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UP MLC Elections: यूपी विधान परिषद की 2 सीटों के लिए शुरू हुआ नामांकन, बीजेपी-सपा में फिर होगा मुकाबला

UP MLC Elections: यह दोनों सीट समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के निधन और दूसरी सीट बीजेपी के पूर्व एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह के अलीगढ़ की बरौली सीट से विधायक चुने जाने के बाद इस्तीफा देने से खाली हुई है.

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 25 July 2022 6:26 AM GMT
UP MLC Elections
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UP MLC Elections (image social media)

UP MLC Elections: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो रिक्त सीटों के लिए आज से नामांकन शुरू हो गया है. इन दोनों सीटों पर 1अगस्त तक नामांकन होगा, जबकि दो अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी. नाम वापसी के लिए चार अगस्त अंतिम तारीख़ है. जबकि 11 अगस्त को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक उपचुनाव के लिए मतदान होगा. यह दोनों सीट समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के निधन से खाली हुई है।

दूसरी सीट बीजेपी के पूर्व एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह के अलीगढ़ की बरौली सीट से विधायक चुने जाने के बाद 24 मार्च 2022 को उनके इस्तीफा देने से खाली हुई है. ठाकुर जयवीर सिंह का कार्यकाल 5 मई 2024 तक था. जबकि अहमद हसन का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था. संख्या बल को देखते हुए तय है कि दोनों सीट पर भाजपा की जीत तय है.

यूपी विधानसभा में कुल 403 विधायक हैं, जिनमें अकेले भाजपा के 255, जबकि उनके सहयोगी निषाद पार्टी और अपना दल एस को मिलाकर 273 तक आंकड़ा पहुंचता है. वहीं समाजवादी पार्टी के 111, राष्ट्रीय लोकदल और सुभासपा को मिलाकर यहां खड़ा 125 तक पहुंचा था लेकिन अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को अखिलेश यादव ने अलग कर दिया है. जिससे उनके छह विधायक कम हो जाएंगे.

इसके साथ ही शिवपाल यादव भी अब समाजवादी पार्टी के खेमे से नहीं है. इस हिसाब से समाजवादी पार्टी गठबंधन के सात विधायक कम हो जाएंगे. बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक, जबकि राजा भैया की पार्टी लोकतांत्रिक जनसत्ता दल के दो विधायक हैं. हालांकि इन दोनों सीटों के लिए एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच मुकाबला होगा.

विधान परिषद में छिनी विपक्ष की कुर्सी

यूपी विधान परिषद में अब समाजवादी पार्टी के पास विपक्ष की कुर्सी भी नहीं बची है. संख्या बल कम (9 एमएलसी) होने से अब विधान परिषद में कोई भी नेता प्रतिपक्ष नहीं हैं. जिसकी वजह से विधान परिषद में भी बीजेपी का दबदबा हो गया है. उत्तर प्रदेश में यह भी कई वर्षों बाद हुआ है जब दोनों सदनों में किसी एक दल का पूर्ण बहुमत हो.

यूपी विधान परिषद की स्थिति

विधान परिषद में मौजूदा वक़्त में भाजपा के 73, सपा के 09, बसपा 01, अपना दल एस 01, निषाद पार्टी 01, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक 01, शिक्षक दल गैर राजनीतिक 02, निर्दलीय समूह के दो और दो सदस्य निर्दलीय हैं।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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