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Jammu Kashmir Mein Aatank Ka Khatma : घाटी से आतंकियों का खात्मा जल्द, सेना ने मार गिराए लश्कर कंमाडर सहित कई आतंकी

Jammu Kashmir Mein Aatank Ka Khatma : घाटी में सेना ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए सेना ने अब तक 9 मुठभेड़ों में 13 आतंकवादियों को मार गिराया है।

Vidushi Mishra
Written By Vidushi Mishra
Published on: 16 Oct 2021 1:26 PM GMT
Jammu Kashmir Mein Aatank Ka Khatma : घाटी से आतंकियों का खात्मा जल्द, सेना ने मार गिराए लश्कर कंमाडर सहित कई आतंकी
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Jammu Kashmir Mein Aatank Ka Khatma : जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना ने आतंकियों का नामों-निशान मिटाने की ठान ली है। लगातार आतंकियों की नापाकियत का शिकार हो रहे निर्दोष लोग और एक के बाद एक कश्मीरी पड़ितों की हत्या (Kashmiri Panditon Ki Hatya) का बदला लेने के लिए सेना से एक ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन में सेना ने अब तक 9 मुठभेड़ों में 13 आतंकवादियों को मार गिराया है।

घाटी में सेना ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (Maara Gaya lashkar-e-taiyaba Ka Top Commander) का टॉप कमांडर उमर मुश्ताक खांडे को ढेर (Maara Gaya lashkar-e-taiyaba Ka Top Commander Umar Mushtaq Khande) कर दिया है। बता दें, इस लश्कर के कमांडर उमर मुश्ताक ने दो पुलिसकर्मियों मोहम्मद यूसुफ और सुहैल अहमद की श्रीनगर में हत्या की थी।

घाटी से आतंकियों का सफाया

ऐसे में कश्मीर में सेना ने मारे गए आतंकियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। आतंकियों के खात्मे के लिए इस ऑपरेशन को सेना की 50-आरआर(राष्ट्रीय राइफल्स) और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया।

इस बारे में आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि नागरिक हत्याओं के बाद 9 मुठभेड़ों में 13 आतंकवादी (Jammu Kashmir Mein Kitne Aatanki Maare Gaaye) मारे गए। हमने 24 घंटे से भी कम समय में श्रीनगर शहर के 5 में से 3 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। आगे उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह मारे गए किसी भी रहवासी को पुलिस ने सुरक्षा मुहैया नहीं कराई थी।

भारतीय सेना (फोटो- सोशल मीडिया)

सेना ने इस ऑपरेशन में लश्कर और टीआरएफ के 13 आतंकी मारे गिराए (Maara Gaya lashkar-e-taiyaba Ka Top Commander) हैं। साथ ही उमर मुश्ताक और खुर्शीद को भी मौत के घाट उतार दिया है। लश्कर के आतंकियों ने बीते दिनों कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Panditon Ki Hatya) और आम जनता को अपना निशाना बनाया था।

गौरतलब है कि सीमा से लगे हुए राजौरी और पुंछ जिले में आतंकियों के गोलाबारी के किस्से थमने का नाम ही ले रहे थे। पहाड़ियों के सहारे आतंकियोें गांव वालों और रास्ते से आने-जाने वालों को अपना निशाना बना रहे थे।

यहां आतंकियों के छिपे होने की आशंका

बीते दिनों इन आतंकियों की गोलाबारी में दो जेसीओ समेत आठ जवान शहीद हो गए। ऐसे में सेना ने अब आतंकियों को मिटाने की ठान ली है। लगातार आतंकियों ने दो हमले किए, जिसमें सेना को काफी नुकसान हुआ।

वहीं अब ये आतंकी कश्मीर की तरफ नहीं बल्कि वापस एलओसी की दिशा में आकर छिप गए हैं। एक के बाद एक आतंकियों के मरने की वजह से अब ये भागने की फिराक में हैं। सूत्रों से अनुसार, मेंढर के जंगलों में भी आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है।

ऐसे में आतंकियों के सफाया होने पर आईजीपी ने कहा कि आठ अक्टूबर से अब तक नौ मुठभेड़ों में 13 आतंकवादी मारे गए हैं। दो और (पंपोर में एक मुठभेड़ में) घिरे हुए हैं और वे भी जल्द ही मारे जाएंगे।कई राजनीतिक नेताओं ने कश्मीर में निवासियों की हत्याओं को लेकर केंद्र और सुरक्षा बलों की आलोचना की थी। कुछ ने यह भी मांग की थी कि ''बार-बार सुरक्षा चूक'' के लिए जवाबदेही तय हो और घाटी में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान की जाए।

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