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मेट्रो के सफर का आनंद लेते हैं तो इन बातों से बचें वरना पड़ जाएंगे मुसीबत में

लखनऊ मेट्रो अपने यात्रियों और संभावित यात्रियों को मेट्रो परिसर के अंदर स्वचालित सीढि़यों, लिफ़्ट्स और एएफ़सी (ऑटोमैटिक फ़ेयर कलेक्शन) गेट के सुरक्षित इस्तेमाल के साथ-साथ ट्रेन में सवार होने और उतरने के उपयुक्त तरीक़ों के बारे में विस्तार से जानकारी देता है। साथ ही, यात्रियों को यह भी बताया जा रहा है कि मेट्रो परिसर या ट्रेन के अंदर किसी भी तरह की आपात स्थिति में उन्हें किस तरह से व्यवहार करना है और स्वयं को सुरक्षित रखना है।

राम केवी
Published on: 24 April 2019 4:54 PM GMT
मेट्रो के सफर का आनंद लेते हैं तो इन बातों से बचें वरना पड़ जाएंगे मुसीबत में
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लखनऊ; लखनऊ मेट्रो ने एक नई पहल करते हुए मेट्रो सिस्टम के सुरक्षित इस्तेमाल और आपात स्थिति में स्टेशन पर मौजूद सुरक्षा के अत्याधुनिक इंतज़ामों को लेकर यात्रियों के लिए एक अलर्ट जारी किया है।

अपने जागरुकता अभियान के तहत लखनऊ मेट्रो अपने यात्रियों और संभावित यात्रियों को मेट्रो परिसर के अंदर स्वचालित सीढि़यों, लिफ़्ट्स और एएफ़सी (ऑटोमैटिक फ़ेयर कलेक्शन) गेट के सुरक्षित इस्तेमाल के साथ-साथ ट्रेन में सवार होने और उतरने के उपयुक्त तरीक़ों के बारे में विस्तार से जानकारी देता है।

साथ ही, यात्रियों को यह भी बताया जा रहा है कि मेट्रो परिसर या ट्रेन के अंदर किसी भी तरह की आपात स्थिति में उन्हें किस तरह से व्यवहार करना है और स्वयं को सुरक्षित रखना है।

पहला अलर्ट यह है कि मेट्रो ट्रैक पर चहलकदमी दुर्घटना को आमंत्रण है।इसलिए इससे बचना चाहिए। ट्रैक पर दुर्घटना की स्थिति में यात्री को बचाने के लिए प्लेटफॉर्म पर एमर्जेंसी बटन का इस्तेमाल करना चाहिए।

ऐसे रोकी जाएगी ट्रेन

दूसरा अलर्ट यह है कि अगर दुर्घटनावश कोई व्यक्ति मेट्रो ट्रैक पर गिर जाता है तो सहयात्रियों को इसकी सूचना तुरंत वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को देनी चाहिए जो एमरजेंसी ट्रिपिंग सिस्टम या ब्लू लाइट स्टेशन सिस्टम का उपयोग करते हुए तत्काल ही ट्रेन को रोक सकते हैं। इस सिस्टम के अंतर्गत एक नीली लाइट वाला बॉक्स प्लेटफ़ॉर्म के छोर पर लगा होता है, जिसका ग्लास तोड़कर अंदर लगे बटन को दबाने पर ट्रेन को तत्काल ही रोका जा सकता है।

कोई गिर जाए तो खुद न कूदें

तीसरा अलर्ट यह है कि अगर ट्रेन के आने में वक़्त हो और कोई सामान या व्यक्ति ट्रैक पर गिर जाए तो यात्रियों को ट्रैक पर उतरने या प्लेटफ़ॉर्म से ट्रैक की ओर लटकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें तत्काल ही स्टेशन कंट्रोल रूम में घटना की सूचना देनी चाहिए। इसके बाद, मेट्रो स्टाफ़ द्वारा ट्रैक पर गिरे व्यक्ति या सामान को विशेष उपकरणों की मदद से सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया जाएगा।

प्लेटफ़ॉर्म पर बनी पीली रेखा के पार न रखें कदम

चौथा अलर्ट यह है कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्लेटफ़ॉर्म एरिया पर पीली रेखा नियत स्थान पर बनाई गई है और इस रेखा को पार करना यात्रियों के लिए जोख़िम भरा हो सकता है। इसलिए प्लेटफ़ॉर्म एरिया पर वे किसी भी स्थिति में पीली रेखा को पार न करें और यदि कोई ऐसा करते दिखाई देता है तो उसे भी रेखा न पार करने की सलाह दें।

चौथा अलर्ट मेट्रो ट्रेन के प्लेटफ़ॉर्म पर आने से पहले यात्री अपने निर्धारित कतार और नियत स्थान पर खड़े हो सकें, इसके लिए प्लेटफ़ॉर्म पर निर्देश देने के लिए चिह्न बनाए गए हैं, जो यह जानकारी देते हैं कि ट्रेन के प्लेटफ़ॉर्म पर आने के बाद दरवाज़ों के खुलने का स्थान कहां पर होगा। इन स्थानों पर पीले रंग के तीर जैसे निशान बनाए गए हैं, जो यात्रियों को बताते हैं कि किस स्थान से कतार बनाकर उन्हें ट्रेन के अंदर प्रवेश करना है।

राम केवी

राम केवी

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