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शशिकला के इशारे पर सब बोल रहे थे झूठ, जया हुई थी साजिश का शिकार !

Rishi
Published on: 23 Sep 2017 11:10 AM GMT
शशिकला के इशारे पर सब बोल रहे थे झूठ, जया हुई थी साजिश का शिकार !
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चेन्नई : तमिलनाडु के वन मंत्री सी. श्रीनिवासन ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जलललिता के अपोलो अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उनके स्वास्थ्य के बारे में 'झूठ' बोलने पर लोगों से माफी मांगी है। श्रीनिवासन ने शुक्रवार को मदुरई में एक जनसभा में कहा, "हमने यह झूठ बोला था कि उन्होंने (जयललिता) इडली खाई और लोगों से मुलाकात की। सच्चाई यह है कि किसी ने भी उन्हें नहीं देखा था।"

श्रीनिवासन ने कहा कि वह 'उन झूठों' के लिए लोगों से माफी मांगते हैं।

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उनके अनुसार, सरकार में शामिल और सत्तारूढ़ एआईएडीएमके पार्टी के सभी लोगों ने यह झूठ बोला कि वे लोग जयललिता से अपोलो अस्पताल में मिले हैं।

जयललिता को पिछले वर्ष 22 सितंबर की रात खराब स्वास्थ्य की वजह से अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और पांच दिसंबर को उनका निधन हो गया था।

श्रीनिवासन ने कहा कि एआईएडीएमके के मंत्रियों और यहां तक की राष्ट्रीय नेताओं को भी अपोलो प्रमुख प्रताप रेड्डी के कमरे में बैठना पड़ता था।

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श्रीनिवासन ने कहा, "हमने तब झूठ बोला था ताकि पार्टी के राज को छुपाया जा सके। जयललिता के अस्पताल कक्ष में उनसे किसी ने भी मुलाकात नहीं की थी।"

जयललिता के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान सरकार और अस्पताल की ओर से उनके स्वास्थ्य के बारे में जो बताया गया, वह काफी कम था। उनके स्वास्थ्य के बारे में अधिकतर यही सूचना दी गई थी कि वह अब बेहतर हो रहीं हैं।

श्रीनिवासन ने कहा कि कई वर्षो से जयललिता की करीबी सहयोगी रही वी. के. शशिकला को ही उनसे मिलने दिया जाता था।

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इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शशिकला के भतीजे टी.टी.वी दीनाकरण ने बताया कि 1 अक्टूबर 2016 के बाद शशिकला को भी जयललिता से मिलने की इजाजत नहीं थी। उन्होंने कहा कि डाक्टरों के दिशा-निर्देश के बाद केवल दो मिनट के लिए उन्हें जयललिता से मिलने दिया जाता था।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. प्लानीस्वामी ने कुछ दिन पहले ही जयललिता की मौत की जांच सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने के सरकार के निर्णय की घोषणा की है।

जयललिता की मौत के बाद, उनकी मौत के पीछे षड्यंत्र का अनुमान लगाया जा रहा है और कई आलोचक जेल में बंद शशिकला की ओर अंगुली उठा रहे हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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