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Pratik Gandhi Wiki: स्कैम 1992 - द हर्षद मेहता स्टोरी के लोकप्रियता का प्रतीक बने प्रतीक गांधी, आइये जाने इनके जीवन के बारे में

Pratik Gandhi Wiki in hindi: अभिनेता प्रतीक गांधी ने अपनी एनर्जी और टाइम को अभिनय पर इन्वेस्ट किया। नतीजा आज हम सभी के सामने है।

Priya Singh
Written By Priya SinghPublished By Vidushi Mishra
Published on: 23 Nov 2021 5:26 PM GMT
Pratik Gandhi Wiki
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Pratik Gandhi Wiki in hindi: प्रतीक गांधी बॉलीवुड का वह चेहरा है जिनकी मौजूदगी साबित करती है कि प्रतिभा अपने रास्ते खुद तलाश कर लेती है। प्रतीक गांधी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि ऐसी जगह अपना टाइम , एनर्जी और सबकुछ इनवेस्ट करना है,जो मुझसे कभी कोई छीन न सके। अभिनेता प्रतीक गांधी ने अपनी एनर्जी और टाइम को अभिनय पर इन्वेस्ट किया। नतीजा आज हम सभी के सामने है।

प्रतीक गांधी आज एकमात्र फिल्म (pratik gandhi web series) सीरिज 'स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी' (Scam 1992: The Harshad Mehta Story) की वजह से फिल्ममेकर्स की पहली पसंद बन चुके हैं। इस फिल्म में प्रतीक ने अपने एटिट्यूड, स्टाइल और डायलॉग डिलीवरी का इतना सटीक मिश्रन पेश किया कि दर्शकों को यह समझ आ गया कि बॉलीवुड का आने वाला समय हीरे की तरह चमकदार होने वाला है।


अभिनेता प्रतीक गांधी का जीवन परिचय (Bollywood actor Pratik Gandhi Biography)

फिल्म सीरिज (pratik gandhi harshad mehta) में जिस अंदाज से प्रतीक ने हर्षद मेहता (harshad mehta scam) के स्माइल को कॉपी किया है, वो वाकई काबिले तारीफ है। अभिनेता प्रतीक गांधी ने अपने जीवन के सफर की शुरुआत कहां से और कैसी की आइए जानते हैं इसके बारे में।

अभिनेता प्रतीक गांधी के बारे में जानें- (Kaun Hain Pratik Gandhi)

अभिनेता प्रतीक गांधी का जन्म (pratik gandhi age) 29 अप्रैल 1989 को सूरत, गुजरात में हुआ। अभिनेता का पालन - पोषण भी इसी शहर हुआ। वो एक गुजराती परिवार (pratik gandhi Gujarati) से संबंध रखते हैं। अभिनेता के पिता (Pratik Gandhi Father) पेशे से एक शिक्षक थें। इसलिए घर का माहौल भी पढ़ाई वाला था।

अभिनेता के घर में अगर उनके दूर के किसी रिश्तेदार को देखा जाए, तो वो भी पढ़ाई के ही क्षेत्र में कुछ बेहतर करता नजर आता था। इसलिए अभिनेता के पिता भी चाहते थें कि उनका बेटा अकेडमिक्स में जाए। अभिनेता को शुरुआती दौर में मेडिकल करने का बहुत मन था। हालांकि मार्क्स कम आने की वजह से ऐसा न हो पाया।

अभिनेता प्रतीक गांधी के परिवार के बारे में जानें (Pratik Gandhi Family)

अभिनेता प्रतीक गांधी के माता का नाम रिता गांधी है। वो पेशे से एक शिक्षिका हैं। अभिनेता के पिता का नाम अज्ञात है लेकिन उनके पेशे के बारे में बात की जाए तो वो पेशे से एक रिटायर्ड शिक्षक हैं।

अभिनेता का एक छोटा भाई है जिसका नाम पुनीत गांधी है। पुनीत गांधी पेशे से एक डिजाइनर हैं। पुनीत को गाने का बेहद शौक है और उनकी आवाज भी बेहद शानदार है। इसलिए उन्हें फिल्म लवनी भवई में "अठदया करे चे" गाना गाने का सुनहरा मौका मिला।

प्रतीक गांधी की पत्नी का नाम भामिनी ओज़ा है और वो पेशे से एक अभिनेत्री हैं। भामिनी को चर्चित शो साराभाई वर्सेज साराभाई में मशहूर किरदार किस्मी की भूमिका निभाते देखा गया है। अभिनेता की एक बेटी है जिसका नाम मियारा है।

अभिनेता प्रतीक गांधी के शिक्षा के बारे में जानें (Pratik Gandhi Education)

अभिनेता प्रतीक गाँधी ने अपनी स्कूल की पढ़ाई वीडी देसाई (वाडीवाला) हाई स्कूल से पूरी की है। यह स्कूल सूरत में स्थित है। वह अपने स्कूल के दिनों से ही थिएटर और नाटकों में सक्रिय थे। उन्हें थिएटर का शौक था लेकिन साथ ही उनका ध्यान अपनी शिक्षा की ओर भी था।

