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UP Lok Sabha Election: यूपी में मोदी-योगी का मुकाबला करेंगे तीन बड़े चेहरे, अखिलेश के बाद अब राहुल-प्रियंका भी उतरेंगे रणक्षेत्र में

UP Lok Sabha Election 2024: राहुल गांधी का अमेठी और उनकी बहन व पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का रायबरेली से चुनाव लड़ना तय है। इस बाबत जल्दी ही बड़ा ऐलान किया जा सकता है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 26 April 2024 3:05 AM GMT
UP Lok Sabha Election
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UP Lok Sabha Election  (photo: social media )

UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए ने इस बार भी बड़ी जीत का सपना पाल रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों पर पूरी ताकत लगा रहे हैं। प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान का काम पूरा हो चुका है जबकि आठ सीटों पर दूसरे चरण में मतदान है।

इस बीच सपा-कांग्रेस गठबंधन ने भी भाजपा को जवाब देने के लिए कमर कस ली है। लंबे समय से चल रही सियासी अटकलों का अंत करते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को कन्नौज लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। मैनपुरी के पूर्व सांसद और अपने भतीजे तेज प्रताप यादव का टिकट काटते हुए अखिलेश कन्नौज के अखाड़े में उतरे हैं। अब कांग्रेस के दो सबसे बड़े चेहरों को लेकर भी बड़ी बात उभरकर सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का अमेठी और उनकी बहन व पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का रायबरेली से चुनाव लड़ना तय है। इस बाबत जल्दी ही बड़ा ऐलान किया जा सकता है।

बड़ा असर डालेगी अखिलेश की उम्मीदवारी

कन्नौज लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है मगर इसके बावजूद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शुरुआत में इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। लंबे समय तक मंथन करने के बाद उन्होंने अपने भतीजे और राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को इस सीट से उतारने का ऐलान किया था। हालांकि पार्टी के स्थानीय नेताओं के दबाव और बदलते समीकरणों के मद्देनजर आखिरकार उन्होंने खुद इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया।

अखिलेश यादव के चुनाव मैदान में उतरने से कन्नौज लोकसभा सीट का सियासी समीकरण पूरी तरह बदल गया है। अब सपा और भाजपा के बीच कड़े मुकाबले की बिसात बिछ गई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के चुनाव मैदान में उतरने से आसपास की लोकसभा सीटों पर भी असर पड़ना तय माना जा रहा है।

कन्नौज की सीमा अकबरपुर, हरदोई, मिश्रिख, इटावा, मैनपुरी और फर्रुखाबाद लोकसभा सीटों से लगती है और अखिलेश यादव के चुनाव मैदान में उतरने से इन सीटों पर भी पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने में कामयाबी मिलने की उम्मीद है।


अब राहुल का भी अमेठी से चुनाव लड़ना तय

सपा मुखिया अखिलेश यादव के चुनाव मैदान में उतरने के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने की बात भी सुनी जा रही है। उन्होंने 2004 से लगातार तीन बार इस लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा ने अपनी पहली सूची में ही इस बार भी अमेठी सीट से स्मृति ईरानी को चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया था।

अब केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में वोटिंग के बाद राहुल का अमेठी से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। बीच में राहुल के बहनोई राबर्ट वाड्रा का नाम भी अमेठी लोकसभा सीट से उछला था मगर अमेठी के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस सीट पर राहुल गांधी के अलावा किसी और नेता के नाम पर विचार नहीं किया जा रहा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी इस लोकसभा सीट पर दो मई को नामांकन दाखिल कर सकते हैं।


रायबरेली से प्रियंका को उतारने की तैयारी

अमेठी की तरह ही रायबरेली लोकसभा सीट से भी गांधी परिवार का करीबी रिश्ता रहा है। सोनिया गांधी ने 2004 से इस लोकसभा सीट पर लगातार जीत हासिल की। हालांकि अब वे राजस्थान से राज्यसभा की सदस्य बन चुकी हैं। सोनिया के राज्यसभा सदस्य बनने के बाद से ही प्रियंका गांधी को लेकर रायबरेली में अटकलें लगते रही हैं।

जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी पहले चुनाव लड़ने को तैयार नहीं थीं मगर पार्टी नेताओं के लगातार अनुरोध करने पर उन्होंने रायबरेली से चुनाव लड़ने पर अपनी सहमति दे दी है। हालांकि कांग्रेस की ओर से अभी तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नाम का आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है मगर माना जा रहा है कि दूसरे चरण का मतदान खत्म होने के बाद पार्टी की ओर से इस बाबत बड़ा ऐलान किया जा सकता है।


मोदी-योगी को कड़ा जवाब देगा विपक्ष

उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा और एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में जोरदार अभियान छेड़ रखा है। ऐसे में अखिलेश के बाद राहुल और प्रियंका के उत्तर प्रदेश से चुनाव मैदान में उतरने से विपक्ष को भी उत्तर प्रदेश का चुनावी समीकरण साधने में बड़ी मदद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। अखिलेश की उम्मीदवारी की तरह ही राहुल और प्रियंका की उम्मीदवारी से भी कांग्रेस और विपक्ष को फायदा मिलने की उम्मीद है।

माना जा रहा है कि विपक्ष के इन तीन बड़े चेहरों के चुनाव मैदान में उतरने से इंडिया गठबंधन को अपने चुनावी अभियान को धार देने में बड़ी कामयाबी मिल सकती है। भाजपा की ओर से वरुण गांधी को रायबरेली से चुनाव मैदान में उतारने की चर्चाएं सुनी जा रही थीं मगर अब पता चला है कि वरुण गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।


आगे के चरणों में दिलचस्प होगा मुकाबला

उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच क्रमश: 63 और 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है। सियासी जानकारों का मानना है कि बीजेपी के विजय रथ को रोकने और मोदी-योगी के हमलों से बचाव में अखिलेश,राहुल और प्रियंका की त्रिमूर्ति विपक्ष का बड़ा कारगर हथियार बन सकती है।

ऐसी स्थिति में विपक्ष उन मुद्दों को लेकर भी भाजपा को घेरने में कामयाब हो सकता है जिन मुद्दों को लेकर राहुल,प्रियंका और अखिलेश भाजपा और पीएम मोदी पर हमला बोलते रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश में आने वाले चरण की लोकसभा सीटों पर काफी दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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