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Vijay Mallya Exclusive: आज भी पैसा लौटाने को तैयार हूं, बस भारत…! Kingfisher, RCB, IPL से लेकर 9 हजार करोड़ की लूट का पूरा सच
Vijay Mallya Podcast Interview 2025: वही विजय माल्या, जो कभी सफलता का दूसरा नाम था, आज भगोड़े की तरह ब्रिटेन में जिंदगी काट रहा है। और हाल ही में उसने एक यूट्यूबर के साथ पॉडकास्ट में अपनी जिंदगी की परतें खुद खोलीं। शराब, क्रिकेट, एयरलाइंस, बैंकों का कर्ज और धोखाधड़ी के आरोप... हर सवाल का जवाब दिया।
Vijay Mallya Podcast Exclusive
Vijay Mallya Podcast Interview 2025: वो दिन याद कीजिए जब भारत की बड़ी-बड़ी पार्टियों में विजय माल्या का जलवा होता था। रंग-बिरंगी रौशनी, विदेशी शराब की झलक, सुपरमॉडल्स का साथ और हेलीकॉप्टर से एंट्री करने वाला एक बिजनेसमैन—जिसे देश 'किंग ऑफ गुड टाइम्स' कहता था। बंगलौर से लेकर लंदन तक विजय माल्या का नाम एक ब्रांड था। चाहे वो शराब का कारोबार हो, क्रिकेट टीम RCB की मालकिना हो या फिर लग्जरी एयरलाइंस 'किंगफिशर'—माल्या की लाइफ हर युवा की फैंटेसी बन चुकी थी।
लेकिन वक्त हमेशा एक जैसा नहीं रहता। वही विजय माल्या, जो कभी सफलता का दूसरा नाम था, आज भगोड़े की तरह ब्रिटेन में जिंदगी काट रहा है। और हाल ही में उसने एक यूट्यूबर के साथ पॉडकास्ट में अपनी जिंदगी की परतें खुद खोलीं। शराब, क्रिकेट, एयरलाइंस, बैंकों का कर्ज और धोखाधड़ी के आरोप... हर सवाल का जवाब दिया। इस बातचीत में विजय माल्या ने जो कहा, वो भारत के लिए जितना चौंकाने वाला था, उतना ही उसके पतन की कहानी को समझने के लिए ज़रूरी भी। इस रिपोर्ट में हम विजय माल्या की चमकदार शुरुआत, उसके साम्राज्य के फैलाव और फिर एक-एक करके उसके पतन की पूरी कहानी जानेंगे। साथ ही उस हालिया पॉडकास्ट के भी हर बड़े खुलासे पर बात करेंगे, जिसने विजय माल्या को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।
विजय माल्या: विरासत में मिला शराब का साम्राज्य
विजय माल्या का जन्म 18 दिसंबर 1955 को हुआ था। पिता विठ्ठल माल्या यूनाइटेड ब्रुअरीज ग्रुप के चेयरमैन थे, जो भारत में 'किंगफिशर बीयर' के लिए मशहूर था। विजय माल्या ने सिर्फ बिजनेस नहीं संभाला, उसे एक ब्रांड बना दिया। उनके ब्रांड का टैगलाइन था—'किंग ऑफ गुड टाइम्स', और खुद विजय माल्या इसके जीते-जागते पोस्टर बॉय बन गए। उनकी लाइफस्टाइल बेहद आलीशान थी। लग्जरी यॉट, प्राइवेट जेट्स, खूबसूरत विला, स्पोर्ट्स कारें, दुनिया भर के क्लब्स में पार्टियां—विजय माल्या की पहचान ही बन गई थी 'अल्ट्रा रिच प्लेबॉय' की। लेकिन इसके पीछे एक रणनीति थी—ब्रांडिंग। किंगफिशर सिर्फ एक बीयर नहीं थी, बल्कि एक सपना था, जो युवा वर्ग को बेचने में विजय माल्या माहिर थे।
क्रिकेट और विजय माल्या: जब IPL बना ग्लैमर का अखाड़ा
