×

Earthquake in Turkey: 'महाविनाश' के बाद भूकंप से फिर हिला तुर्किये, रिक्टर स्केल पर 5.5 की तीव्रता

Earthquake in Turkey: तुर्किये में शनिवार (25 फ़रवरी) को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 आंकी गई।

aman
Written By aman
Published on: 25 Feb 2023 11:53 AM GMT (Updated on: 25 Feb 2023 11:53 AM GMT)
Earthquake in Turkey
X

Earthquake in Turkey (Social Media)

Earthquake in Turkey: तुर्किये में शनिवार (25 फ़रवरी) को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 आंकी गई। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र का कहना है कि, मध्य तुर्की में शनिवार को 5.5 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप जमीन से 10 किलोमीटर गहराई में था। फ़िलहाल जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

तुर्किये में विनाशकारी भूकंप के चंद हफ्ते बाद शनिवार को भूकंप से एक बार फिर धरती हिली। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 आंकी गई। इससे पहले, फ़रवरी महीने के पहले हफ्ते में तुर्किये में भूकंप ने बड़ी तबाही मचायी थी। 6 फरवरी को आए भूकंप में 50 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई। हजारों मकान क्षतिग्रस्त या धराशायी हो गए। तुर्की की आपदा एजेंसी ने कहा, आज का भूकंप मध्य तुर्किये प्रांत निगडे के पास केंद्रित था।

पिछले झटकों से उबरने की कोशिश...कि तभी

ये भूकंप उस दिन आया जब तुर्किये ने विस्थापित हुए 1.5 मिलियन लोगों के लिए घरों के पुनर्निर्माण का काम शुरू किया। 6 फरवरी के प्रलयंकारी भूकंप और 40 अन्य झटकों में 5 लाख से अधिक अपार्टमेंट वाली एक लाख से अधिक इमारतें ढह गईं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं। एक समाचार एजेंसी के अनुसार, डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी ने घोषणा की है, कि तुर्किये में भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या शुक्रवार रात बढ़कर 44,218 हो गई। इसी तरह, सीरिया में मौतों का आंकड़ा 5,914 के करीब रहा। दोनों देशों में संयुक्त रूप से मृतकों की संख्या 50 हजार को पार कर चुकी है।

राष्ट्रपति एर्दोगन का वादा, साल भर में देंगे घर

महीने भर के भीतर भूकंप के झटके तुर्किये के लोगों में डर पैदा कर रही है। इस बीच तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन (Turkey President Tayyip Erdogan) ने एक साल के भीतर घरों के पुनर्निर्माण का वादा किया है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि, अधिकारियों को तीव्र गति से पहले सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। कुछ इमारतें जो भूकंप के झटके झेलने के लिए बनी थीं, वो भी पिछले भूकंपों में ढह गईं। इसलिए आने वाले समय में भवनों का निर्माण भूकंपरोधी होना चाहिए।

aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story