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Haridwar News: जूना अखाड़े के संतों ने दी पीएम मोदी की माँ हीरा बेन को श्रद्धांजलि

Haridwar News: महामंत्री महंत हरिगिरि महाराज ने माता हीरा बेन को त्याग, तपस्या, ममता व समर्पण की साक्षात प्रतिमूर्ति बताते हुए कहा कि वह वास्तव में माता अनुसुईया का अवतार थी।

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Newstrack Network
Published on: 30 Dec 2022 2:36 PM GMT
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Haridwar News (Newstrack)

Haridwar News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माता हीरा बेन के आकस्मिक निधन पर पंचदशनाम जूना आवाड़े के नागा सन्यासियों ने भैरव घाट गंगा तट पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। जूना अखाड़ के अंतर्राष्ट्रीय सरंक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री महंत हरिगिरि महाराज ने माता हीरा बेन को त्याग, तपस्या, ममता व समर्पण की साक्षात प्रतिमूर्ति बताते हुए कहा कि वह वास्तव में माता अनुसुईया का अवतार थी। जिन्होने कभी भी अपने पुत्रों से कोई अपेक्षा नहीं रखी। जिस प्रकार अभावो में रह कर भी उन्होंने अपने सस्कारों, शिक्षा व जीवट से परिवार का लालन पालन किया।

यह उसी की परिणीति है कि देश को नरेन्द्र मोदी जैसे कालजयी प्रधानमंत्री का नेतृत्व मिला है। माता हीरा बेन का जीवन सम्पूर्ण नारी समाज के लिए एक अनुकरणीय उदाहरणहै।

जिसे प्रत्येक नारी को आत्मसात करना चाहिए। दूधेश्वर पीठाधीश्वर महंत नारायण गिरि महाराज ने श्रदांजलि अर्पित करते हुए कहा कि माता हीरा बेन का जीवन चरित्र हम सब के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।

उनका वात्सल्य, त्याग, व संयम एक ममतामयी माँ का श्रेष्ठ रूप है। महंत हरिगरि महाराज ने बताया कि माता हीरा बेन की आत्मा की शांति के लिए पौराणिक सिद्ध पीठ मायादेवी, व आनंद भैरव मंदिर में विशेष पूजा अर्चना तथा शांति यज्ञ का आयोजन किया गया।

इसके साथ ही जूना अखाडे की पूरे भारतवर्ष में स्थित सभी मुख्य मंदिरों बड़ा हनुमान घाट काशी, मौजगिरी मंदिर प्रयागराज, नीलगंगा दातारन अखाड़ा उज्जैन, त्रयम्बकेश्वर नासिक, भावनाथ मंदिर जूनागढ़, वनखंडी नाथ महादेव मंदिर बरेली, खेड़ा मढ़ी पीलीभीत, बागनाथ महादेव मंदिर बागेश्वर आदि में माता हीरा बेन की शांति के लिए विशेष पूजा अर्चना, श्रद्धांजलि सभा व शांतिपाठ का आयोजन किया जा रहा है।

श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रीय सभापति महंत प्रेमगिरी, सचिव श्रीमहंत महेश पुरी, थानापति कोठारी महंत महाकाल गिरि, श्रीमहंत पशुपति गिरी, महंत हीरा भारती, महत रतनगिरि, महंत राजगिरि, महंत राजेन्द्र गिरि, महत अमृत पुरी, महंत शिवम गिरि, श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती आदि मौजूद रहे।

Durgesh Sharma

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