2008 में जब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू हुआ तो विजय माल्या ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) टीम खरीदी। IPL का पहला सीजन था, और माल्या ने इसे भी एक शो बना दिया। विदेशी खिलाड़ियों की बोली में सबसे महंगे खिलाड़ी खरीदे, और हर मैच में उनकी उपस्थिति एक फिल्मी हीरो जैसी होती थी। लाल रंग की टीम, मॉडल्स की मौजूदगी, और खुद माल्या की शाही एंट्री—RCB को एक ब्रांड बनाते देर नहीं लगी। RCB भले ही बार-बार फाइनल हारती रही, लेकिन उस वक्त तक माल्या और उनकी टीम सोशल मीडिया और क्रिकेट के ग्लैमर का पर्याय बन गई थी। विराट कोहली की RCB से शुरुआत भी उसी दौर में हुई, और धीरे-धीरे माल्या ने क्रिकेट को भी अपनी ‘गुड टाइम्स’ ब्रांडिंग से जोड़ दिया।
Kingfisher Airlines: सपनों की उड़ान जो कर्ज में गिर गई
विजय माल्या का सबसे बड़ा सपना था—किंगफिशर एयरलाइंस। 2005 में जब उन्होंने इसकी शुरुआत की, तो यह एयरलाइंस लग्जरी की पहचान बन गई। चमकदार रेड सीट्स, एयर होस्टेस के ग्लैमरस आउटफिट्स, बेहतरीन सर्विस—ये सब चीज़ें उस समय दूसरी एयरलाइंस में नहीं मिलती थीं। लेकिन सपनों की ये उड़ान जल्द ही कर्ज के तूफान में घिरने लगी। शुरुआत में ही महंगे ऑपरेशंस, खराब बिजनेस प्लानिंग और हवाई टिकट्स के दाम कम रखने की वजह से एयरलाइंस घाटे में चली गई। ऊपर से, विजय माल्या ने विदेशी उड़ानों की अनुमति के लिए जबरन डेक्कन एयरलाइंस को खरीदा, जो पहले से नुकसान में थी। धीरे-धीरे बैंकों से लिए गए हजारों करोड़ रुपये के कर्ज माल्या पर भारी पड़ने लगे। 2012 में किंगफिशर एयरलाइंस पूरी तरह बंद हो गई। कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला, बैंकों का पैसा डूबने लगा, और भारत में विजय माल्या को ‘डिफॉल्टर’ करार दे दिया गया।
भगोड़े की जिंदगी: भारत से लंदन तक का सफर
2016 में विजय माल्या भारत छोड़कर चुपचाप लंदन भाग गए। उन पर करीब 9,000 करोड़ रुपये का बकाया था, जिसे भारतीय बैंक वसूल नहीं कर पाए। माल्या के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के केस दर्ज हुए। भारतीय एजेंसियां लगातार उनकी प्रत्यर्पण की कोशिश करती रहीं, लेकिन ब्रिटेन की कानूनी प्रक्रिया इतनी जटिल थी कि मामला सालों तक खिंचता रहा। ब्रिटिश अदालतों ने कई बार भारत को झटका दिया, तो कभी उम्मीद जगाई। लेकिन विजय माल्या लंदन में एक आलीशान विला में जिंदगी बिता रहे थे। कभी-कभी मीडिया में उनकी तस्वीरें आतीं, लेकिन उन्होंने खुद कभी खुलकर अपना पक्ष नहीं रखा।
विजय माल्या का नया खुलासा: पॉडकास्ट में खोले राज
इसी बीच, 2025 में भारत के एक मशहूर यूट्यूबर ने लंदन जाकर विजय माल्या का इंटरव्यू किया। यह पॉडकास्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पहली बार विजय माल्या ने कैमरे के सामने खुलकर बोला—किंगफिशर की नाकामी, IPL से जुड़े किस्से और बैंकों का पैसा कैसे डूबा, सब पर उन्होंने अपनी बात रखी। माल्या ने कहा—"मैंने कभी किसी का पैसा जानबूझकर नहीं लिया। मेरे एयरलाइंस के फेल होने की वजह से हालात बिगड़े। ये सिर्फ बिजनेस का फेलियर था, न कि धोखाधड़ी। अगर भारत सरकार मेरे साथ सही से व्यवहार करती तो मैं आज भी एयरलाइंस चला रहा होता।"
