×

एक कप कॉफी की चोरी की सजा- नौकरी गई, बकाया वेतन भी नहीं मिला

Japan News: 21 दिसंबर की इस घटना में स्टोर के एक कर्मचारी ने उसे बड़े कप का बटन दबाते देखा था। घटना के बाद प्रिंसिपल को टोक्यो से सात घंटे की दूरी पर स्थित ताकासागो शहर में पकड़ा।

Neel Mani Lal
Published on: 22 Feb 2024 12:54 PM GMT
Japan News
X

प्रतीकात्मक चित्र (Social Media) 

Japan News: जापान में एक टीचर को एक कप कॉफ़ी की बेईमानी बहुत भारी पड़ी। उसे सजा के तौर पर न सिर्फ नौकरी से निकाल दिया गया, बल्कि उसका टीचिंग लाइसेंस रद कर दिया गया। साथ ही उसके वेतन की रकम भी नहीं दी गई।

क्या था मामला?

मामला ये था कि, जापान में एक जूनियर हाई स्कूल के एक प्रिंसिपल ने एक स्टोर में सेल्फ सर्विस मशीन से एक बड़े कप में कॉफ़ी भर ली, जबकि उसने पैसा छोटे कप का चुकाया था। 21 दिसंबर की इस घटना में स्टोर के एक कर्मचारी ने उसे बड़े कप का बटन दबाते देखा था। घटना के बाद प्रिंसिपल को टोक्यो से लगभग सात घंटे की दूरी पर स्थित ताकासागो शहर में पकड़ा गया। जापानी दैनिक 'असाही शिंबुम' की रिपोर्ट के अनुसार, उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया और उसका टीचिंग लाइसेंस रद्द कर दिया गया। यही नहीं, उसे अपना सेवानिवृत्ति वेतन भी नहीं मिला, जो लगभग 20 मिलियन येन माना जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रीफेक्चरल बोर्ड के अधिकारियों को 59 वर्षीय प्रिंसिपल ने बताया कि, उन्होंने आवेग में आकर यह काम किया है और उन्हें अपने कदाचार के लिए "वास्तव में खेद" है।

छोटा कप-बड़ा कप

स्टोर पर एक नियमित आकार की कॉफी की कीमत 110 येन है और बड़े कप की कीमत 180 येन है। प्रिंसिपल ने स्वीकार किया कि उसने पहले भी उसी दुकान पर तीन बार और किसी अन्य दुकान पर चार बार बिना भुगतान किए अपनी कॉफी का आकार बढ़ाया था। कुल मिलाकर, उन्होंने 490 येन की राशि कम चुकाई। अभियोजकों ने पुलिस से संदिग्ध चोरी की फाइलें प्राप्त करने के बाद उस पर आरोप नहीं लगाने का फैसला किया, लेकिन स्वीकार किया कि उसने चोरी की है। आलोचकों ने उनकी सजा पर बोर्ड के फैसले पर सवाल उठाया है।

ऐसी ही एक अन्य घटना में एक अन्य प्रान्त में एक नगरपालिका कर्मचारी को 100 येन की कॉफी के लिए भुगतान करने के बाद एक सुविधा स्टोर पर 200 येन की एक कप कॉफी देने के बाद बर्खास्त कर दिया गया था।

aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story