अभिनेता बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहते थें। लेकिन 12वीं की परिक्षा में उन्हें उस मुताबिक अंक नहीं आ पाया। जिसके बाद अभिनेता ने इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने का निर्णय किया। प्रतीक ने सूरत से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पूरा किया।


लेकिन, डिप्लोमा पूरा करने के बाद, उन्होंने महसूस किया कि उन्हें इंजीनियरिंग में भी डिग्री की शिक्षा की आवश्यकता है। इसलिए, प्रतीक गांधी को औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री पूरी करने के लिए जलगाँव के उत्तरी महाराष्ट्र विश्वविद्यालय में जाना पड़ा।

प्रतीक गांधी ने अपने डिप्लोमा करने के बारे में बात करते हुए बताया, "डिप्लोमा के बाद हमारे पास गुजरात में डिग्री के लिए सीमित सीटें हुआ करती थीं। डिप्लोमा में पहले दो रैंक वालों को ही डिग्री में प्रवेश मिलता था। और, मैं उनमें से नहीं था। बहुत से लोगों ने मुझे डिप्लोमा के साथ घर बसाने का सुझाव दिया क्योंकि शिक्षा की डिग्री इंजीनियरिंग को पूरा करने के लिए एक लंबा रास्ता होगा। इसलिए, मैंने एक साल तक सेल्समैन के रूप में काम किया। लेकिन, एक इंजीनियर होने के नाते, मैं सेल्समैन की नौकरी से संतुष्ट नहीं था। इसलिए, मैंने इंजीनियरिंग करने का फैसला किया। अभिनेता के पास उस वक्त पर्याप्त पैसे नहीं थें कि वो किसी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन ले पाएं। ऐसे में उन्होंने जलगांव के नॉर्थ महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी में फोन किया और सीधे प्रिंसिपल से बात की। अभिनेता ने प्रिंसिपल से कहा, "मैंने कॉलेज के प्रिंसिपल से कहा कि मैं डिग्री में प्रवेश लेना चाहता हूं लेकिन मेरे पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं। इसके अलावा, मैं एक डिस्टिंक्शन का छात्र हूं। प्रिंसिपल ने मुझसे कहा कि तुम हमारे कॉलेज में आओ, हम सेटल हो जाएंगे। तो, इस तरह प्रतीक गांधी को जलगांव के उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय में प्रवेश मिला।


इसी के साथ प्रतीक ने एक साल तक सेल्समैन के रूप में काम भी किया। लेकिन इस काम में उनका मन नहीं लगा। कहते हैं न कि किसी भी काम को दिल लगाकर करना चाहिए, लेकिन प्रतीक गांधी का दिल तो अभिनय में लग चुका था। इसलिए उन्होंने अपना मनोरंजन करते रहने के लिए सूरत के एक थिएटर ग्रुप में शामिल हो गए। अभिनेता दिन में नौकरी करते थें और रात में 9:30 से 12:30 बजे तक रिहर्सल करते थें। ऐसे में उन्होंने अपनी नौकरी के साथ-साथ थिएटर और नाटकों को भी जारी रखा।

एक साल के बाद, प्रतीक उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय में शिक्षा की डिग्री के लिए जलगाँव चले गए। तो उस समय वह सोमवार से शुक्रवार तक कॉलेज किया करते थे। शुक्रवार की रात वह सूरत में रहता था जो जलगांव से छह घंटे की दूरी पर था। और फिर, शनिवार और रविवार को, वह सूरत में थिएटर करते थे। फिर रविवार की रात को वह सोमवार से कॉलेज जारी रखने के लिए जलगांव के लिए रहता था। यह 3 साल से लेकर अपनी डिग्री की शिक्षा पूरी करने तक चला। ऐसे में उन्होंने थिएटर के साथ-साथ अपनी डिग्री की पढ़ाई भी संभाली।

अभिनेता प्रतीक गांधी के करियर की शुरुआत कुछ इस प्रकार हुई (pratik gandhi ka career)

डिग्री प्राप्त करने के बाद प्रतीक जॉब और एक्टिंग दोनों करना चाहते थे। इसलिए वह मुंबई चले गए। उन्होंने मुंबई में ऑडिशन के लिए जाना शुरू किया लेकिन अच्छा दिखने वाला चेहरा न होने के कारण हमेशा रिजेक्ट कर दिए गए। 2008 में उन्हें इंजीनियरिंग में अपनी पहली कॉर्पोरेट नौकरी मिली। नौकरी के साथ-साथ उन्होंने गुजराती नाटक और थिएटर करना शुरू किया। नौकरी की वजह से कमर्शियल थिएटर करना संभव नहीं था। इसलिए प्रतीक ने प्रायोगिक थिएटर करना शुरू कर दिया। एक दिन उन्हें अहमदाबाद से फिल्म निर्माता अभिषेक जैन का फोन आया। अभिषेक अपने अगले गुजराती मूवी प्रोजेक्ट के लिए प्रतीक से मिलना चाहते थे। उन्होंने प्रतीक का ऑडिशन लिया और उन्हें अपनी गुजराती फिल्म ' बे यार' के लिए चुना। यह प्रतीक गांधी की पहली हिट फिल्म बनी।


