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किसे मिली धमकी : इस्लाम के लिए जंग में हस्तक्षेप न करें, वर्ना उनका सिर काटकर लाल चौक पर टांग देंगे

Rishi
Published on: 12 May 2017 12:21 PM GMT
किसे मिली धमकी : इस्लाम के लिए जंग में हस्तक्षेप न करें, वर्ना उनका सिर काटकर लाल चौक पर टांग देंगे
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श्रीनगर : कुख्यात आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के नेता जाकिर मूसा ने घाटी के हुर्रियत नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे उनकी 'इस्लाम के लिए जंग' में हस्तक्षेप न करें, वर्ना उनका 'सिर काटकर लाल चौक पर टांग देंगे।' कथित तौर पर आतंकी सरगना जाकिर ने ऑडियो टेप के जरिये चेतावनी दी है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

इसमें उसे कहते सुना जा रहा है, "मैं हुर्रियत के पाखंडी नेताओं को चेतावनी देता हूं। वे इस्लाम के लिए हमारी लड़ाई में दखल न दें। यदि वे ऐसा करते हैं तो हम उनके सिर काटकर लाल चौक पर टांग देंगे।"

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उसने कहा कि उसके संगठन का उद्देश्य स्पष्ट है। वह 'कश्मीर में शरियत लागू करने के लिए लड़ाई लड़ रहा है, न कि कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए।' पांच मिनट के वीडियो क्लिप में उसे कहते सुना गया है, "उन नेताओं को समझ लेना चाहिए कि यह इस्लाम के लिए जंग है, शरियत के लिए जंग है।"

कश्मीर के लोगों से हुर्रियत के 'पाखंड' के खिलाफ खड़े होने की अपील करते हुए जाकिर कहता है, "हम सभी को अपने धर्म से प्यार करना चाहिए और हमें समझना चाहिए कि हम इस्लाम के लिए लड़ रहे हैं। यदि हुर्रियत के नेताओं को लगता है कि ऐसा नहीं है तो हम यह नारा क्यों सुन रहे हैं कि 'आजादी का मतलब क्या- ला इलाहा इल लल्लाह।' वे (हुर्रियत समूह) अपनी राजनीति के लिए मस्जिदों का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं?"

हिजबुल मुजाहिदीन ने पिछले सप्ताह भी एक बयान जारी महिला प्रदर्शनकारियों से कहा था कि वे सड़कों पर प्रदर्शन के लिए न निकलें। सप्ताह की शुरुआत में कश्मीरी सैन्य अधिकारी उमर फैयाज की अपहरण के बाद हत्या के पीछे भी इसी संगठन का हाथ माना जा रहा है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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