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Gorakhpur News: पर्यटन से सुधर रही प्रदेश की अर्थव्यवस्था, सातवें से दूसरे नंबर पर पहुंचा यूपी - मुख्य सचिव

Gorakhpur News: मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए तेजी से काम कर रही है। राज्य में कई नए हवाई अड्डे, एक्सप्रेसवे और जलमार्ग बनाए जा रहे हैं।

Purnima Srivastava
Published on: 26 April 2024 3:21 PM GMT
Gorakhpur News
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कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य लोग (Pic:Newstrack)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित यूपी ट्रैवल मार्ट (यूपीटीएम) के छठे संस्करण का दूसरा दिन भी पर्यटन उद्योग को लेकर विचार-विमर्श और उत्साह से भरा रहा। दूसरे दिन के कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर सत्र आयोजित किए गए, जिनमें पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रणनीति, विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन की संभावनाएं, और विदेशी पर्यटकों के अनुभव शामिल थे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने बताया कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए तेजी से काम कर रही है। राज्य में कई नए हवाई अड्डे, एक्सप्रेसवे और जलमार्ग बनाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार होम स्टे और धर्मशालाओं की गुणवत्ता में सुधार करने पर भी ध्यान दे रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 2022 में पर्यटन विकास के लिए एक नई नीति बनाई थी। इस नीति के तहत, प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की जा रही हैं। इनमें होमस्टे, एडवेंचर टूरिज्म, इको टूरिज्म आदि शामिल हैं।

उन्होंने कहा, आज उत्तर प्रदेश की स्थिति तेजी से बदल रही है। उत्तर प्रदेश का परिवर्तन हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था यदि कोई है तो वह उत्तर प्रदेश है। जहां पहले यूपी देश में सातवीं नंबर की अर्थव्यवस्था हुआ करते थी, आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जहां भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, वही उत्तर प्रदेश भी एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। देश में इतने सारे परिवर्तन, अलग-अलग क्षेत्रों में हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश उस अंधकार को दूर करने वाला पहला राज्य है जहां पहले लोग कहा करते थे कि उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य है, जहां कोई संभावना नहीं है। वहीं, आज उत्तर प्रदेश अवसरों का प्रदेश बन गया है। प्रदेश में 15 नए हवाई अड्डे हैं, जिनमें से पांच अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हैं। इसके अलावा, प्रदेश में एक्सप्रेसवे और मेट्रो लाइन का भी जाल बिछाया जा रहा है, जिससे पर्यटकों के लिए आवागमन आसान होगा।

बनारस से हल्दिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग का पहला चरण पूरा

उन्होंने बताया कि इसके अलावा उत्तर प्रदेश में जलमार्गों का भी विकास किया जा रहा है। गंगा नदी पर बनारस से हल्दिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग का पहला चरण पूरा हो चुका है। इसके अलावा, प्रदेश में एक नया जलमार्ग प्राधिकरण भी बनाया गया है। प्रदेश सरकार जलमार्ग के जरिए क्रूज टूरिज्म को भी बढ़ावा दे रही है। मुख्य सचिव ने इस अवसर पर देश विदेश से आए टूर ऑपरेटर्स द्वारा दिए गए सुझावों और समस्याओं को भी सुना। उन्होंने इसके लिए उनका धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सरकार उनके सुझावों को अमल में लाने का पूरा प्रयास करेगी और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा।

यूपी बाघों की भूमि के रूप में विकसित हो रहा

इस मौके पर प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने कहा कि पर्यटन विभाग ने कुछ वर्षों के अंतराल के बाद एक बार फिर फिक्की के सहयोग से यूपी ट्रैवल मार्ट का आयोजन इस बार गोरखपुर की आध्यात्मिक धरती पर किया है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करना है। उत्तर प्रदेश भारतीय सभ्यता, आध्यात्मिकता और गंगा नदी से जुड़ी भूमि के रूप में अत्यधिक महत्व रखता है। उत्तर प्रदेश बौद्ध पर्यटन का भी एक प्रमुख केंद्र है। राज्य में कुशीनगर, श्रावस्ती, कपिलवस्तु, कौशाम्बी, सारनाथ सहित अन्य कई महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल हैं। उत्तर प्रदेश में कई अनछुए पर्यटन स्थल भी मौजूद हैं, जिनमें ग्रामीण जीवन, हस्तशिल्प, पारंपरिक भोजन और इको-टूरिज्म से जुड़े गंतव्य शामिल हैं। इसके साथ ही, राज्य बाघों की भूमि के रूप में विकसित हो रहा है। दुधवा, किशनपुर, पीलीभीत, अमानगढ़ और रानीपुर टाइगर रिजर्व इसके प्रमुख उदाहरण हैं। आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या, प्रयागराज और काशी विश्वनाथ के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने हाल ही में उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 को भी लागू किया है, जो टूर और ट्रैवल ऑपरेटरों के लिए कई लाभकारी प्रावधान प्रदान करती है।

सामाजिक प्रगति के लिए पर्यटन जरूरी-फिक्की अध्यक्ष

इस अवसर पर सह अध्यक्ष फिक्की उत्तर प्रदेश स्टेट काउंसिल विश्वास स्वरूप ने अपने उद्बोधन में कहा, पर्यटन की क्षमता किसी भी राज्य की सामाजिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। इतिहास के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में पर्यटन की अहम भूमिका होती है। यह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है, बाजार का विस्तार करता है और रोजगार के साथ-साथ आय के अवसरों को भी बढ़ाता है, जो प्रभावी आर्थिक विकास का एक स्रोत है। पर्यटन क्षेत्र उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। यह आज के समय में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। आज शिक्षा पर्यटन और पर्यटन अवसंरचना में निवेश को बढ़ावा देना एक आम चलन है। आज के बुनियादी ढांचे में आर्थिक विकास को गति देने और रोजगार पैदा करने में उत्प्रेरक की भूमिका निभाती है, जो बदले में मांग में वृद्धि करता है और एक सकारात्मक निवेश चक्र को प्रेरित करता है। मुझे पूरा विश्वास है कि ट्रैवल मार्ट का अगला संस्करण और भी अधिक प्रतिभागियों के साथ आयोजित किया जाएगा और यह उत्तर प्रदेश के पर्यटन उद्योग को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करेगा।

इस अवसर पर फिक्की राज्य पर्यटन समिति के अध्यक्ष और पर्यटन उद्योग प्रतीक हीरा ने पर्यटन विकास में फिक्की की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए सभी वक्ताओं के साथ उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मंडलायुक्त अनिल ढींगरा, पर्यटन निदेशक प्रखर मिश्रा, प्रबंधक निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम रवि रंजन, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना तथा विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, सीईओ गीडा अनुज मलिक, उपाध्यक्ष जीडीए आनंद वर्धन, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर मृणाली अविनाश जोशी तथा क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र मिश्रा सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।

Durgesh Sharma

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