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216 दिन में 32 बार संक्रमित महिला में बदला वायरस, सामने आया लॉन्ग कोविड का नया मामला

एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है दक्षिण अफ्रीका से। यहां एक एचआईवी(HIV) पॉजिटिव महिला के अंदर कोरोना वायरस 216 दिन तक रहा और इस बीच वायरस में 30 बार म्यूटेशन यानी उत्परिवर्तन हुआ।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 6 Jun 2021 7:40 AM GMT
216 दिन में 32 बार संक्रमित महिला में बदला वायरस, सामने आया लॉन्ग कोविड का नया मामला
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नई दिल्ली: पूरी दुनिया ने कोरोना वायरस का भयंकर विकराल रूप देख लिया है। ये बेहद जालिम वायरस अभी भी कई देशों में चौंका देने वाले खुलासे कर रहा है। ऐसे में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है दक्षिण अफ्रीका से। यहां एक एचआईवी(HIV) पॉजिटिव महिला के अंदर कोरोना वायरस 216 दिन तक रहा और इस बीच वायरस में 30 बार म्यूटेशन यानी उत्परिवर्तन हुआ।

इस बारे में सामने आए एक अध्ययन में बताया गया कि दक्षिण अफ्रीका की एक 36 वर्षीय HIV पॉजिटिव महिला में वायरस का इंफेक्शन 216 दिन तक रहा। जिसमें इन दिनों के दौरान सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि इस बीच वायरस में 32 बार म्यूटेशन यानी उत्परिवर्तन हुआ है।

13 बार म्यूटेशन हुआ वायरस

ऐसे में रिपोर्ट के अनुसार, अध्ययन के लेखक टूलियो डि ओलिवीरा ने बताया है कि अगर ऐसे और मामले मिलते हैं तो इससे आशंका नजर आएगी कि HIV इन्फेक्शन नए वेरिएंट का सोर्स हो सकता है।

साथ ही बताया गया कि सबसे पहले महिला को लक्षण दिखाई दिया तो उसका टेस्ट कराया गया और वह पॉजिटिव निकली। फिर शुरुआती इलाज के बाद भी महिला में हल्के-फुल्के लक्षण थे, लेकिन वायरस उसके अंदर ही मौजूद रहा। इसके बाद फिर वायरस के स्पाइक प्रोटीन में 13 बार म्यूटेशन हुआ, इसी स्पाइक प्रोटीन को पहचानकर ही अधिकतर वैक्सीन वायरस पर असर करती हैं।


बता दें, इस महिला का मामला उस समय सामने आया, जब महिला 300 HIV पॉजिटिव लोगों पर की गई स्टडी में शामिल हुईं। ऐसे मरीजों में वायरस लंबे समय तक रहता है जिससे उसे म्यूटेट होने का मौका मिलता है। साथ ही टूलियो डि ओलिवीरा ने बताया कि इलाज के बाद भी वायरस महिला के अंदर मौजूद था।

लॉन्ग कोविड

इस स्टडी में यह भी बताया गया कि चार और लोगों में कोरोना वायरस एक महीने से ज्यादा समय के लिए था, लेकिन यह अपनी तरह का अनोखा मामला है। एक तथ्य यह भी है कि जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, उनमें पहले भी लंबे वक्त तक वायरस देखा गया है।

वहीं रिपोर्ट के अनुसार, ये स्टडी अहम साबित हो सकती है, खासकर अफ्रीका के लिए जहां 2020 में दो करोड़ से ज्यादा लोगों को HIV था। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बढ़ते मामलों पर चेतावनी दी है कि यहां तीसरी लहर का खतरा दिखाई दे रहा है।

जिन मरीजों में लंबे समय तक कोरोना वायरस का रहता है उसे 'लॉन्ग कोविड' कहा जा रहा है। लॉन्ग कोविड मतलब कि ऐसा कोई लक्षण हो जो चार हफ़्तों से अधिक तक चल जा रहा है। इसमें कोरोना के लक्षण लगातार बढ़ने की दिशा में हो सकते हैं। जबकि ऐसा भी हो सकता है कि लक्षण दोबारा वापस लौटकर आएं या ऐसे लक्षण आएं जो पहले नहीं थे। इसके बारे में रिसर्च अभी जारी हैं।

Vidushi Mishra

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