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Loksabha Election 2024: मेरठ के चुनावी रण में भाजपा को 'राम' का सहारा

Meerut News: रामायण सीरियल के राम अरुण गोविल के आने से मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मार्च को मेरठ में एक बड़ी रैली के साथ अपने उत्तर प्रदेश अभियान की शुरुआत करते हुए उनके लिए प्रचार करेंगे।

Sushil Kumar
Published on: 28 March 2024 12:00 PM GMT
Meerut News
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Meerut News (Pic:Newstrack)

Meerut News: मेरठ से भाजपा कैंडिडेट और रामायण सीरियल के राम अरुण गोविल के आने से मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मार्च को मेरठ में एक बड़ी रैली के साथ अपने उत्तर प्रदेश अभियान की शुरुआत करते हुए उनके लिए प्रचार करेंगे। इससे पहले 27 मार्च को सीएम योगी आदित्‍यनाथ मेरठ के सम्मेलन में मेरठ के प्रत्‍याशी अरुण गोविल की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कह चुके हैं कि यह जनपद इतिहास बनाता है। यह इतिहास में नाम दर्ज नहीं करता। याद कीजिए यहीं से हस्तिनापुर मिला और उससे पहले भी यहां का इतिहास रहा है। याद कीजिए 1857 की क्रांति को जब 10 मई को यहीं से शंखनाद भी हुआ था।

उन्‍होंने कहा कि देश के जाने माने अभिनेता और लोकप्रिय सीरियल रामायण में भगवान राम का जीवंत किरदार निभाने वाले अरुण गोविल अब यहां से प्रत्‍याशी हैं; उन्‍हें मैं शुभकामनाएं देता हूं। दरअसल, भाजपा इस बार मेरठ और पश्चिम यूपी को लेकर कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती है। भाजपा मेरठ समेत पश्चिम यूपी की सभी सीटों पर बड़ी जीत की तैयारी कर रही है। मेरठ की बात करें तो भले यहां पिछले तीन चुनाव भाजपा लगातार जीत चुकी है। बावजूद इसके मेरठ सीट भाजपा नेतृत्व की नजर में कमजोर सीटों में से है। वजह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का हारते-हारते जीतना था। मतगणना के दिन तीन घंटे चली हार-जीत की कशमकश के बीच आखिरी वक्त में किसी ने हाजी याकूब के जीतने की अफवाह फैला दी जिसके बाद उनके समर्थक जश्न मनाने लगे। लेकिन, अखिर में जीत का सेहरा लगातार तीसरी बार भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र अग्रवाल के सिर बंधा।

यह अलग बात है कि"मोदी लहर" के बावजूद भाजपा पांच हजार से कम वोटों से जीती थी। इस चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार हाजी याकूब कुरैशी ने भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र अग्रवाल को कड़ी टक्कर दी थी। राजेंद्र अग्रवाल ने 4729 मतों से जीत हासिल की थी, वह भी तब जब नोटा के पक्ष में 6316 वोट पड़े थे। अहम बात ये रही कि पिछले चुनाव में सभी विधानसभाओं से बढ़त बनाने वाले राजेंद्र अग्रवाल 2019 के चुनाव में सिर्फ कैंट में मिली बढ़त के सहारे ही जीत हासिल कर सके।

हाल ये रहा कि भाजपा हापुड़, किठौर, दक्षिण और शहर विधानसभा में बड़े अंतर से हारी। इन चारों विधानसभाओं में भाजपा की हार का अंतर एक लाख के आसपास था। लेकिन कैंट में मिली 1.02 लाख से ज्यादा की लीड और पोस्टल बैलेट से मिली बढ़त से राजेंद्र अग्रवाल मात्र 4729 वोटों से जीत हासिल कर पाए। कुल मिला कर इस सीट पर बसपा से हाजी याकूब कुरैशी ने भाजपा को रोमांचकारी टक्कर दी।

यही वजह है रही कि मेरठ में इस बार भाजपा को किसी मजबूत और जिताऊ उम्मीवार की तलाश थी। तलाश पूरी हुई टीवी पर राम का किरदार निभाने वाले ऐक्टर अरुण गोविल के रुप में। अब देखना यही है कि टीवी के यह राम रावण की ससुराल मेरठ में भाजपा नेतृत्व की उम्मीदों पर कितना खर्रा उतरते हैं। उतरते भी हैं या नहीं। बता दें कि रावण की पत्नी मंदोदरी मेरठ से जानी जाती हैं।

Durgesh Sharma

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