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नए खतरों पर बोले सेना प्रमुख, भारत को आक्रामकता के साथ करनी होगी तैयारी

देश की सीमाओं पर वर्तमान खतरों के मद्देनजर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने नई चुनौतियों को लेकर भारत को तैयार रहने को कहा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इन खतरों से निपटने के लिए भारत के आक्रामक रुख और अधिक मजबूत करने की जरूरत है।

Ashiki
Published on: 12 Feb 2021 3:55 AM GMT
नए खतरों पर बोले सेना प्रमुख, भारत को आक्रामकता के साथ करनी होगी तैयारी
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नए खतरों पर बोले सेना प्रमुख, भारत को आक्रामकता के साथ करनी होगी तैयारी

नई दिल्ली: देश की सीमाओं पर वर्तमान खतरों के मद्देनजर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने नई चुनौतियों को लेकर भारत को तैयार रहने को कहा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इन खतरों से निपटने के लिए भारत के आक्रामक रुख और अधिक मजबूत करने की जरूरत है। गौरतलब है कि सेना प्रमुख की यह टिप्पणी ऐसे वक्त पर आयी है जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि लद्दाख में भारत-चीन के बीच सेनाएं हटाने को लेकर सहमति बनी है।

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सीमाओं पर जो हो रहा उसको लेकर विचार करना चाहिए

आपको बता दें कि सेंटर फॉर लैंड वॉरफेयर द्वारा आयोजित एक सेमिनार में आर्मी चीफ नरवणे ने कहा कि हमारी उत्तरी सीमाओं के साथ जो कुछ भी हो रहा है उसको लेकर हमें अपनी सीमा के बारे में विचार करना चाहिए। साथ ही उन्होने कहा कि हमारी सीमाओं का सही निर्धारण न होने के कारण हमारी अखंडता और संप्रभुता संरक्षण के संबंध में चुनौतियां हैं।

नई तरह की चुनौतियों का जिक्र

जनरल नरवणे ने कहा कि बिना संदेह के आगे नए खतरे हैं, लेकिन कठिन वास्तविकता यह है कि विरासत की चुनौतियां काफी दूर नहीं गई हैं। उन्होंने 21वीं सदी में चुनौतियों के बदलते पैटर्न पर चर्चा करते हुए कहा कि टैंक और फाइटर जेट जैसे युद्धक प्लेटफॉर्म कभी 20वीं सदी में युद्ध के मुख्य आधार थे लेकिन अब नए तरह की चुनौतियां उभर रही हैं। इसके लिए उन्होंने आर्मेनिया-अजरबैजान के बीच हुए युद्ध का जिक्र किया।

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क्या कहा था रक्षा मंत्री राजनाथ ने??

दरअसल, गुरुवार को देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया है कि विवाद के करीब 10 महीने बाद साउथ और नॉर्थ बैंक से सैनिकों को वापस लेने के लिए चीन के साथ समझौते पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा- पैंगोंग लेक इलाके में सबसे पहले सेनाएं पीछे की जानी है। भारत-चीन के बीच हुए इस एग्रीमेंट के मुताबिक चीनी सेना अपने सैनिकों को फिंगर 8 के पीछे लेकर जाएगी। भारतीय सेना फिंगर 3 इलाके के पास अपने परमानेंट बेस धन सिंह थापा पोस्ट पर रहेगी।

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