ट्रंप का आदेश जारी! 700 मरीन उतरे सड़कों पर, लॉस एंजिल्स बना युद्ध का मैदान

ट्रंप ने 700 नेशनल गार्ड जवानों को लॉस एंजिल्स भेजा, आव्रजन विरोधों से उभरे तनाव के बीच लॉस एंजिल्स बना 'युद्ध का मैदान'। जानें पूरी खबर।

Harsh Sharma
Published on: 10 Jun 2025 8:44 AM IST
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Los Angeles Protest: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कैलिफोर्निया सरकार के बीच तनाव और बढ़ गया है। सोमवार को पेंटागन ने करीब 700 नेशनल गार्ड के जवानों को लॉस एंजिल्स भेजा। ये जवान हाल ही में हुए आव्रजन विरोधी प्रदर्शनों से निपटने के लिए तैनात किए गए हैं। दूसरी ओर, कैलिफोर्निया की सरकार इस तैनाती के खिलाफ ट्रंप प्रशासन पर मुकदमा करने की तैयारी कर रही है। शहर में लगातार चौथे दिन भी प्रदर्शन जारी हैं। राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश पर नेशनल गार्ड के जवान लॉस एंजिल्स पहुँचने लगे हैं ताकि अवैध प्रवासियों को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे अभियान के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को रोका जा सके।

12 अफ्रीकी और पश्चिम एशियाई देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर रोक लगाई

रविवार को इन जवानों को लॉस एंजिल्स के उस संघीय परिसर में देखा गया, जहाँ महानगर हिरासत केंद्र भी है। यहाँ पिछले दो दिनों से झड़पें हो रही थीं। ट्रंप ने जिन 12 अफ्रीकी और पश्चिम एशियाई देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर रोक लगाई है, वह प्रतिबंध सोमवार से लागू हो गया है। इसके साथ ही 7 और देशों के उन नागरिकों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, जिनके पास वैध वीजा नहीं है और जो अमेरिका के बाहर हैं।

इन देशों में शामिल हैं:

पहले से प्रतिबंधित देश: अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन

नए प्रतिबंधित देश: बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेज़ुएला

गवर्नर गेविन न्यूसम ने इस कार्रवाई का विरोध किया

कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने इस कार्रवाई का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इससे हालात और बिगड़ेंगे। शनिवार को लॉस एंजिल्स के पैरामाउंट इलाके में गृह विभाग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर आँसू गैस और धमाकेदार गोले छोड़े। जवाब में भीड़ ने पत्थरबाजी की और सड़कों पर आगजनी की।

इस कार्रवाई में 100 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया

यह तनाव शुक्रवार को हुई आव्रजन अधिकारियों की छापेमारी के बाद शुरू हुआ। फैशन डिस्ट्रिक्ट और होम डिपो जैसे इलाकों में हुई इस कार्रवाई में 100 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। एक प्रमुख यूनियन नेता को भी प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर कानून व्यवस्था में बाधा डालने का आरोप है। व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप नेशनल गार्ड को इसलिए भेज रहे हैं ताकि बढ़ती अराजकता पर काबू पाया जा सके।

गवर्नर न्यूसम ने सोशल मीडिया मंच X पर लिखा कि "यह जानबूझकर किया गया भड़काऊ कदम है और इससे हालात और बिगड़ेंगे।" उन्होंने लोगों से हिंसा से दूर रहने की अपील की है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने चेतावनी दी है कि अगर हिंसा बंद नहीं हुई, तो सैन्य अड्डे कैंप पेंडलटन में तैनात मरीन सैनिकों को भी भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मरीन जवान हाई अलर्ट पर हैं।

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Harsh Sharma

Harsh Sharma

Content Writer

हर्ष नाम है और पत्रकारिता पेशा शौक बचपन से था, और अब रोज़मर्रा की रोटी भी बन चुका है। मुंबई यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया, फिर AAFT से टीवी पत्रकारिता की तालीम ली। करियर की शुरुआत इंडिया न्यूज़ से की, जहां खबरें बनाने से ज़्यादा, उन्हें "ब्रेकिंग" बनाने का हुनर सीखा। इस समय न्यूज़ ट्रैक के लिए खबरें लिख रहे हैं कभी-कभी संजीदगी से, और अक्सर सिस्टम की संजीदगी पर हल्का-फुल्का कटाक्ष करते हुए। एक साल का अनुभव है, लेकिन जज़्बा ऐसा कि मानो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस उनका पर्सनल डिबेट शो हो।

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