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शुरू हो चुका रण उत्सव, जरूर ले इस सफेद रेगिस्तान में चांद व सूरज को देखने का मजा

suman
Published on: 5 Dec 2018 10:09 AM GMT
शुरू हो चुका रण उत्सव, जरूर ले इस सफेद रेगिस्तान में चांद व सूरज को देखने का मजा
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जयपुर:हर साल की भाँति, इस साल भी गुजरात में नवंबर और फरवरी के महीने के बीच होने वाले, कच्छ रण उत्सव का शानदार आयोजन किया गया है। यह तीन महीने तक चलने वाला महोत्सव है, जिसमें गुजरात की संस्कृति और परम्परा की कई गतिविधियाँ शामिल की जाती हैं, जो दर्शकों को संगीत के आनंद और नृत्य की झलक मिलती है।रण के पश्चिमी छोर पर जब सूरज अस्त होने को होता है तो लगता है किसी ने सफेद चादर पर गेरुआ रंग डाल दिया हो, वहीं जब चांद अर्श से अपनी रोशनी बिखेरता है तो देखने वालों के मन में रुमानियत छाने लगती है। नजरें जहां तक देख पाएंगी, वहां तक केवल सफेद चादर ही दिखेगी। रण अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में लोकप्रिय है। करीब 7500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस सफेद रेगिस्तान में एक तिनका तक उत्पन्न नहीं होता। नमक से भरपूर मिट्टी के अलावा यहां कुछ नहीं है। लेकिन इसकी इसी खासियत को देखने की चाहत लिए बड़ी तादाद में टूरिस्ट यहां ‘रण-उत्सव’ के दिनों में आते हैं।

शुभारंभ

हर साल नवंबर से ‘रण-उत्सव’ शुरू होता है और यह 20 फरवरी तक चलता है। खास बात यह है कि ‘रण उत्सव’ के लिए गुजरात का पर्यटन विभाग टूर पैकेज ऑफर करता है, जिसमें आवागमन, रहने की व्यवस्था और खाने-पीने का इंतजाम भी शामिल होता है। रण उत्सव में देखने को इतना कुछ होता है कि यहां कुछ दिन बिताने के बाद भी आप सब कुछ नहीं देख सकते। यहां से करीब ही स्थित धोरड़ो गांव में आप पारंपरिक घर ‘भुंगा’ देख सकते हैं, जो अपनी विशिष्ट गोलाकार आकृति की वजह से बड़े से बड़ा भूकंप भी झेल जाते हैं। इस गांव के लोगों ने खास पर्यटकों के देखने के लिए भी कुछ ‘भुंगा’ बना रखे हैं, जिनमें कच्छ के इस क्षेत्र की कला-संस्कृति, इतिहास, हस्तकलाएं, मिट्टी और गोबर को मिलाकर बनने वाले मड-आर्ट जैसे तमाम नमूने देखे जा सकते हैं।

यह शानदार कच्छ रण उत्सव भुज जिले से शुरू होता है। इस महोत्सव का समापन टेंट सिटी (तंबुओं का शहर) में होता है, जो गुजरात के एक छोटे से गाँव धोरडो के निकट स्थित है। टेंट सिटी एक आनोखा शहर है और यह अपने आप में बहुत ही अद्वितीय है और आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यह शहर एक अस्थायी मानव बस्ती है और इस बस्ती में 400 टेंट (तम्बू) सुविधाओं के साथ स्थापित है। आप यहाँ वातानुकूलित (एसी) या गैर-वातानुकूलित टेंट का विकल्प चुन सकते हैं। यह टेंट सिटी अच्छी तरह से सुसज्जित है और इस तंबू में सभी सुविधाएं मौजूद हैं, जो आपकी यात्रा को यादगार बनाती है। यह टेंट आपके ठहरने के लिए एकदम उचित हैं, क्योंकि इसके कमरों में हीटर लगे हुए हैं और गर्म पानी की भी आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा, टेंट सिटी में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स (खरीदारी की सामूहिक जगह) भी है, जहाँ से आप अपने उपयोग में लाए जाने वाले उत्पाद खरीद सकते हैं। टेंट सिटी में डाइनिंग हॉल की सुविधा भी मौजूद है, जो कि एक प्रदर्शनी केन्द्र है। गाँव में जाना कठिन नहीं है, क्योंकि यह भुज हवाई अड्डे से जुड़ा हुआ है।

