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Jammu & Kashmir: टल गया बड़ा आतंकी हमला, सुरक्षाबलों ने उधमपुर से 15 किलो विस्फोटक बरामद किया

Jammu & Kashmir Terrorist Attack: आतंकवाद से प्रभावित जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को सोमवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सुरक्षाबलों ने एक बड़े आतंकी हमले को समय रहते नाकाम कर दिया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 26 Dec 2022 11:17 AM GMT
Security forces foiled major terrorist attack, recovered 15 kg explosives from Udhampur
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Poonch terrorist attack (Pic:Social Media)

Jammu & Kashmir Terrorist Attack: आतंकवाद से प्रभावित जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में सुरक्षाबलों को सोमवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सुरक्षाबलों ने एक बड़े आतंकी हमले को समय रहते नाकाम कर दिया है। जम्मू के उधमपुर जिले में जवानों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान 15 किलो आईईडी बरामद किया है। फिलहाल किसी आतंकी के गिरफ्तार होने की जानकारी सामने नहीं आई है। विस्फोटक की मात्रा से अंदाजा लगाया जा रहा है कि आतंकी किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। लेकिन समय रहते सुरक्षाबल उनके खतरनाक मंसूबे को पालने में कामयाब रहे।

इससे पहले सुरक्षाबलों ने उत्तीर कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था। शनिवार 24 दिसंबर को घाटी में सेना ने अन्य सुरक्षाबलों के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए हथियारों का एक बड़ा जखीरा जब्त किया था। जिसमें 8 AK-74 रायफल, 24 मैगजीन, 560 जिंदा कारतूस, चीनी पिस्तौल, 24 मैगजीन, 244 दूसरे जिंदा कारतूस, 9 चीनी और 5 पाकिस्तानी ग्रेनेड शामिल हैं। इसके अलावा एक बैलून भी मिला था,जिसपर लिखा था 'आई लव पाकिस्तान ।

शनिवार को ही बारामूला जिले के आजादगंज इलाके से बीच सड़क पर एक ग्रेनेड मिला था। जिसे लेकर पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी। आनन-फानन में बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। रास्ते को ब्लॉक कर पूरे इलाके को सील कर दिया। घटनास्थल के आसपास मौजूद घरों को भी खाली करवा लिया गया। बम के निष्क्रिय होने के बाद स्थिति सामान्य हुई।

आंदोलन कर रहे कश्मीरी पंडितों के समर्थन में उतरे केंद्रीय मंत्री

मोदी सरकार में मंत्री और जम्मू कश्मीर से सांसद जितेंद्र सिंह ने लंबे समय से जम्मू में प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जब तक एक भी व्यक्ति की जान खतरे में है, कार्यालयों को बंद रखा जा सकता है। उनका ये बयान जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल के ठीक उलट है, जो कर्मचारियों को काम पर लौटने के लिए आगाह कर रहे हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि धरने पर बैठे कर्मचारियों को सैलरी नहीं दी जाएगी।

Shashi kant gautam

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