावों को साफ़ खारिज कर दिया है।
थरूर का राहुल गांधी के बयान प्रतिक्रिया
थरूर ने राहुल गांधी के हाल में दिए गए बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें राहुल ने ट्रंप के मध्यस्थता के दावे पर कई खड़े किये थे। राहुल गांधी ने कहा, "हम अमेरिका के राष्ट्रपति का बहुत आदर-सम्मान करते हैं, लेकिन हम सिर्फ इतना कह सकते हैं कि भारत ने कभी किसी से मध्यस्थता के लिए नहीं कहा। हमें किसी तीसरे पक्ष की मदद नहीं चाहिए।"
थरूर ने यह भी संकेत दिया कि भारत बातचीत करने से पीछे नहीं हट रहा, लेकिन इसकी एक स्पष्ट शर्त है। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान अपने आतंकी ढांचे को पूरी तरह समाप्त करता है और यह बताता है कि वह भारत के साथ एक सामान्य रिश्ते स्थापित चाहता है, तो भारत भी बातचीत के लिए तैयार है, वह भी बिना किसी मध्यस्थ के।
उन्होंने यह भी आगे बताते हुए कहा, कि भारत को किसी से यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि वह कब लड़ाई रोके। "हम बस इतना कह रहे हैं कि जिस दिन पाकिस्तान हमले के रस्ते से पीछे हट जायेगा, उसी दिन भारत भी कार्रवाई रोक देगा"।
शशि थरूर का सख्त बयान आत्मनिर्भर की ओर
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ़ है कि भारत की विदेश नीति अब और ज्यादा आत्मनिर्भर और मजबूत हो चुकी है, जो किसी तीसरे देश पर निर्भर नहीं है, खासकर सुरक्षा और रणनीतिक मुद्दों पर। शशि थरूर का यह बयान न सिर्फ पाकिस्तान के लिए बड़ा और कड़ा संकेत है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी भारत की स्थिति स्पष्ट रूप से समझा देता है।
भारत और अमेरिका के रिश्तों को लेकर थरूर ने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी बेहद मजबूत है और इसे किसी भी विरोध के कारण नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा, "छोटी-छोटी बातें होती रहती हैं, लेकिन हमें आने वाले समय पर ध्यान देना चाहिए।" बता दे, थरूर का यह बयान भारत की परिपक्व कूटनीति और आतंक के खिलाफ उसकी ज़ीरो टॉलरेंस नीति को शक्ति प्रदान करता है।
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