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Mathura News: तुषार- सीरत की एक झलक पाने को उमड़ पड़े लोग, फिल्म मारीच के प्रमोशन में छा गए

Mathura: संस्कृति विवि अपनी नई फिल्म 'मारीच' के प्रमोशन के लिए पहुंचे तुषार कपूर और सीरत कपूर को देखने के लिये बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े।

Mathura Bharti
Published on: 8 Dec 2022 12:13 AM GMT (Updated on: 9 Dec 2022 8:01 AM GMT)
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तुषार- सीरत की एक झलक पाने को उमड़ पड़े लोग

Mathura News: मथुरा के छाता इलाके में हाइवे पर स्थित संस्कृति विवि अपनी नई फिल्म 'मारीच' के प्रमोशन के लिए पहुंचे तुषार कपूर और सीरत कपूर को देखने के लिये बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। मारीच एक सस्पेंस मूवी है, जिसमें हत्यारे को उसके कई मुखौटे होने के कारण पहचानना अंत तक मुश्किल होता है।

तुषार कपूर का कहना है कि रामायण में 'मारीच' जो कि एक राक्षस है, सीताजी के हरण के लिए वो सोने का हिरण बन जाता है। उन्होंने कहा, हालांकि फिल्म का नाम बस एक सिंबोलिक है, इसका बहुत ज्यादा पौराणिक कथा से मतलब नहीं है। उन्होंने बताया कि फिल्म में उन्होंने एक पुलिस वाले की भूमिका निभाई है जो हत्यारे को पकड़ने के लिए कड़ी मशक्कत करता है।

यह एक लो बजट की फिल्म है: तुषार

तुषार ने बताया कि यह एक लो बजट की फिल्म है। टाकीजों में फिल्मों की लगातार हो रही पिटाई को देखते हुए कम बजट वाला रिस्क लिया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना के बाद से बालीवुड की फिल्मों पर संकट छाया हुआ है। इसके बावजूद फिल्म के कथानक और उसका प्रस्तुतिकरण इतना सस्पेंसफुल है कि मेरा विश्वास है कि लोग इसे देखने जरूर पहुंचेंगे। फिल्म में मनोरंजन के लिए भरपूर मसाला है।

संस्कृति के छात्रों ने तुषार से किया 'मारीच' देखने का वायदा

अपनी नई फिल्म 'मारीच' के प्रमोशन के लिए संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे सिने कलाकार तुषार कपूर और सीरत कपूर हजारों विद्यार्थियों के बीच अपनी खुशी को काबू नहीं रख सके और युवा दिलों की मांग पर जमकर ठुमके। संस्कृति विवि के विद्यार्थियों से उन्होंने अपनी फिल्म देखने का वादा भी लिया।

पहले से निर्धारित समय के अनुसार 'मारीच' के मुख्य कलाकार तुषार कपूर और सीरत कपूर संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंच गए। विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान पर हजारों छात्र-छात्राएं अपने चहेते कलाकारों का इंतजार कर रहे थे। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता से मुलाकात के बाद ये कलाकार सीधे संस्कृति विवि के मुख्य मैदान में स्थित मंच पर पहुंच गए। गोलमाल, शूटआउट जैसी फिल्मों से लोकप्रिय हुए तुषार कपूर को देखते ही छात्र-छात्राएं उत्साहित होकर सीटियां बजाने लगे।

सीरत कपूर स्टेज पर आते ही विद्यार्थियों के बनी आकर्षण का केंद्र

हिंदी फिल्मों में 'मारीच' फिल्म से एंट्री कर रहीं खूबसूरत अदाकारा सीरत कपूर स्टेज पर आते ही विद्यार्थियों के आकर्षण का केंद्र बन गईं। स्लीवलेस और खुले गले की हल्के रंगों वाली आकर्षक ड्रेस में सीरत कपूर की खूबसूरती का ऐसा जादू छाया कि छात्र-छात्राओं ने उनको अपने फोन पकड़ा दिए और सेल्फी खिंचवाई। विद्यार्थियों की जिद और चांसलर डा. सचिन गुप्ता के अनुरोध पर तुषार कपूर ने अपनी प्रसिद्ध फिल्म गोलमाल के कुछ डायलाग जो गूंगे बनकर बोले थे, पूरी अदाकारी के साथ प्रस्तुत किए।

तुषार में युवा विद्यार्थियों को फिल्म देखने की अपील

इसी बीच साउंड सिस्टम पर 'मारीच' के गाने बज उठे और तुषार व सीरत गानों पर जैसे ही थिरके छात्र-छात्राओं में जोश आ गया। वे भी मैदान पर उनके साथ नाचने लगे और जोर-जोर से गाने लगे। बीच-बीच में तुषार युवा विद्यार्थियों को फिल्म देखने की अपील भी कर रहे थे। म्यूजिक शांत हुआ तो उन्होंने बताया कि 'मारीच' एक सस्पैंस मूवी है जिसको मजेदार और रोमांचक दृश्यों से ऐसा बांधा गया है कि आप पूरी फिल्म खतम हो जाने तक सीट से चिपके रहेंगे। विद्यार्थियों को उन्होंने सीरत कपूर से भी परिचित कराया। सीरत ने बताया कि वे दिल्ली की हैं और यहां आकर उन्हें अपने घर जैसा ही महसूस हो रहा है। ब्रज की धरती पर आकर मन प्रसन्न हो गया। आप लोगों से मिलकर बहुत अच्छा लगा।

तुषार और सीरत को फिल्म के लिए शुभकामनाएं दी

मंच पर संस्कृति विवि की ओर चांसलर डा. सचिन गुप्ता ने तुषार और सीरत को फिल्म के लिए शुभकामनाएं देते हुए गुलदस्ता भेंट किया। वहीं विशेष कार्याधिकारी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने भी दोनों को शुभकामनाएं दीं और गुलदस्ता भेंट किया।

वे हिंदी भाषी क्षेत्र से ही हैं और हिंदी के प्रति उनका प्रेम है: सीरत कपूर

तेलगू फिल्मों से अपनी फिल्मी दुनिया की शुरुआत करने वाली अदाकार सीरत कपूर ने बताया कि मैंने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत जरूर तेलगू फिल्मों से की लेकिन वे हिंदी की फिल्मों के प्रति भी गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि वे हिंदी भाषी क्षेत्र से ही हैं और हिंदी के प्रति उनका प्रेम है। उन्होंने बताया कि वे फिल्म में हीरोइन जैसी भूमिका नहीं है, हां यह कहा जा सकता है कि वे फिल्म के केंद्र में हैं। तुषार और सीरत ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि मौका मिला तो वे ब्रज की पृष्ठभूमि से जुड़ी फिल्म में जरूर काम करना चाहेंगे।

Deepak Kumar

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