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UP Politics: लोकदल ने दी प्रदेश सरकार को चेतावनी, किसानों की अनदेखी करना नुकसानदायक साबित होगा

Meerut News: लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि, '2024 लोकसभा चुनाव में किसान, मजदूर, गरीब समस्त पिछड़ी जातियां एकजुट होकर परिवर्तन लाने का काम करेंगे।

Sushil Kumar
Published on: 15 Jan 2024 10:44 AM GMT
Meerut News
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लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विजेन्द्र सिंह (Social Media)

Meerut News: राजनीतिक पार्टी लोकदल (Lok Dal) ने उत्तर प्रदेश के किसानों के तत्काल 400 रुपये प्रति कुन्तल गन्ना मूल्य दिलाए जाने की मांग की है। लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विजेन्द्र सिंह (Chaudhry Vijendra Singh) ने सोमवार (15 जनवरी) को कहा कि, 'किसानों को न तो उनकी गन्ने की फसल का उचित मूल्य मिल रहा है और न ही आय दोगुनी हो सकी है। उत्तर प्रदेश के किसानों को दूसरे प्रदेशों के बराबर गन्ने का मूल मिलना चाहिये।'

'यूपी में अन्य राज्यों से कम दिया जा रहा गन्ना मूल्य'

लोक दल नेता ने आगे कहा कि, 'पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में जो गन्ना मूल्य दिया जा रहा है उसके समान मूल्य दिए जाएं। उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों की तुलना में कम दाम दिए जा रहे हैं। यूपी के किसानों को तत्काल 400 रुपये प्रति कुन्तल गन्ना मूल्य मिलना चाहिए।'

लोक दल ने बढ़ाई रालोद की मुश्किलें

आपको बता दें कि, लोक दल ने पूरे यूपी खासकर पश्चिमी यूपी में खासा सक्रिय है। उसकी सक्रियता से राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पहले मेरठ और अब गाजियाबाद से बिजनौर तक विशाल रोडशो निकाल कर लोकदल ने पश्चिमी यूपी में अपनी मजबूत उपस्थिति का अहसास कराया है।

'हकीकत में किसानों की आय पहले से कम हुई'

लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि, '2024 लोकसभा चुनाव में किसान, मजदूर, गरीब समस्त पिछड़ी जातियां एकजुट होकर परिवर्तन लाने का काम करेंगे। मीडिया से बातचीत में चौधरी विजेंद्र सिंह ने कहा कि, किसानों की अनदेखी करना सरकार को नुकसानदायक साबित होगा। उन्होंने कहा कि, किसानों को फसलों का वाजिब दाम न मिलना, वादे के बावजूद फसलों पर एमएसपी कानून नहीं बनना, लगातार खाद, बीज व बिजली के दाम बढ़ने से किसान परिवार परेशानी में हैं। सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था, लेकिन हकीकत में किसानों की आय पहले से भी कम हो गई है।'

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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