सरदार पटेल के ये 8 विचार बदल देंगे आपकी सोच

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भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को 'लौहपुरुष' के नाम से भी जाना जाता है।
कहते हैं बारडोली सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे पटेल को सत्याग्रह की सफलता पर वहां की महिलाओं ने उन्हें सरदार की उपाधि दी थी। तभी से वो सरदार वल्लभ भाई पटेल बन गए।
गुजरात के नडियाद में जन्मे सरदार पटेल के विचार आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायी हैं।
आइए जानते हैं सरदार वल्लभ भाई पटेल के वो अनमोल विचार, जो आज भी आपकी सोच बदल देगी।
अधिकार मनुष्य को तब तक अंधा बनाए रखेंगे, जब तक मनुष्य उस अधिकार को प्राप्त करने के लिए मूल्य न चुका दे।
जब जनता एक हो जाती है तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता। जात-पात और ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर सब एक हो जाइए।
कठिन समय में कायर बहाना ढूंढ़ते हैं और बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते हैं।
आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए।
हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए।
शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है। विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं।
आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आंखों को क्रोध से लाल होने दीजिए और अन्याय का सामना मजबूत हाथों से कीजिए।