TRENDING TAGS :
Delhi Politics: केजरीवाल का बड़ा दांव, मरघट वाले बाबा के दर्शन कर शुरू की पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना
Delhi Politics:सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने इस योजना की घोषणा की थी। इस योजना के अनुसार दिल्ली में आप की सरकार पुजारी और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये प्रतिमाह सैलरी देगी।
Delhi Politics: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले एक के बाद एक कई ऐलान कर पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विरोधियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यही नहीं सोमवार को पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना का ऐलान करने के बाद मंगलवार को केजरीवाल ने बकायदा इस योजना की शुरुआत भी कर दी। अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को मरघट वाले बाबा के दर्शन कर इस योजना को शुरू किया। अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ कश्मीरी गेट स्थित मरघट वाले बाबा मंदिर पहुंचे और पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ किया।
इस दौरान केजरीवाल ने भाजपा पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने रजिस्ट्रेशन रोकने की कोशिश की। लेकिन भक्त को भगवान से मिलने से कोई नहीं रोक सकता। सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने इस योजना की घोषणा की थी। इस योजना के अनुसार दिल्ली में आप की सरकार पुजारी और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये प्रतिमाह सैलरी देगी।
भाजपा ने साधा निशाना
आम आदमी पार्टी की इस योजना पर भाजपा ने जमकर हमला बोला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल द्वारा मंदिर और गुरुद्वारा के ग्रंथियों को 18,000 रुपये मासिक मानदेय देने की घोषणा आप का एक और झूठा वादा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने इमामों को भी 18000 रुपए देने का वादा किया था, लेकिन 17 महीने हो गए लेकिन उन्हें भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में उनसे बड़ा धोखेबाज कोई नहीं हुआ।
यह देश में पहली बार हो रहा है
अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में दिल्ली में मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों के लिए पुजारी-ग्रंथी योजना की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी सत्ता में आती है तो हर माह 18 हजार रुपये प्रति माह सम्मान राशि दी जाएगी। सरकार बनने पर लगभग 18 हजार रुपये महीना सम्मान राशि दी जाएगी। वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने दिल्ली में महिला सम्मान व संजीवनी योजना को पुलिस भेजकर, फर्जी केस कर रोकने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि यह देश में पहली बार हो रहा है। आज तक किसी भी पार्टी और सरकार ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि एक पुजारी हमारे सुख-दुख सब में काम आता है। सदियों से हमारी परंपराओं, हमारे रीति रिवाजों और संस्कारों को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाया है।