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नम आंखों से शहीद मंदीप को अंतिम विदाई, परिवार ने कहा-न समझे तो मिटा दो पाकिस्तान

मंदीप सिंह शुक्रवार को नियंत्रण रेखा के पास माछिल सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। मुठभेड़ उस समय हुई जब पाकिस्तानी सेना की फायरिंग के कवर में आतंकवादी सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे।

zafar
Published on: 30 Oct 2016 7:26 AM GMT
नम आंखों से शहीद मंदीप को अंतिम विदाई, परिवार ने कहा-न समझे तो मिटा दो पाकिस्तान
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कुरुक्षेत्र: कश्मीर में आंतकवादियों से लड़ते हुए शहीद होने वाले सेना के जवान मंदीप सिंह का रविवार को उनके पैतृक गांव अंताहेरी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। शहीद के शोक और सम्मान में इस बार गांव दीपावली के दीये नहीं जलेंगे। इस बीच, भारतीय सेना ने शहीद का बदला लेते हुए पाकिस्तान की चार सुरक्षा चौकियों को नेस्तनाबूद करते हुए कई पाक सैनिकों को मार गिराया है।

मुठभेड़ में शहीद

-30 वर्षीय मंदीप सिंह शुक्रवार को नियंत्रण रेखा के पास माछिल सेक्टर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।

-मुठभेड़ उस समय हुई जब पाकिस्तानी सेना की फायरिंग के कवर में आतंकवादी सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे।

-मंदीप सिंह दीपावली पर अपने परिवार के पास आने वाले थे, लेकिन सीमा पर तनाव के कारण उनकी छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं।

-रविवार सुबह परिवार के बीच जब मंदीप सिंह के बजाय उनका पार्थिव शरीर पहुंचा, तो सारा गांव शोक में डूब गया।

-इस मौके पर सुबह से ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अमला गांव में मौजूद था।

पाक को सिखाओ सबक

-मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शहीद के गांव पहुंच कर उनके परिवार से मुलाकात की।

-मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद के साथ एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी का भी ऐलान किया।

-शहीद के पिता ने अपने बेटे की शहादत पर गर्व जताते हुए पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग की।

-शहीद की पत्नी ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि पाकिस्तान न माने तो उसे इस तरह मिटा दिया जाए कि फिर किसी परिवार को इस दर्द से न गुजरना पड़े।

(फोटो साभार: टाइम्सऑफइंडिया)

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