pratik gandhi movies - प्रतीक ने अपनी फिल्म 'बे यार' की शूटिंग पूरी करने के लिए नौकरी से 25 दिनों की छुट्टी ली थी। शूटिंग के बाद उन्होंने वापस अपनी कॉर्पोरेट नौकरी जारी रखी। फिल्म रिलीज हुई और इसे खूब सराहना मिली। प्रतीक को अन्य परियोजनाओं के लिए भी प्रस्ताव मिलने लगे लेकिन फिर भी, उन्होंने अगले 2 वर्षों तक अपनी कॉर्पोरेट नौकरी जारी रखी। अभिनेता का कहना है कि वो उस वक्त एक अच्छी फिल्म की पटकथा के खोज में थें। साल 2016 में उन्हें एक अच्छी स्क्रिप्ट मिली और वो गुजराती फिल्म ' रॉन्ग साइड राजू ' थी। यह फिल्म एक बड़ी गुजराती हिट फिल्म बनी। इस फिल्म के बाद प्रतीक ने अपनी नौकरी छोड़ दी और उन्होने तय कर लिया कि अब वो अभिनेता ही बनेंगे।

साल 2020 में अभिनेता प्रतीक गांधी का यह निर्णय सही साबित हुआ, जब निर्देशक हंसल मेहता ने फिल्म स्कैम 1992 के लिए उनसे संपर्क किया। प्रतीक की भाषा में गुजराती लहजा था और वो हंसल मेहता के काम की जानकारी भी रखते थें। प्रतीक ने अपने एक इंटरव्यू में खुद कहा था, "अनुभव से बड़ा कोई गुरु नहीं होता है।" इस सीरिज को करते वक्त प्रतीक का अनुभव ही उनके काम आया। थियेटर में किए गए रिहर्सल और गुजराती फिल्मों के अभिनय ने उन्हें एक्टिंग में इतना परिपूर्ण कर दिया कि वो हर्षद मेहता के किरदार की भूमिका को ऐसे निभाते दिखाई दिए, जैसे कि वो स्वंय हर्षद मेहता ही हों। इसी का नतीजा रहा कि सीरीज स्कैम 1992 ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ब्लॉकबस्टर बन गई।

अभिनेता प्रतीक गांधी WIKI

प्रतीक गांधी की लंबाई 5 फीट 9 इंच (Pratik Gandhi Height)

प्रतीक गांधी की सेंटिमीटर में लंबाई 175 सेमी

प्रतीक गांधी की मीटर में लंबाई 1.75 मी

प्रतीक गाँधी का वजन 70 किलो (Pratik Gandhi Weight)

प्रतीक गाँधी के आंखों का रंग काला (Pratik Gandhi Eye Colour)

प्रतीक गाँधी के बालों का रंग काला (Pratik hair Colour)

प्रतीक गांधी के सीने का साइज 38 इंच ((Pratik Gandhi chest size)

प्रतीक गाँधी के कमर का साइज 32 इंच

प्रतीक गाँधी के बाइसेप्स का साइज 14 इंच

प्रतीक गांधी के बारे में अन्य रोचक बातें -

प्रतीक ने अपने एक नाटक ' मोहन के मसाला' के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में एक रिकॉर्ड दर्ज किया है, जो एक मोनोलॉग था। उन्होंने एक ही दिन में 3 अलग-अलग भाषाओं यानी अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में नाटक का अभिनय किया।

अभिनेता के फेवरेट एक्टर का नाम संजीव कुमार है।

प्रतीक जब कक्षा 8 में थें तो वो पहली बार टेलीविजन पर डीडी नेशनल द्वारा एक मंच नाटक के लिए दिखाई दिए।

प्रतीक ने मात्र 16 साल के उम्र में अपना पहला ऑडिशन दिया था।

अभिनेता प्रतीक गांधी का सोशल मीडिया अकाउंट (pratik gandhi ka social media)

अभिनेता प्रतीक गांधी का इंस्टाग्राम प्रोफाईल यहां है- https://www.instagram.com/pratikgandhiofficial/

अभिनेता प्रतीक गांधी का फेसबुक अकाउंट ये रहा- https://www.facebook.com/search/top?q=pratik%20gandhi

अभिनेता प्रतीक गांधी का टिवीटर अकाउंट ये रहा- https://twitter.com/pratikg80?ref_src=twsrc%5Egoogle%7Ctwcamp%5Eserp%7Ctwgr%5Eauthor

Vidushi Mishra

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