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Rabindra Narain Singh: जानिए VHP के नए अध्यक्ष डॉ. रवींद्र नारायण सिंह के बारे में

Rabindra Narain Singh: पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर रवींद्र नारायण सिंह विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नए अध्यक्ष बन गए हैं। आइए जानते है उनके जीवन के बारे में...

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Newstrack NetworkPublished By Chitra Singh
Published on: 18 July 2021 5:06 AM GMT
Rabindra Narain Singh
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रवींद्र नारायण सिंह (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Rabindra Narain Singh: पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर रवींद्र नारायण सिंह (Rabindra Narain Singh) विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नए अध्यक्ष (New President of Vishwa Hindu Parishad) बन गए हैं। इन्हें चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में 2010 में देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था। आइए जानते है इनकेल जीवन के बारे में...

दरअसल शनिवार को विश्व हिंदू परिषद ने (Vishwa Hindu Parishad, VHP) ऑर्थोपेडिक सर्जन रवींद्र नारायण सिंह को अपना नया अध्यक्ष चुना। डॉ. रवींद्र नारायण सिंह ने 82 वर्षीय विष्णु सदाशिव कोकजे की जगह ली, जो अप्रैल 2018 से इस पद पर थे।

रवींद्र नारायण सिंह का जीवन परिचय (Rabindra Narain Singh Ka jivan Parichay)

डॉ. रवींद्र नारायण सिंह का जन्म पटना में हुआ था। ये बिहार के सहरसा जिले में स्थित गोलमा के मूल रूप से निवासी हैं। डॉ. नारायण एक हड्डी रोग चिकित्सक (orthopedic surgeon) हैं। डॉ. रवींद्र नारायण सिंह 2006-07 में बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन (Bihar Orthopedic Association) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे पटना के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (All India Institute of Medical Sciences) में आचार समिति के अध्यक्ष भी हैं। इन्हें देश के प्रख्यात हड्डी रोग चिकित्सकों में से एक माना जाता है। उनके बेटे आशीष भी नागपुर से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की हैं।

रवींद्र नारायण सिंह की शिक्षा (Rabindra Narain Singh Education)

अगर बात करें डॉ. रवींद्र नारायण सिंह की शिक्षा की तो इन्होंने 1970 में पटना मेडिकल कॉलेज (Patna Medical College) से एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई की है। इसके बाद इन्होंने 1976 में इंग्लैंड के स्थित क्वीन मेडिकल कॉलेज (Queen Medical College) से एम. एस. (M.S.) किया। 1978 में डॉ. नारायण रॉयल कालेज एडिनबर्ग में शिक्षा ग्रहण किया। इसके बाद वे 1981 में इंग्लैंड चले गए और वहां के लिवरपूल यूनिवर्सिटी (Liverpool University) से ऑर्थोपेडिक्स में एमसीएच (MCH) की पढ़ाई की। यहां पढ़ाई पूरी करने के बाद वे 1983 में अपने स्वदेश लौट आए। भारत लौटने के बाद वे पटना में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (Indian Red Cross Society) से जुड़ें और मुफ्त में मरीजों का इलाज करना शुरू किया।

नारायण को मिले कई बड़े पुरस्कार (Rabindra Narain Singh Awards)

डॉ. रवींद्र नारायण सिंह के सराहनीय कार्यों के लिए इन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। 2009 में बिहार के राज्यपाल आर.एल. भाटिया (R.L. Bhatia) ने डॉ. नारायण को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया था। वहीं 2010 में भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल (Pratibha Patil) ने इन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'पद्मश्री' से नवाजा। यह सम्मान उन्हें चिकित्सा विज्ञान में अहम योगदान के लिए दिया गया था। आपको बता दें कि डॉ. रवींद्र नारायण सिंह बाधिर और नेत्रहीन बच्चों की शिक्षा के लिए काफी काम किया है।

Chitra Singh

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