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Gorakhpur News: गोरखपुर बनेगा एक्सपोर्ट हब, 1000 करोड़ के उत्पाद बेचने का लक्ष्य
Gorakhpur News: Many entrepreneurs want to set up units here just for exporting readymade garments.
Gorakhpur News: सीएम सिटी गोरखपुर को अब एक्सपोर्ट हब बनाने की तैयारी है। इसे लेकर 24 सितम्बर को गोरखपुर में एक्सपोर्ट कांक्लेव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 200 से अधिक उद्यमियों को दिल्ली-मुंबई के विशेषज्ञ निर्यात को लेकर टिप्स देंगे। गोरखपुर से सालाना करीब 300 करोड़ रूपये का निर्यात विदेशों को होता है। इसे 1000 करोड़ रूपये करने का लक्ष्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के समक्ष रखा है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग के निर्देश पर जिला उद्योग केंद्र की ओर से एक्सपोर्ट कांक्लेव (निर्यात सम्मेलन) का आयोजन आगामी 24 सितम्बर को कराया जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला के अंतर्गत नथमलपुर, गोरखनाथ स्थित इंडस्ट्रियल एस्टेट के परिसर में यह आयोजन प्रस्तावित है। इसमें जिले के करीब 200 उद्यमी शिरकत करेंगे। इन्हें विशेषज्ञों द्वारा निर्यात को लेकर टिप्स दिये जाएंगे। इसी कवायद में लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान गोमतीनगर में 21 एवं 22 सितंबर को आयोजित होने वाले एक्सपोर्ट कांक्लेव में गोरखपुर से दो उद्यमी शामिल होंगे। आजम रबर प्रोडक्ट लिमिटेड (एआरपी) के एमडी आजम खान एवं हाइटेक इंडिया लिमिटेड के शाहिद लतीफ लखनऊ के कांक्लेव में शामिल होंगे। जिला उद्योग केंद्र की ओर से इन दोनों उद्यमियों का नाम भेजा गया है। गीडा से लेकर इंडस्ट्रियल एरिया में 450 से अधिक औद्योगिक इकाइयां क्रियाशील हैं। कपड़ा, केमिकल, मेडिकल उपकरण, धागा सहित यहां तैयार होने वाले करीब एक दर्जन उत्पादों का निर्यात किया जाता है। दक्षिण अफ्रीका, पेरू, इजिप्ट सहित कुछ अन्य देशों में यहां से माल भेजा जाता है।
चीन से मुकाबला करने का बेहतर समय
कोरोना महामारी के चलते कई देशों द्वारा चीन से आयात को हतोत्साहित होने का फायदा भारत को हो रहा है। इस समय जिले से कुल निर्यात करीब 300 करोड़ रुपये सालाना है। कांक्लेव में विभिन्न उत्पादों से जुड़े दो दर्जन से अधिक स्टाल भी लगाए जाएंगे। उपायुक्त उद्योग रवि कुमार शर्मा का कहना है कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत जिले में 24 सितंबर को आयोजित होने वाले एक्सपोर्ट कांक्लेव में 200 से अधिक उद्यमियों को आमंत्रित किया गया है। उन्हें निर्यात के बारे में जानकारी दी जाएगी। लखनऊ में 21 एवं 22 सितंबर को आयोजित होने रहे कांक्लेव में गोरखपुर के दो उद्यमी उसमें शामिल होंगे।
गोरखपुर में है निर्यात की संभावना
गोरखपुर से कपड़ा, फर्नीचर, सीरिंज, पंखा, जूता-चप्पल का निर्यात विदेशों को होता है। कपड़ा दक्षिण अफ्रिका को तो फर्नीचर आस्ट्रेलिया के साथ नेपाल को भेजा जाता है। इसे देखते हुए चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज की तरफ से मुख्यमंत्री से ड्राईपोर्ट की मांग की गई है। पूर्व अध्यक्ष चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एसके अग्रवाल का कहना है कि ड्राईपोर्ट का प्रस्ताव काफी पहले दिया गया था। गोरखपुर से निर्यात की पर्याप्त संभावना है। रेडीमेड गारमेंट को लेकर कई उद्यमी सिर्फ एक्सपोर्ट करने के लिए यहां यूनिट लगाना चाहते हैं। जगदीशपुर-जंगल कौड़िया तक प्रस्तावित फोरलेन पर लाजिस्टिक पार्क की भी संभावना तलाशी जा रही है।