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Sonbhadra News: चकाड़ी ऐशडैम में टूट से हड़कंप, घरों-खेतों में घुसा पानी

Sonbhadra News: सोमवार की देर शाम बांध के दक्षिणी हिस्से में, भीटे का 10 से 15 फीट लंबा हिस्सा कटकर बह गया। इससे आस-पाख राख मिश्रित पानी के बहाव-भराव से हड़कंप मच गया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 7 May 2024 1:34 PM GMT (Updated on: 7 May 2024 1:35 PM GMT)
Sonbhadra News
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Sonbhadra News (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: ओबरा परियोजना से जुड़े चकाड़ी राख बांध में टूट का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है। बताते हैं कि सोमवार की देर शाम बांध के दक्षिणी हिस्से में, भीटे का 10 से 15 फीट लंबा हिस्सा कटकर बह गया। इससे आस-पाख राख मिश्रित पानी के बहाव-भराव के साथ ही, मालवीय नगर बस्ती में पानी घुसने में हड़कंप मच गया। कई घरों में भी पानी घुसने की बात बताई जा रही है। मंगलवार को बांध का पानी कम होने के बाद पानी का बहाव बंद हो गया है लेकिन रास्ते पर राख-मिट्टी मिश्रित मलबा जमा होने से आवागमन प्रभावित है।

10 से 15 फीट कटा बांध

बताते चलें कि ओबरा परियोजना की तरफ से रेणुका नदी के दूसरी तरफ चकाडी गांव में ऐश डैम की स्थापना की गई है। आस-पास के रहवासी बताते हैं कि सोमवार की दोपहर बांध में रिसाव शुरू हुआ। तत्काल किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसका परिणाम यह हुआ कि बांध के दक्षिणी हिस्से स्थित भीटे का 10 से 15 फीट हिस्सा कटकर बह गया। इसके चलते राख मिश्रित पानी के बहाव ने तेजी से आसपास की एरिया में चपेट में ले लिया। पास के मालवीय नगर में, इस हादसे के चलते पूरी रात हड़कंप की स्थिति बनी रही। मारवाड़ी के घर में पानी भरने से, इस परिवार के लोगों को दूसरे के घरों में जाकर रात गुजारनी पड़ी। बृजेश, बंगाली आदि के घर पानी से प्रभावित हुए।

बस्ती के मुख्य मार्ग पर आवागमन प्रभावित

मालवीय नगर को राखी पुल के जरिए ओबरा से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर राख बांध का मलबा जमे होने से आवागमन बंद सा पड़ा है। वैकल्पिक रूप में यहां के लोग ओबरा सी के स्टोर वाले हिस्से से सटे रास्ते का इस्तेमाल कर रहे हैं। बस्ती निवासी देशराज साहनी का कहना है कि अभी तक मौके पर किसी तरह का कोई राहत कार्य शुरू नहीं किया गया है। हालांकि बहाव के बाद बांध में पानी कम हो जाने के कारण, बस्ती में बांध से पानी आना बंद हो गया है। उधर, बांध में टूटे के चलते बहे राख मिश्रित पानी के सीधे रेणुका नदी में पहुंचने के चलते भी हड़कंप की स्थिति बनी रही। वहीं आस-पास के खेतों में राख-पटाव की स्थिति से किसानों में चिंता का माहौल बना रहा। इस बारे में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रभारी क्षेत्रीय अधिकारी उमेश कुमार गुप्ता से उनके सेलफोन पर संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन नबर स्वीच्ड आफ/आउट आफ कवरेज एरिया का उत्तर मिलता रहा।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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