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SHOCKING: युवती के पैरों से निकल रहीं लोहे की कीलें, डॉक्टर्स के लिए बनीं रहस्य

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Published on: 27 Oct 2017 10:54 AM GMT
SHOCKING: युवती के पैरों से निकल रहीं लोहे की कीलें, डॉक्टर्स के लिए बनीं रहस्य
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कानपुर: कानपुर के हैलट अस्पताल में एक ऐसे पेशेंट का इलाज चल रहा है, जिसके पैर के तलवों से लोहे की दो से ढाई इंच की कीलें निकल रही हैं। यह देख कर हैलट के डॉक्टर भी हैरान हैं। वह भी नहीं समझ पा रहे हैं कि यह आखिर कैसे मुमकिन है? डॉक्टर्स की टीम उसकी देखरेख में लगी है। उपचार के लिए अनसूइया बीते 24 घंटे से आईसी यू में भर्ती है पर उसके पैर से कील निकलने का सिलसिला जारी है।

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क्या है पूरा मामला

जनपद फतेहपुर के खागा तहसील के सेमरहा गांव की रहने वाली अनसूइया को अजीब सी बीमारी है। उसके पैरों के तलवे से लोहे की कीलें निकल रही हैं। जो अपने आप में हैरान करने वाली बात है। हैलट अस्पताल के आईसीयू में एडमिट अनसूईया को ऐसी बीमारी लगी है, जिसका इलाज डॉक्टर्स के पास नहीं है। अनसुईया के तलवे व उपर से हर घंटे में एक-दो लोहे की कीलें निकल रही हैं। दर्द के कारण वो बेहोश भी हो जाती है।

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पीड़िता के भाई अवधेश ने बताया कि पांच साल पहले अनसूईया खेत पर शौच के लिए गई थी, इसी दौरान इसके पैर में एक नुकीली चीज चुभ गई। घर आने के बाद वो दर्द से कराह रही थी। हमने डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने तलवे से कील नुकीली वस्तु निकाल दी। लेकिन दो माह के बाद वहीं से एकाएक दो कीलें फिर निकलीं और बहन बेहोश हो गई। गांव वालों ने भूत-प्रेत बाधा बताई। हमने तांत्रिक को दिखाया और उसने तंत्र-मंत्र के जरिए ठीक कर दिया। फरवरी 2012 को होली से पहले बहन के पैरों के नीचे से आधा दर्जन कीलें निकलीं। इसके बाद हमने सदर अस्पताल फतेहपुर में दिखाया। डॉक्टर्स ने इलाज किया, पर कीलें निकलने का सिलसिला नहीं थमा।

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क्या है पीड़िता के भाई का कहना

अवधेश ने बताया कि बहन के पैरों से कीलें निकलने के चलते पिता रघुरतन सिंह तांत्रिक के पास गए। तांत्रिक ने कहा कि अगर तुम घर-बार छोड़कर सन्यासी बन जाओ तो तुम्हारी बेटी ठीक हो जाएगी। तांत्रिक के कहने पर पिता साधू बन गए और जब से घर छोड़कर गए, तब से वापस नहीं लौटे।

अवधेश बताते हैं कि एक माह पहले अनसूईया का पैर पूरी तरह से पक गया था। हम इसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर्स ने इलाज किया, लेकिन कीलों के साथ बहन का दर्द कम नहीं हुआ। इसी के बाद डॉक्टर्स ने इसे एडमिट कर लिया। लेकिन जब कीलें निकलनी नहीं बंद हुई तो उन्होंने कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

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पीड़िता का इलाज कर रहे डॉक्टर के.के. पांडेय ने बताया कि लोहे से टिटनेस होता है। अगर युवती के शरीर से पांच साल से लोहे की कीलें निकल रहीं हैं, तो यह घटना किसी अजूबे से कम नहीं। डॉक्टर पांडेय ने बताया कि पीड़िता का इलाज किया जा रहा है और एसपीजीआई के विशेषज्ञों की भी जानकारी दे दी गई है। शुक्रवार को वहां से एक डॉक्टरों की टीम आ सकती है।

डॉक्टर पांडेय ने बताया कि युवती के पैर का एक्स रे कराया गया, जिसमें घाव के अंदर दर्जनों कीलें दिखाई दे रही हैं। उसका इलाज किया जा रहा है। हमारे वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम भी युवती पर नजर रखे हुए हैं। कुछ जांचें कराई गई हैं। रिपोर्ट आने के बाद इस रहस्य से पर्दा उठने कर संभावना है। कीलें निकलने के चलते युवती का विवाह नहीं हो पाया। घर में छोटा भाई और भाभी हैं। जबकि मां का देहांत पंदह साल पहले हो गया था।

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