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उपचुनाव मतदान : गोवा में तेजी तो दिल्ली में दिखी धीमी रफ्तार

Rishi
Published on: 23 Aug 2017 11:27 AM GMT
उपचुनाव मतदान : गोवा में तेजी तो दिल्ली में दिखी धीमी रफ्तार
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नई दिल्ली : दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कम संख्या दर्ज की गई है। विभिन्न केंद्रों पर वोट डालने आ रहे मतदाताओं ने बताया कि उप चुनाव को कामकाज के दिन रखा गया, जिसकी वजह से कम लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने मतदान केंद्रों पर पहुंचने में सक्षम हुए।

अधिकारियों को हालांकि उम्मीद है कि मतदान समाप्त होने से पहले शाम को मतदाताओं की संख्या बढ़ेगी।

आम आदमी पार्टी के विधायक वेद प्रकाश द्वारा मार्च में पार्टी छोड़ने और भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए पद से इस्तीफा देने के बाद बवाना में उपचुनाव हो रहे हैं।

वेद प्रकाश अब आप के उम्मीदवार रामचंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जो प्रसिद्ध पूर्वाचली चेहरा हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर तीन बार विधायक रहे सुरेंद्र कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है।

रामचंद्र ने वोट डालने के बाद कहा कि उन्हें विभिन्न मतदान केंद्रों से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के ठीक से काम न करने की शिकायतें मिली हैं।

बवाना विधानसभा क्षेत्र में लगभग 2.95 लाख मतदाता हैं।

गोवा उपचुनाव में तेजी से मतदान

गोवा में बुधवार को पणजी और वालपोई सीटों के लिए हो रहे विधानसभा उपचुनाव में तेजी से मतदान हो रहा है। अब तक करीब 40 फीसदी मतदान हो चुका है। एक चुनाव अधिकारी ने यह जानकारी दी। जहां मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पणजी में कांग्रेस के गिरीश चोडांकर के खिलाफ प्रमुख उम्मीदवार हैं, वहीं वालपोई में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे और कांग्रेस के रॉय नाईक के बीच मुख्य रूप से मुकाबला है।

पणजी विधानसभा क्षेत्र में 22,203 मतदाता हैं और यहां से 40 किलोमीटर दूर वालपोई में 28,829 मतदाता पंजीकृत हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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