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Banda News: केन नदी सूखने से बांदा में पेयजल संकट गहराया, जरूरत से 3 एमएलडी कम जलापूर्ति

Banda News: केन नदी का जलस्तर बीते साल की तुलना में 0.37 मीटर नीचे खिसक जाने से बांदा शहर में पेयजल संकट गहराने लगा है।

Om Tiwari
Report Om Tiwari
Published on: 12 May 2024 5:42 PM GMT
Drinking water crisis deepens in Banda due to drying of Ken river, water supply 3 MLD less than required
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केन नदी सूखने से बांदा में पेयजल संकट गहराया, जरूरत से 3 एमएलडी कम जलापूर्ति: Photo- Social Media

Banda News: तेज होती गर्मी के बीच केन नदी का जलस्तर बीते साल की तुलना में 0.37 मीटर नीचे खिसक जाने से बांदा शहर में पेयजल संकट गहराने लगा है। जल संस्थान की तमाम कवायद के बावजूद 26.3 एमएलडी पानी की जरूरत के विपरीत 23.1 एमएलडी पानी की ही आपूर्ति हो पा रही है। जल संस्थान का दावा है कि जलापूर्ति सुचारु बनाने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। कुओं और टैंकरों का भी उपयोग हो रहा है।

जल संस्थान को करनी पड़ रही कड़ी मशक्कत

जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने बताया, बांदा शहर में 2 इन्टेकवेल, 25 नलकूप, 10 ओवर हेड टैंक एवं 8 सीडब्लूआर के जरिए जलापूर्ति हो रही है। हालांकि इससे जरूरत के सापेक्ष 3.2 एमएलडी कम पानी उपलब्ध होता है। कमी पूरी करने के लिए 45 कुओं में पम्पिंग प्लान्ट से पाइप लाइन संयोजन कर जलापूर्ति की जा रही है।

अघोषित विद्युत कटौती ने भी बढ़ाई मुसीबत

उन्होंने बताया, केन नदी का जल स्तर बीते वर्ष के न्यूनतम जल स्तर की तुलना में 0.37 मीटर नीचे खिसकने से नदी में अस्थायी चैनल एवं बंधा बनाकर जलापूर्ति करनी पड़ रही है। शहर के कई क्षेत्र काफी ऊँचाई पर स्थित हैं। जर्जर विद्युत तारों को बदलने से अघोषित विधुत कटौती एवं विद्युत फाल्ट आदि के चलते कभी-कभार ओवर हेड टैंक नहीं भर पाते। विद्युत विभाग से समन्वय बनाकर काम हो रहा है। टैंकरों से भी जलापूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

आरओ प्लांट, रेस्तरां और धुलाई सेंटरों पर कसेगा शिकंजा

इधर बिना पंजीयन कराए संचालित हो रहे आरओ प्लांट, रेस्तरां और धुलाई सेंटरों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। बांदा नगरपालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी ने बताया, इन सबका भू-गर्भ विभाग में पंजीयन जरूरी है। नगरपालिका को भी जानकारी देनी होती है। लेकिन ऐसी कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई। लिहाजा अपंजीकृत आरओ प्लांट, रेस्तरां और धुलाई सेंटरों आदि के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।

Shashi kant gautam

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