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Ram Navami 2024: जन्मोत्सव पर रामलला को मिलेगा ‘सूर्य तिलक’ का उपहार, वैज्ञानिकों ने पूरा किया ट्रायल

Ram Navami 2024: रामनवमी के दिन रामलला को ‘सूर्य तिलक’ का उपहार दिया जाएगा। दोपहर 12 बजे रामलला के मस्तक पर 4 मिनट के लिए सूर्य किरणें पड़ेंगी।

Seema Pal
Written By Seema Pal
Published on: 9 April 2024 11:11 AM GMT
Ayodhya Ram mandir
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Ram Navami 2024: रामनवमी पर रामलला का सूर्य तिलक होगा 

Ram Navami 2024: अयोध्या के श्री रामलला का रामनवमी के दिन सूर्य तिलक किया जाएगा। राम मंदिर के गर्भगृह के अंदर 4 मिनट के लिए सूर्य किरणें प्रवेश करेंगी, जो सीधे रामलला के मस्तक को स्पर्श करेंगी। सूर्य तिलक के लिए गर्भगृह के अंदर वैज्ञानिकों ने एक उपकरण लगाया है। वैज्ञानिकों ने रामलला के सूर्य तिलक का ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। 17 अप्रैल को रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। श्री राम का जन्म दोपहर 12 बजे हुआ था, इसलिए ठीक इसी समय रामलला का सूर्य की किरणों से तिलक किया जाएगा।

रामनवमी पर होगा रामलला का ‘सूर्य तिलक’

अयोध्या के राजा राम का जन्म चैत्र मास (मार्च) की नवमी तिथि को दोपहर 12 बजे हुआ था। हिंदू इस दिन को रामनवमी पर्व के रूप में मनाते हैं। इस साल 22 जनवरी को राममंदिर के गर्भगृह में रामलला का स्वागत किया गया। अब राममंदिर के पुजारियों ने रामलला के जन्मोत्सव को खास तरीके से मनाने की ठान ली है। रामनवमी के दिन रामलला को ‘सूर्य तिलक’ का उपहार दिया जाएगा। दोपहर 12 बजे रामलला के मस्तक पर 4 मिनट के लिए सूर्य किरणें पड़ेंगी। इस संबंध में राम मंदिर निर्माण के प्रभारी गोपाल राव ने जानकारी दी कि रामलला के सूर्य तिलक की तैयारी पूरी हो चुकी हैं।

दूसरे ट्रायल में सफल हुए वैज्ञानिक

राम मंदिर निर्माण के प्रभारी ने बताया कि रामलला का सूर्य तिलक करने की सभी तैयारियां वैज्ञानिकों ने पूरी कर ली हैं। वैज्ञानिकों ने गर्भगृह के अंदर सूर्य की किरणों को पहुंचाने के लिए एक उपकरण लगाया है। यह उपकरण मंदिर के गर्भगृह के ठीक ऊपर तीसरी मंजिल पर लगाया गया है। वैज्ञानिकों ने सूर्य तिलक के लिए दो ट्रायल किए थे। पहला ट्रायल 7 अप्रैल, रविवार को सुबह की आरती के बाद किया गया। पहले ट्रायल में सूर्य की किरणें पहले उपकरण पर पड़ी और फिर रामलला के होठों पर पड़ीं। 8 अप्रैल, सोमवार को सूर्य तिलक का दूसरा ट्रायल किया गया। वैज्ञानिकें ने इस बार उपकरण की लेंस को दोबारा से सेट किया और फिर ट्रायल किया। दूसरे ट्रायल में सूर्य की किरणें सीधे रामलला के मस्तक पर पड़ीं।

सूर्य की किरणें मस्तक पर करेंगी गोल तिलक

रामनवमी के दिन दर्पण से परावर्तित होकर सूर्य की किरणें रामलाल के मस्तक पर 4 मिनट तक पड़ेंगी। श्री रामलला के मस्तक पर सूर्य की किरणें 75 मिली आकार के गोल तिलक के रूप में दिखाई देंगी। भगवान श्रीराम के सूर्य तिलक को लेकर राममंदिर की प्रशासन टीम में काफी उत्साह दिख रहा है। इस साल 22 जनवरी के बाद यह दूसरा मौका होगा जब 17 अप्रैल को रामलला का जिक्र फिर दुनिया भर में होगा।

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Content Writer

Seema Pal is a Journalist and former Anchor. As Author, She is produced a good content. She has 4 years of experience in Media as news writer. Along with entertaining, She has a good grip in politics

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