अद्भुत नजारा

लेकिन इसे अलग-अलग समय और माहौल में देखने पर रण के विभिन्न रंगों से वाकिफ हुआ जा सकता है। कुछ लोग यहां तड़के पहुंच जाते हैं ताकि क्षितिज से उगते सूरज को देख सकें, लेकिन ज्यादातर लोग यहां शाम को आते हैं, ताकि पश्चिम में डूबते सूरज की छाया में रण की खूबसूरती निहार सकें।पूर्णिमा के आस-पास के दिनों में सूरज डूबने के बाद कई लोग यहां चांद को निकलता देखने और उसकी सफेदी में उजले होते रण के सौंदर्य से रूबरू होने के लिए भी डटे रहते हैं। यहां जो खूबसूरत नजारा दिखाई देता है, उसे शब्दों में बयान कर पाना मुमकिन नहीं है। इसे तो बस आंखों और कैमरों में कैद कर सकते हैं। यहां पास ही एक विशाल मैदान है, जिसमें पैरा-सेलिंग और पैरा-मोटरिंग, जिप-लाइन, रॉक-क्लाइंबिंग जैसी ढेरों एडवेंचर स्पोर्ट्स एक्टिवटीज आयोजित की जाती हैं। इसके अलावा भी यहां ढेरों मनोरंजक गतिविधियां होती हैं। एक म्यूजियम भी यहां है और एक बहुत बड़ा सेमिनार हॉल भी है। रात में यहां के एक खुले थिएटर में रोजाना होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ भी उठाया जा सकता है और अपने टेंट के सामने कैंप फायर का आनंद भी लिया जा सकता है। इसके अलावा यहां स्पा, मेडिटेशन, झूले, किड्स जोन, आर्ट-गैलरी, क्लब हाउस जैसी कई सुविधाएं भी मौजूद हैं। बुलेट मोटर साइकिल के इंजन को लगाकर बने वाहन ‘छकड़े’ और ऊंट-गाड़ी की सवारी का आनंद भी ले सकते हैं। रात को टेलीस्कोप से तारों को देखने का इंतजाम भी है।यहां कार किराए पर लेकर आस-पास के दूसरे पर्यटन स्थल भी देखने जा सकते हैं। यहां से भुज के रास्ते में आईना महल, काला डूंगर, विजय विलास पैलेस भी देखे जा सकते हैं। करीब 90 किलोमीटर दूर बेहद खूबसूरत मांडवी बीच पर भी सैर का लुत्फ उठाया जा सकता है। कुछ टूर पैकेज में इन सारी जगहों पर ले जाने का इंतजाम भी रहता है।

खुशी पाने की झलक

गुजरात की संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानने और शहर की भाग-दौड़ भरी जिंदगी से बचने के लिए इस महोत्सव का स्थान सबसे उचित और एक दम सही है। यह उत्सव नवंबर से फरवरी तक सर्दियों के महीनों के दौरान मनाया जाता है, क्योंकि यह मौसम गुजरात में छुट्टियाँ मनाने के लिए एकदम सही है। यह महोत्सव पर्यटकों को कई विकल्प प्रदान करता है और जिनमें खरीददारी मुख्य विकल्पों में से एक है। इस उत्सव में कई चीजों जैसे अद्वितीय गुजराती हस्तशिल्प (हाथ से बना हुआ सामान) और कच्छ कढ़ाई, चाँदी के सामान, गहने, रसोई के सामान, दर्पण (आइना) के काम आदि का प्रदर्शन किया जाता है। इन वस्तुओं को घरेलू उपयोग के लिए खरीदा जा सकता है या फिर एक यादगार के रूप में घर ले जाया जा सकता है।पूरे राज्य के सभी कलाकार महोत्सव पर अपने संगीत के जरिए पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए एकत्र होते हैं। यहाँ पर्यटक रेगिस्तान सफारी जैसी गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं या एक गर्म गुब्बारे में बैठकर कच्छ रेगिस्तान के हवाई दृश्य का लुफ्त उठा सकते हैं। बच्चों के लिए यहाँ कुछ सामान्य साहसिक सवारी भी हैं। पर्यटक मल कार्ट (ऊँट गाड़ी) पर बैठकर भ्रमण, गोल्फ कार्ट, एटीवी सवारियों का भी आनंद ले सकते हैं। रात में आप टेंट के चारों ओर टहलते हुए तारों से जगमगाते आकाश का नुमायना कर सकते हैं। पर्यटक यहाँ पर आकर नारायण सरोवर या टेश्वर शिव मंदिर जैसे कुछ अन्य शानदार मंदिरों का भी भ्रमण कर सकते हैं। यह प्रकृति प्रेमियों के बिल्कुल अनुरूप है, क्योंकि कच्छ के रेगिस्तानी वन्यजीव पास में ही है और आप यहाँ पर राज्य के अद्वितीय जानवरों की खोज-बीन कर सकते हैं।

रण उत्सव के लिए करीब पांच लाख वर्ग मीटर बनाई जाने वाली टेंट नगरी भारत की सबसे बड़ी टेंट-सिटी है। यहां करीब 400 टेंट हैं जिनमें एयरकंडीशन, हीटर, पंखा, ठंडा-गर्म पानी, बाथरूम-टॉयलेट, पलंग, कालीन और वे तमाम सुविधाएं मौजूद हैं, जो किसी शानदार होटल के कमरे में होती हैं।पूरी टेंट-सिटी में वाई-फाई मुफ्त है। पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं साथ ही सुरक्षा गार्ड्स भी चौकसी करते हैं। यहां के विशाल डाइनिंग हॉल में एक साथ सैंकड़ों सैलानी किस्म-किस्म के खान-पान का लुत्फ उठा सकते हैं। करीब ही गेटवे टू रण रिसॉर्ट भी है।जहां हर साल रण-उत्सव आयोजित किया जाता है। यहां ट्रेन या हवाई मार्ग से आसानी से आ सकते है।

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