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Kharmas Kab Lagega 2023: खरमास कब से हो रहा शुरू, बंद हो जाएंगे शुभ काम, जानिए इस मास किस तरह मिलेगी सफलता और तरक्की

Kharmas Kab Lagega 2023: खरमास एक खराब मास है। इस माह में महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत सूर्य निस्तेज और क्षीण हो जाता है। सूर्य 16 दिसंबर को जब वृश्चिक राशि से धनु राशि में जाएंगे तो खरमास की शुरुआत होती है। इस मास में क्या होता है जानते हैं....

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 10 Dec 2023 5:25 AM GMT
Kharmas Kab Lagega 2023: खरमास कब से हो रहा शुरू, बंद हो जाएंगे शुभ काम, जानिए इस मास किस तरह मिलेगी सफलता और तरक्की
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Kharmas 2023 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है खरमास: खरमास 16 दिंसबर 2023 से लग रहे हैं, इस दिन धनु संक्रांति है। इसका समापन 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति पर होगा। मकर संक्रांति पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं और खरमास समाप्त हो जाते हैं। जीवन में खुशहाली तभी आती है जब सूर्य मजबूत होते हैं, उजाला ही जीवन को खुशियों और उम्मीदों से भर सकता है। जब यह उजाला ही धीमा हो तो फिर खुशियां भी कैसी! खरमास कब है 2023इस वर्ष 16 दिसंबर 2023 से खरमास की शुरुआत हो रही है और इसका समापन होगा 15 जनवरी, 2024 को। यह एक महीना भी कुछ हद तक चतुर्मास की अवधि की तरह ही है। इससे जुड़े नियम भी कुछ वैसे ही हैं.... चतुर्मास में भगवान विष्णु के योह निद्रा में लीन होने की वजह से शुभ कार्यों पर रोक जाती है और खरमास में सूर्य देव की धीमी चाल मांगलिक कार्यों को रोक देती है। अब आप सोच रहे होंगे कि इस एक महीने की अवधि को खरमास क्यों कहा जाता है।

खरमास में शुभ काम की मनाही

सूर्यदेव के रथ के 7 घोड़े हैं... जो कभी नहीं थकते, हर समय भागते रहते हैं। लेकिन इस एक महीने की अवधि में सूर्य देव का रथ खर यानि गधों के द्वारा चलाया जाता है। इसलिये इस 30 दिनों की अवधि को खरमास कहा जाता है। खरमास के दिनों में ग्रह प्रवेश, मुंडन, विवाह, जनेऊ संस्कार, नामकरण आदि जैसे मांगलिक कार्य संपन्न नहीं किए जाते हैं। आपको बता दें इस दौरान सूर्य की कमजोरी की वजह से वातावरण में नकारात्मक हालात विकसित होते हैं, ऐसे में बीमारियाँ बढ़ती हैं, मन में चंचलता आती है

किसी भी नई शुरुआत या मांगलिक कार्य के लिए यह माह सही नहीं माना जाता। इस अवधि में कोई बड़ी डील, प्रॉपर्टी, गाड़ी की खरीददारी, आदि वर्जित हैं। इस अवधि में घर के लिए कोई नई चीज नहीं खरीदनी चाहिए, साथ ही निर्माण कार्य भी प्रारंभ नहीं करवाना चाहिए। माना जाता है ऐसा करने पर मकान का कमजोर होना, चोरी-चकारी का खतरा और आग लगाने का भी रहता है। ऐसे मकानों या गाड़ी में दुर्घटना होने की संभावना हो सकती है।

खरमास में क्या करें (Kharmas Me Kya Kare)

खरमास में शुभ कार्य वर्जित हैं लेकिन ये अवधि पूजा-पाठ के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। खरमास के देवता विष्णु जी हैं। ऐसी मान्यता है कि इस समय सत्यनारायण की कथा करने से परिवार में खुशहाली आती है. तरक्की के रास्ते खुलते हैं।खरमास के पूरे माह में तुलसी जी को नियमित जल देने से लाभ हो सकता है और संध्या के समय दीपक जरूर प्रज्वलित करें।

खरमास में रोज सूर्य देव को जल चढ़ाने से आरोग्य का वरदान मिलता है. सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ता. इसके साथ ही बृहस्पति के मंत्रों का जाप भी करें।

अगर प्रेम विवाह का मामला हो या किसी कारणवश विवाह टाला नहीं जा सकता हो उसे खरमास में भी संपन्न करवाया जा सकता है। इसके अलावा नियमित कार्य सुचारू रूप से चलाए जा सकते है, साथ ही जिन कार्यों की शुरुआत खरमास से पहले कर दी गई थी उन्हें भी जारी रखा जा सकता है। 15 जनवरी, 2024 को मकर संक्रांति के दिन जब सूर्य पुन: अपने तेज और प्रभाव में आ जाएंगे तब शुभ कार्यों का सिलसिला आरंभ हो जाएगा, मकर संक्रांति को पौराणिक दस्तावेजों के अंतर्गत बेहद शुभ माना गया है।

इस मास में सत्यनारायण भगवान की पूजा, होम, जप, योग, ध्यान, दान, तीर्थ में स्नान करना उत्तम होता है। पुरुषोत्तम मास में जमीन पर सोना, पत्तल पर भोजन करना, शाम को एक वक्त खाना चाहिए। सभी का सम्मान करना चाहिए।

देवी-देवता, ब्राह्मण, गाय, साधु-संयासी, बड़े-बुजुर्ग की सेवा और आदर करना चाहिए।खरमास में ताबें के बर्तन में रखा हुआ दूध और चमड़े में रखा हुआ पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही अपने हाथ से बना खाने का सेवन करना चाहिए। इन दिनों में साधारण जीवन जीना चाहिए।

लक्ष्मी जी की पूजा करें औप पीपल के वृक्ष के नीचे दीप दान और पूजा करेंगे तो अच्छा रहेगा।धन संबंधी परेशानी दूर होगी।

खरमास में क्या नहीं करें (Kharmas Me Kya Nahi Kare)

धनु संक्रांति से लेकर मकर संक्रांति से पूर्व तक सूर्य धीमी गति से चलता है और इस समय में बृहस्पति ग्रह का प्रभाव भी कम होता है. ऐसे में कोई भी मांगलिक कार्य करने से उसका फल नहीं मिलता> इस दौरान विवाह, सगाई, लग्न आदि का काम नहीं करना चाहिए.।ये अवधि अशुभ मानी जाती है।खरमास में विवाह संबंधी कार्य करने पर दांपत्य जीवन पर बुरा असर पड़ता है।

खरमास की अवधि में गृह प्रवेश भी नहीं करना चाहिए. गृह प्रवेश एक घर की शुरुआत का शुभ दिन होता है।ऐसे में खरमास के दौरान गृह प्रवेश करने पर दोष लगता है और घर में रहने वाले लोगों का जीवन तनाव में गुजरता है।

शुभ कार्य की तरह ही नया बिजनेस या व्यापार से जुड़ी महत्वपूर्ण योजना लागू करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है, ताकि कार्य में सफलता मिले. खरमास अशुभ माने गए हैं। इसलिए इस दौरान कोई नया काम नहीं शुरू करना चाहिए।मान्यता है ऐसा करने पर व्यवसाय फलता-फूलता नहीं है।धन-संपत्ति की हानि होती है साथ ही परिवार में क्लेश बढ़ते हैं।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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