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Kotakpura Firing: प्रकाश सिंह बादल की बढ़ी मुश्किलें, SIT करेगी पूछताछ

Kotakpura Firing Incident: कोटकपूरा गोलीकांड में नई स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम ने पंजाब के पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल को तलब किया है।

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Newstrack NetworkPublished By Shreya
Published on: 13 Jun 2021 10:37 AM GMT
Kotakpura Firing: प्रकाश सिंह बादल की बढ़ी मुश्किलें, SIT करेगी पूछताछ
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प्रकाश सिंह बादल (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Kotakpura Firing Incident: पंजाब की सियासत में इन दिनों उठापटक का दौर जारी है। इस बीच अब शिरोमणि अकाली दल (SAD) के संरक्षण और पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) को विशेष जांच टीम (SIT) ने कोटकपूरा गोलीकांड (Kotkapura Police Firing Case) में तलब (Summon) किया है।

कोटकपूरा गोलीकांड (Kotkapura Police Firing Case) की जांच कर रही नई स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने प्रकाश सिंह बादल को समन करते हुए 16 जून को पेश होने के लिए बोला है। सूत्रों की मानें तो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री को मोहाली के फेज-आठ स्थित पावर हाउस रेस्ट हाउस में सुबह 10:30 बजे कर पेश होना है। जहां उनसे पूछताछ की जाएगी।

16 नवंबर को भी हुई थी पूछताछ

आपका बता दें कि इस मामले में रिटायर्ड आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी ने बीते साल 16 नवंबर को प्रकाश सिंह बादल को पूछताछ के लिए बताया था। वहीं पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने इस साल अप्रैल में एसआईटी की ओर से इस गोलीकांड पर पेश की गई रिपोर्ट को रद्द कर दिया था और नई एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया था।

हाईकोर्ट के निर्देश के बाद नई एसआईटी का गठन हुआ, जिसकी अध्यक्षता एडीजीपी एलके यादव कर रहे हैं। इस टीम को छह महीने के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपनी है। ऐसे में SIT तेजी से मामले की जांच में जुट गई है। इसी क्रम में नए एसआईटी ने कोटकपूरा गोलीकांड में प्रकाश सिंह बादल को तलब किया है और 16 जून को पेश होने को कहा है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

क्या है कोटकपूरा गोलीकांड?

आपको बता दें कि कोटकपूरा गोलीकांड अक्टूबर 2015 में घटित हुआ था। उस समय पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल थे। अक्टूबर 2015 में फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब के पन्ने बिखरे पाए जाने के बाद कोटकपूरा में सिखों ने विरोध प्रदर्शन किया था। 14 अक्टूबर 2015 को कोटकपूरा में पुलिस ने प्रदर्शनकारी भीड़ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग बुरी तरह चोटिल हुए थे।

पुलिस इन सवालों के तलाशेगी जवाब

वहीं, अब इस मामले में एसआईटी ये पता लगाएगी कि भीड़ पर गोलियां किसके आदेश पर चलाई गई थीं? क्या पुलिस ने सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई या फिर किसी राजनीतिक दबाल के चलते? आपको बता दें कि इससे पहले प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल से पुरानी एसआईटी पूछताछ कर चुकी है।

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Shreya

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