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Lucknow News: ‘कोविशील्ड’ से डरने की जरुरत नहीं, दुष्प्रभावों की आशंका कम

Covishield Vaccine: प्रो. सूर्यकांत के अनुसार कोविशील्ड वैक्सीन को लगवाए हुए तीन साल का वक्त गुजर गया है। शरीर ने किसी तरह के साइड एफेक्ट्स नहीं देखे हैं। लाखों या करोड़ो लोगों में एक-दो लोगों को ही दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

Abhishek Mishra
Published on: 4 May 2024 1:15 PM GMT
Lucknow News: ‘कोविशील्ड’ से डरने की जरुरत नहीं, दुष्प्रभावों की आशंका कम
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Lucknow News: जब से कोविशील्ड वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने रेयर साइड एफेक्ट्स की बात कबूली है। तब से ही लोगों में डर बना हुआ है। लेकिन अब इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। केजीएमयू के एक चिकित्सक ने इस वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है।

घबराने की जरुरत नहीं

भारत में कोरोना से बचाव के लिए कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई थी। कुछ दिनों पहले वैक्सीन निर्माता कंपनी ने इससे साइड एफेक्ट्स होने की बात कबूली। अब कई चिकित्सकों ने इस पर अपनी राय रखी है। किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के प्रो. सूर्यकांत ने कहा कि कोविशील्ड वैक्सीन से ज्यादा घबराने की जरुरत नहीं है। इंजेक्शन पूरी तरह सुरक्षित है।

अब दुष्प्रभाव की आशंका कम

उत्तर प्रदेश के ब्रांड एम्बेसडर रहे प्रो. सूर्यकान्त केजीएमयू रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे टीकों का दुष्प्रभाव तात्कालिक होता है। एक महीने के बाद टीके से होने वाले साइड एफेक्ट्स की आशंका कम हो जाती है। कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर चल रही खबरों से लोगों में डर है। इसी बीच प्रो. सूर्यकांत ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। इसमें उन्होंने कहा कि करोड़ों लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई लेकिन अधिकृत रूप से वैक्सीन के दुष्प्रभाव का कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि मैंने भी पहले दिन पहली डोज कोविशील्ड की लगवाई थी।

एक माह में ही दिखते हैं गंभीर दुष्प्रभाव

प्रो. सूर्यकांत के अनुसार कोविशील्ड वैक्सीन को लगवाए हुए तीन साल का वक्त गुजर गया है। शरीर ने किसी तरह के साइड एफेक्ट्स नहीं देखे हैं। लाखों या करोड़ो लोगों में एक-दो लोगों को ही दुष्प्रभाव हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि एस्ट्रोजेनिका एवं कोविशील्ड के मामलों में थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपीनिया सिंड्रोम (टीटीएस) की स्थिति दुर्लभ स्थितियों में ही बन सकती है। इससे प्लेटलेट्स कम होने की दशा में हार्ट अटैक हो सकता है। लेकिन यह सिर्फ पहले ही सप्ताह में देखने को मिलता है। अब टीका लगे हुए करीब तीन साल का समय बीत गया है। तो घबराने की जरुरत नहीं है।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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