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Rajasthan Poitics: वसुंधरा राजे अभी व्यस्त, मेरा निर्णय पार्टी करेगी-सतीश पुनिया
Rajasthan Politics: राजस्थान में सत्ता पर बैठी कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ विपक्ष की भूमिका निभा रही भाजपा पर भी रह-रह कर पार्टी में आपसी मतभेद का आरोप लगता रहता है। इसी वजह से वसुंधरा राजे का किसी भी सभा में शामिल न होना माना जा रहा है।
Rajasthan Politics: राजस्थान में सत्ता पर बैठी कांग्रेस पार्टी के साथ - साथ विपक्ष की भूमिका निभा रही भाजपा पर भी रह - रह कर पार्टी में आपसी मतभेद का आरोप लगता रहता है। वसुंधरा राजे का किसी भी सभा में शामिल न होना इसी नाराजगी की वजह से माना जा रहा है। इस पर राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने मीडिया से अपनी बात कही। अपना पक्ष रखते हुए पुनिया ने पार्टी की चुनावी रणनीति के बारे में भी बताया।
सतीश पुनिया जाट नेता की छवि के साथ भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ने वाले नेता हैं, पिछले कुछ समय से राजस्थान की राजनीति में पूरी तरह से एक्टिव हैं। बीते तीन सालों से राजस्थान के राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पद संभाले हुए पुनिया, आगामी चुनावों में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी भी रखते हैं। वैसे सतीश पुनिया ने इस सवाल का जवाब आलाकमान के पास होना बताया है। मीडिया से बातचीत में अपनी बात बेबाकी से रखते हुए पुनिया ने आगे की संभावनाएं के बारे में भी जिक्र किया।
राजस्थान में भाजपा उपचुनाव क्यों हारी?
इस सवाल के जवाब में पुनिया ने कहा कि, "इस हार की जो सजा पार्टी मुझे देना चाहे वो दे सकती है। परन्तु कांग्रेस ने टिकेट के समय दिवंगत विधायकों के परिवार के सदस्य को ही चुना। जहाँ सहानुभूति वोट लेने में कांग्रेस सफल रही और कांग्रेस वहां चुनाव जीती। जहाँ 8 सीटों पर उपचुनाव हुए वहां पहले से ही कांग्रेस जीती थी। ऐसे में सहानुभूति वोटों के साथ एक फैक्टर ये भी काम किया। जहाँ हमने परिवार के सदस्य को टिकेट दिए वहां हम भी जीते हैं। अगर जिलापरिषद चुनाव की बात करें तो 33 में से 19 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है। ये आंकड़ा भाजपा के लिए नया है। इतनी बड़ी जीत भाजपा को कभी नहीं मिली।"
ओम माथुर और अन्य भाजपा नेताओं के बयान पर पुनिया का जवाब
ओम माथुर के बयान पर सतीश पुनिया ने कहा कि मैं उनके बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। वो बड़े नेता हैं, इस बारे में उनसे ही पूछा जाएगा तो बेहतर होगा। मैं बस इतना ही कह सकता हूँ कि पार्टी में कोई दिक्कत नहीं हैं। पार्टी सही ढंग से चल रही है और आगामी चुनाव में राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों पर लड़ने के लिए तैयार है। बाकी नेता क्या बोलते हैं वो उनको ज्यादा बेहतर जानकारी होगी.
पेपर लीक मामले में पुनिया ने गहलोत सरकार की मिलीभगत बताई
"अशोक गहलोत सरकार में ही मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अपने बयान में सब कह दिया है। गुढ़ा ने नैतिकता का परिचय दिया। उन्होंने ये साहस दिखाया कि अपनी सरकार के खिलाफ भी बोल पड़े। हमने सरकार से सड़क से सदन तक सवाल पूछे, गहलोत सरकार सदन छोड़ कर भाग गयी। गहलोत सरकार ने बड़ा पाप किया है, पेपर लीक होने के बाद होने वाली आत्महत्याओं का जिम्मा गहलोत सरकार को ही लेना होगा। बिना सरकार की मदद के इतने पेपर लीक नहीं हो सकते हैं। अपने जानकारों को लाभ पहुंचाने, अपने परिवार के लोगों को नौकरी देने के लिए गिरोह के साथ मिल कर पेपर लीक करवाए गए हैं।"
वसुंधरा राजे से नाराजगी पर जवाब
मुझे पद से हटाने के लिए लोबिंग हुई इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है, इतनी बड़ी पार्टी है, थोडा वैचारिक मतभेद होना संभव है। वसुंधरा जी से मेरी कोई नाराजगी नहीं है। वो अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते थोड़े व्यस्त हैं। पार्टी में किसी तरह की कोई फूट नहीं है। हम कांग्रेस की तरह नहीं है, यहाँ सबकुछ पार्टी के उच्चाधिकारी निश्चित करते हैं और हम उनके निर्णय और निर्देश को मानते हैं। मुझे लेकर या अन्य किसी भी नेता को लेकर पार्टी ही सब तय करेगी। भाजपा पूरी तरह से मिल के काम कर रही है, पूरी तरह से एकजुट है। आगामी चुनाव में भाजपा की एकजुटता ही कांग्रेस को हार का मुंह दिखाएगी।