RCB पर पूछे गए सवाल पर माल्या बोले—"RCB मेरी जिंदगी का हिस्सा थी। मैंने उसे एक ग्लैमरस ब्रांड बनाया। विराट कोहली जैसे खिलाड़ी को तब मौका दिया जब लोग नहीं जानते थे। पर IPL में पैसा जितना आता था, उतना ही खर्च भी होता था। ये कोई आसान बिजनेस नहीं था।" लेकिन सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब उन्होंने कहा—"आज भी अगर भारत सरकार बातचीत करना चाहती है तो मैं तैयार हूं। मैं अपने हिस्से का कर्ज चुकाने के लिए तैयार हूं, बशर्ते मुझे इंसाफ मिले।"
फैंटेसी से हकीकत तक: विजय माल्या का खुद का विश्लेषण
पॉडकास्ट के दौरान विजय माल्या ने स्वीकार किया कि उनकी लाइफस्टाइल भले ही फैंटेसी जैसी दिखती थी, लेकिन उसके पीछे बिजनेस की गहरी रणनीति थी। "किंगफिशर सिर्फ शराब नहीं थी, वो एक सपना था, जो मैंने बेचा। IPL में भी मैं यही कर रहा था। मैं एक सपना बेच रहा था—अमीर बनने का, ग्लैमर का हिस्सा बनने का। पर सपने बेचते-बेचते मैं खुद हकीकत से दूर हो गया।" विजय माल्या की ये स्वीकारोक्ति उतनी ही कड़वी थी जितनी उनकी गिरती हुई एयरलाइंस की हालत। उन्होंने अपने पॉडकास्ट में साफ कहा—"मैंने गलतियां कीं, लेकिन मैं चोर नहीं हूं। अगर मैं भागना चाहता तो दुनिया में और भी जगहें थीं, मैं लंदन इसलिए हूं क्योंकि यहीं से कानूनी लड़ाई लड़ सकता था।"
अब आगे क्या?
भारत सरकार अभी भी विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर काम कर रही है। लेकिन पॉडकास्ट में माल्या के इस बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है—क्या माल्या को भारत लाकर बातचीत के जरिए समाधान निकाला जाना चाहिए? क्या देश को उन 9,000 करोड़ में से कुछ रकम वसूलने का मौका मिलेगा? एक समय था जब विजय माल्या हर युवा का सपना था, IPL का किंग था, और 'गुड टाइम्स' का असली पोस्टर बॉय था। आज वही विजय माल्या लंदन की सड़कों पर अकेले टहलते नजर आता है। एक आदमी जिसने सपनों का साम्राज्य खड़ा किया था, अब उन सपनों की राख में अपने लिए रास्ता खोज रहा है। पॉडकास्ट में माल्या ने जो कहा, वो सुनकर भारत के लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया है। कुछ लोग उसे अब भी धोखेबाज़ मानते हैं, तो कुछ को लगता है कि शायद माल्या के साथ बातचीत कर नुकसान का कुछ हिस्सा वसूला जा सकता है।जो भी हो, विजय माल्या की कहानी आज भारत के कॉरपोरेट इतिहास की सबसे बड़ी चेतावनी है—कभी-कभी सपनों का वजन इतना भारी होता है कि वो आपके पूरे साम्राज्य को डुबो सकता है। और इस बार विजय माल्या ने खुद अपने मुंह से ये कहानी पूरी दुनिया को सुना दी।
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