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बातचीत के लिए PAK ने बढ़ाया हाथ, मगर आतंकवाद और वार्ता साथ नहीं करना चाहता भारत

Manali Rastogi
Published on: 20 Sep 2018 4:03 AM GMT
बातचीत के लिए PAK ने बढ़ाया हाथ, मगर आतंकवाद और वार्ता साथ नहीं करना चाहता भारत
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नई दिल्ली: पाकिस्तान में नई सरकार के आने से भारत-पाक के बिगड़े रिश्ते अब सुधर सकते हैं। दरअसल, पड़ोसी मुल्क के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने सुधार के लिए बातचीत की सुगबुगाहट शुरू कर दी है। बता दें, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के आयोजन के दौरान इमरान सरकार ने प्रस्ताव रखा है कि दोनों देशों के विदेश मंत्री बातचीत करें।

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मगर इस बीच भारत ने अपना रुख साफ़ करते हुए कह दिया है कि 'आतंक और बातचीत एकसाथ नहीं हो सकती है।’ वहीं, दोनों देशों के बीच बातचीत हो सके, इसके लिए दोनों देशों के अधिकारियों के बीच चर्चा भी शुरू हो चुकी है। वैसे ये मामला चर्चा में तब आया जब इमरान खान ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 14 सितंबर को लेटर लिखा।

ये लेटर इमरान ने मोदी के बधाई संदेश के जवाब में लिखा था। वहीं, जवाब में दिए गए लेटर में इमरान खान ने इस महीने के आखिरी में न्यूयॉर्क में आयोजित होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के दौरान सुषमा स्वराज और शाह महमूद कुरैशी के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा है। फिलहाल, इस मामले को लेकर अभी चर्चा जारी है कि दोनों देशों के बीच वार्ता होती है या नहीं।

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