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Bulandshahr News: पराली जलाने पर 15 किसानों पर कार्रवाई, 2 को जेल

Bulandshahr News: खेतों में पराली जलाने वाले किसानों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सेटेलाइट के माध्यम से निगाह रखे हुए है। डीएम सीपी सिंह ने खेतों में पराली न जलाने और पराली को गो आश्रय स्थलों को देने की भी अपील की है।

Sandeep Tayal
Published on: 8 Oct 2023 12:49 PM GMT
Action taken against 15 farmers for burning stubble, 2 jailed
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पराली जलाने पर 15 किसानों पर कार्रवाई, 2 को जेल: Photo-Newstrack

Bulandshahr News: प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों का जिला प्रशासन सख्ती से पालन कराने के लाख प्रयास कर रहा है, लेकिन कुछ किसान जिला प्रशासन के प्रयासों और पराली न जलाने की अपीलों को दर किनार कर पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। खेतों में पराली जलाने वाले किसानों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सेटेलाइट के माध्यम से निगाह रखे हुए है। बुलंदशहर जनपद में पराली जलाने वाले एक दर्जन से अधिक किसानो पर अर्थदंड आरोपित किया गया है। जब कि 2 किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बुलंदशहर के डीएम सीपी सिंह ने खेतों में पराली न जलाने और पराली को गो आश्रय स्थलों को देने की भी अपील की है।

स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है पराली का धुआं

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए एनजीटी ने गाइड लाइन जारी की थी, जिनका पालन करने के लिए बुलंदशहर के जिलाधिकारी सीपी सिंह ने किसानों से खेतों में फसल अवशेषों को न जलाने की अपील की थी साथ ही कृषि विभाग ने गांव गली मोहल्ले में पराली जन जागरूकता अभियान भी चलाया, लेकिन इसके बावजूद किसान सेटेलाइट के माध्यम से पराली जलाते हुए पकड़े गए। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि धान की पराली जलाने पर उससे उठने वाले धुएं से कई तरह की जहरीली गैस निकलती है जो हवा में घुलकर वातावरण को दूषित करती है। साथ ही पर्यावरण के लिए यह धुआं घातक होता है। मानव हित को ध्यान में रखते हुए एनजीटी ने धान की पराली जलाने पर रोक लगा रखी है। प्रदेश सरकार ने धान की पराली जलाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज करने के साथ जुर्माना लगाने का भी सख्त आदेश दे रखा है।

पराली जलाने पर इन किसानों पर हुई कार्रवाई

पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए दिल्ली स्थित सेटेलाइट से भी धान की पराली जलाने पर पैनी नजर रखी जा रही है। सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों में अब तक 15 मामले धान की पराली जलाने के सामने आ चुके हैं। उप कृषि निदेशक आरपी चैधरी ने बताया कि गत दिवस सेटेलाइट से ली गई तस्वीर के बाद सूचना मिली कि जनपद में कई जगह पराली जलाने की घटनाएं हुई हैं। सूचना मिलने पर सभी स्थानों पर राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। इनमें से दो घटनाएं कूड़े-करकट में लगाई गई आग की सामने आए जबकि बाकि धान की पराली जलाने का सामने आया। धान की पराली जलाने का मामला तहसील शिकारपुर क्षेत्र के गांव खेलिया कल्यानपुर व कमोना व चितसोन गांव का है। संबंधित गांव निवासी किसान राकेश शर्मा के खिलाफ क्षेत्र के थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। उक्त किसान पर 2500 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। जबकि आकाश तथा प्रमोद शर्मा पर कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आरपी चैधरी ने किसानों से धान की पराली को न जलाकर उसे खेत में ही नष्ट कर खाद बनाने की अपील की है।

डिबाई क्षेत्र में धान की पराली जलाने पर सात किसानों पर जुर्माना लगाया गया है। प्रत्येक किसान पर 2500-2500 रुपये का जुर्माना लगाकर उनसे यह राशि भी वसूली की कार्रवाई भी पूरी हो गई है। इन किसानों को क्षेत्र के लेखपालों की टीम ने धान की पराली जलाने पर चिन्हित किया है। एसडीएम मोनिका सिंह और तहसीलदार राजकुमार ने बताया कि धान की पराली जलाने पर क्षेत्र के गांव कसेरकलां निवासी किसान जहांगीर अली और रनवीर सिंह, डिबाई निवासी अशफाक, सराय बैरूनी निवासी पंकज, पला कसेर निवासी मुतीउर्ररहमान, बैलोन निवासी ओमनिधि गुप्ता और पूठरी कलां निवासी किसान उदल सिंह पर 2500-2500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। उक्त किसानों से जुर्माना की राशि भी वसूल कर ली गई है।

Shashi kant gautam

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